EXCLUSIVE NEWS: जीरन नगर परिषद चुनाव, अध्यक्ष की दौड़, दावेदार तीन, एक ही पार्टी से दो, कौन किसे लेकर पहुंचा भोपाल, निर्दलीय भी इनकी तरफ, घमासान के बीच बगावत, हो सकता है बड़ा उलटफेर, इन्होंने मारी गुलाटी, तो पलट सकता है पासा...! क्या है अंदर की बात, पढ़े ये खबर

जीरन नगर परिषद चुनाव, अध्यक्ष की दौड़, दावेदार तीन, एक ही पार्टी से दो, कौन किसे लेकर पहुंचा भोपाल, निर्दलीय भी इनकी तरफ, घमासान के बीच बगावत, हो सकता है बड़ा उलटफेर, इन्होंने मारी गुलाटी, तो पलट सकता है पासा...! क्या है अंदर की बात, पढ़े ये खबर

EXCLUSIVE NEWS: जीरन नगर परिषद चुनाव, अध्यक्ष की दौड़, दावेदार तीन, एक ही पार्टी से दो, कौन किसे लेकर पहुंचा भोपाल, निर्दलीय भी इनकी तरफ, घमासान के बीच बगावत, हो सकता है बड़ा उलटफेर, इन्होंने मारी गुलाटी, तो पलट सकता है पासा...! क्या है अंदर की बात, पढ़े ये खबर

(रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा / राजेश प्रपन्ना)

नीमच। आगामी दिनों में नगर पालिका नीमच और नगर परिषदों के अध्यक्षों के चुनाव होने है। वार्ड के सभी पार्षद मिलकर नगर की सरकार का फैसला करेंगे। जिले में मौजूद एक नगर पालिका और कुल 11 नगर परिषदों में बड़ा घमासान देखने को मिलेगा। हिन्दी खबरवाला की टीम भी बारी-बारी से सभी जगहों की पड़ताल में लगी है, और चर्चाओं में आने वाले नामों को आप तक पहुंचा रही है। इसी क्रम में हम बात करने वाले है नगर परिषद जीरन की। 

जीरन नगर परिषद की अगर बात की जाए, तो यहां कुल 15 वार्ड है। जिसमे से 6 में बीजेपी, 5 में कांग्रेस और 4 निर्दलीय पार्षदों ने अपनी जीत यहां दर्ज कराई है। यहां भी पार्षदों की दौड़ जैसे ही खत्म हो गई, और अध्यक्ष पद को लेकर दौड़ शुरू हो गई, इसी को लेकर नगर की चौपालों पर चर्चाओं का दौर भी जारी नजर आ रहा है। जिसे लेकर हमारे रिपोर्टर ने पड़ताल की, और बड़ा अपडेट यहां से सामने आया। बताया जा रहा है कि, यहां से कुल 3 प्रत्याशी अध्यक्ष पद की दावेदारी कर सकते है। जिसमे दो बीजेपी के और एक कांग्रेस का नवनिर्वाचित पार्षद शामिल है। 

सबसे पहला नाम जो यहां से निकलकर सामने आ रहा है। वहं यशोदा मधुसूदन राजौरा का है। यशोदा राजौरा बतौर बीजेपी प्रत्याशी के रूप में नगर के वार्ड क्रमांक- 3 से मैदान में थी। चुनावीरण रण के बाद यहां से इन्होंने अपनी जीत दर्ज कराई, और भारी मतों से विजयी हुई, इसी के बाद यह अध्यक्ष पद को लेकर भी अपनी दावेदारी पेश कर सकती है। जानकारों की माने, तो यशोदा के पति मधुसूदन राजौर मंडल अध्यक्ष है, वहीं मधुसूदन बीजेपी जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार के भी काफी करीबी माने जाते है। 

