BIG NEWS : दो ट्रेनों में एक ही महिला की लाश के टुकड़े का मामला, पहचान अब तक नहीं, पर GRP को मिला ये क्लू...! क्या खुल सकते है हत्या का राज, पढ़े खबर
दो ट्रेनों में एक ही महिला की लाश के टुकड़े का मामला
डेस्क। इंदौर और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में एक ही महिला के शव के टुकड़ों से भरे बैग और बोरे मिलने के मामले में पुलिस को अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा। लेकिन जीआरपी का अंदेशा एक बड़ा क्लू साबित हो सकता है। इस अंदेशे के बाद जीआरपी ने उज्जैन रेलवे स्टेशन पर लगे 95 सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए। हालांकि पुलिस को अब तक महिला की पहचान और हत्यारे आरोपियों से जुड़ा कोई अहम सबूत हाथ नहीं लगा।
बीती 8 जून को इंदौर रेलवे स्टेशन और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में महिला के शव के अंगों के मामले में उज्जैन स्टेशन पर भी जांच की जा रही है। मामले में पुलिस को क्लू मिला है कि, शव के अंगों को उज्जैन स्टेशन पर ही अलग-अलग ट्रेनों में रखा गया है। हालांकि उज्जैन में भी पुलिस को इसके कोई सुराग हाथ नहीं लगे। लेकिन यहां जीआरपी स्टेशन पर लगे सभी 95 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
इंदौर रेलवे स्टेशन के कोचिंग डिपो में 8 जून की देर रात महू से इंदौर पहुंची पैसेंजर ट्रेन के एक कोच में बैग और बोरी में अज्ञात महिला के शव दो हिस्सों में मिले थे, लेकिन हाथ और पैर गायब थे। शवों के हाथ-पैर 9 जून को ऋषिकेश स्टेशन पर खड़ी इंदौर-योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस में मिले थे। हाथ पर हिंदी में मीराबेन ओर गोपालभाई गुदा हुआ था।
पुलिस का अंदेशा बन सकता है बड़ा क्लू-
बता दें कि जीआरपी अब तक महिला के शव की पहचान नहीं कर पाई है और ना ही पुलिस को इसका कोई सुराग मिला। आशंका जताई जा रही है कि, शव के अंगों को उज्जैन स्टेशन से ट्रेन में रखा गया था। 8 जून को नागदा से महू के लिए रवाना हुई पैसेंजर ट्रेन शाम 5.15 से 5.30 बजे तक उज्जैन स्टेशन पर थी। इसी दौरान लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश के लिए रवाना हुई योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस 4.55 से 5.20 तक उज्जैन स्टेशन पर ही खड़ी थी। संभवत: आरोपियों ने महिला की लाश के टुकड़े-टुकड़े अलग-अलग बैग और बोरियों में रखकर उन्हें उज्जैन रेलवे स्टेशन पर खड़ी इन दोनों ट्रेनों में रख दिए। पुलिस कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
बता दें कि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाने की ओर से 17 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं आरपीएफ के भी 78 कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस अधिकारी सभी कैमरों की फुटेज खंगाल रहे हैं। हालांकि जीआरपी टीआई ने बताया कि फुटेज खंगाले जा चुके हैं। अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। इंदौर जीआरपी जांच कर रही है।