NEWS : गांव-गांव, गली-गली अभियान, कांग्रेस पहुंची ग्राम ढाबा व जवासा, जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया बोले- कार्यकर्ता जोश और जुनून के साथ करें सांप्रदायिक ताकतों से मुकाबला, पढ़े खबर
गांव-गांव, गली-गली अभियान
नीमच। यह वक्त सोने का नहीं वरन दुगने उत्साह जोश और जुनून के साथ सांप्रदायिक शक्तियों से मुकाबला करने का है। हार और जीत सिक्के के दो पहलू हैं, जीत में इतराना नहीं और हार से घबराना नहीं। जिंदगी पग पग पर तुम्हारी परीक्षा लगी। अपने आत्मविश्वास और हिम्मत को तिरोहित मत होने दीजिए वरन इन्हें संकल्प के साथ जंग के मैदान में उतरना है। हमें आगे का रास्ता जीत के संकल्प के साथ पूरा करना है। उक्त विचार नीमच जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया ने ग्राम ढाबा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस चली गांव गांव गली गली अभियान के अंतर्गत व्यक्त किए।
सर्वप्रथम ग्राम ढाबा और जवासा में एक-एक घर और एक-एक गली में कांग्रेस का संदेश पहुंचा। मनासा से पधारे कामरेड विजय बैरागी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियों नफरत का मकड़ जाल फैला रही है। हमारा काम जनता को आगाह और सचेत करना है। धर्म के नाम पर वोटों की फसल काटने वालो अब जनता तुम्हारे काले कारनामों को समझ चुकी है और उसी की परिणिति है कि तुम लोग अयोध्या और प्रयागराज का चुनाव हारे हो। वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश नंदवाना ने कहा कि जनता शांति और सद्भाव पसंद करती है।
लड़ाई-झगड़ा, धार्मिक उन्माद से जनता आजिज आ चुकी है। अब केवल मोहब्बत और भाईचारे से लबरेज पार्टी चलेगी, नफरत फैलाने वालों को अपना शटर डाउन कर भागना पड़ेगा। सभा को कार्यक्रम संयोजक दिग्विजय सिंह आमली खेड़ा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विनोद सिंह भंवरसा, बलवंत पाटीदार, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष बृजेश सक्सेना, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग जिला अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान, जिला उपाध्यक्ष अर्जुन चावड़ा, बलवंत सिंह लसुड़ी तंवर, दशरथ सरपंच उमाहेडा ने भी संबोधित किया।
कांग्रेस चली गांव गांव गली गली अभियान के अंतर्गत ग्राम सिरखेड़ा में जमकर उत्साह दिखा। सैकड़ो पुरुषों और महिलाओं ने स्वागत किया। गांव ढाबा में लोगों ने सड़कों की समस्या व सिरखेड़ा में डूब की जमीन की समस्या व ग्राम जवासा में स्कूल और कॉलेज की समस्या से जिला अध्यक्ष अनिल चौरसिया को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन दिग्विजय सिंह ने किया व आभार जिला उपाध्यक्ष अर्जुन चावड़ा ने माना।