वहीं दूसरा नाम मुकेश राव तावरे का सामने आ रहा है। बीत दिनों पार्षद पद के चुनाव में मुकेश राव ने बतौर बीजेपी प्रत्याशी के रूप में वार्ड क्रमांक- 06 से अपनी दावेदारी पेश की थी। इस दौरान जनता उनके भरोसे पर खरी उतरी, और उन्हें वार्ड की सरकार के रूप में चुना गया। जिसके बाद से ही मुकेश राव भी अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते है। सुनने में यह आया है कि, मुकेश राव नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के खेमे से है। साथ ही बीजेपी में और भी कई भारी-भरकम नेताओं से उनका सीधे तौर पर संपर्क भी है। 

तीसरा नाम जो सामने आ रहा है। वह रामकरण सगवारिया का है। बीते दिनों पार्षद पद के चुनाव के दौरान रामकरण नगर के वार्ड क्रमांक- 02 से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे, और फिर चुनावी परिणाम आने पर उन्हें जीत मिली। वार्ड- 02 की जनता ने उन पर भरोसा किया, और उन्हें अपने वार्ड पार्षद के रूप में चुना। अब रामकरण सगवारिया का नाम भी अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए सामने आ रहा है। जानकारों की माने, तो रामकरण सगवारियां कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं में से एक है, और वह प्रदेश कांग्रेस के सचिव उमराव सिंह गुर्जर के काफी करीबी माने जाते है। ऐसे में उनका पलड़ा भी कहीं ना कहीं यहां भारी नजर आता है। 

कौन-किसे लेकर पहुंचा भोपाल- 

सुनने में यह भी आया है कि, यशोदा-मधुसूदन राजौर पार्षद पद के चुनाव में जीत दर्ज कराने के बाद अध्यक्ष पद की दावेदारी करने की तैयारियों में जुट गए, इसी कारण वह नगर के वार्डो से जीते अन्य बीजेपी के पार्षदों को लेकर भोपाल पहुंचे। जहां उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी शर्मा से मुलाकात की, उनके साथ अन्य बीजेपी पार्षदों का एक फोटों भी हम तक पहुंचा है। उसे भी हम आप तक पहुंचा रहें है। 

क्या हो सकता है बड़ा उलटफेर- 

बताया यह जाता है कि, जीरन नगर परिषद में अध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर यहां बीजेपी और कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हुआ है। दोनों ही पार्टियां यहां अपनी सरकार बनाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है, और अलग-अलग तरह से जोड़तोड़ बैठाने में भी लगी हुई है। यहां 6 बीजेपी, 5 कांग्रेस और 4 निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते है। इन्हीं को लेकर हमारे सूत्रो ने भी एक बड़े उलटफेर होने का पिटारा भी खोल कर रख दिया है। 

सूत्र बताते है कि, जो चार निर्दलीय पार्षद यहां से जीते है। उनमे से दो बीजेपी और दो कांग्रेस समर्थित पार्षद है। अब आप सोच रहे होंगे कि, बीजेपी के तो पहले ही 6 पार्षद है, और यदि दो और निर्दलीय पार्षद बीजेपी में आ गए, तो कुल आठ पार्षद यहां बीजेपी के हो जाएंगे, और नगर अध्यक्ष बीजेपी का बनेगा। हां, ऐसा हो सकता है, लेकिन तब, जब यहां कोई उलटफेर ना हों। जो खबरे हमारे पास है, उसमे यह सामने आया है कि, यशोदा-मधुसूदन राजौरा के साथ जो बीजेपी के पार्षद और कार्यकर्ता भोपाल गए है। उन्हीं में से दो पार्षद कमल को छोड़ हाथ का पंजा थाम सकते है। यानीं, बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम सकते है। नगर में चलने वाली चुनावी हवाएं तो यह भी कहती है कि, यहां पाटीदार समाज का बाहुल्य है, ऐसे में नगर परिषद जीरन में कांग्रेस की सरकार बन सकती है। 

हमने महज संभावित नामों का पिटारा आज आपके सामने खोला है। हालांकि बीजेपी किसे अपना अधिकृत दावेदार घोषित करती है, और किसके हाथों में नगर परिषद जीरन की बागडोर होती है। यह तो पार्षदों के मतदान के बाद ही साफ हो पाएगा।