BIG NEWS: जीरन निवासी परिवार मंदसौर शिफ्ट, बालिका हुई गुम, FIR के बाद पुलिस की कार्यवाही, नाबालिग बालिका नयागांव से दस्तयाब, पढ़े खबर

जीरन निवासी परिवार मंदसौर शिफ्ट, बालिका हुई गुम, FIR के बाद पुलिस की कार्यवाही, नाबालिग बालिका नयागांव से दस्तयाब, पढ़े खबर

BIG NEWS: जीरन निवासी परिवार मंदसौर शिफ्ट, बालिका हुई गुम, FIR के बाद पुलिस की कार्यवाही, नाबालिग बालिका नयागांव से दस्तयाब, पढ़े खबर

मंदसौर। एसपी अनुराग सुजानिया के निर्देशन मे गुम नाबालिक बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु चलाये जा रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत, निर्देशो पर कार्यवाही करते एवं एएसपी गौतम सोलंकी एवं एसडीओपी सतनाम सिंह के मार्गदर्शन तथा वायडी नगर थाना प्रभारी जितेन्द्र पाठक के नेतृत्व में क्षेत्रान्तर्गत 10 वर्ष पुर्व 2012 में हुई नाबालिग अपह्रता को दस्तयाब किया।

जानकारी के अनुसार दिनांक- 01.09.2022 को फरियादिया सीताबाई पति रामचन्द्र रावत मीणा (40) निवासी धामनिया थाना जीरन वर्तमान पता 500 क्वार्टर मन्दसौर ने रिपोर्ट किया कि, मेरी छोटी बेटी राजुबाई पिता रामचन्द्र रावत (16) घर से बिना बताये कही चली गई है। उक्त सुचना से तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। जिस पर एसपी से प्राप्त निर्देशो पर थाने पर गुमशुदगी दर्ज कर अपराध पंजीबद्ध किया गया एवं अलग- अलग टीमों का गठन कर दस्तयाबी हेतु लगातार अथक प्रयास किये। पुलिस नियन्त्रण कक्ष मन्दसौर से आस-पास के जिलो में सुचना प्रसारित की। किन्तु कोई सार्थक परिणाम प्राप्त नही हो सकें।

एसपी अनुराग सुजानिया के द्वारा अपर्हता राजूबाई की अदम दस्तयाबी को चुनौती के रुप में लेते हुए अपने प्रेरणादायी निर्देशन में वायडी नगर थाना प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र पाठक के नेतृत्व में पुनः अलग-अलग तीमों का गठन किया, जिसके परिणामस्वरुप उक्त अपर्हता के दस्तयाबी हेतु मुखबीर तंत्र को सक्रिय किया। उनि सुधाकर राव पाटील, प्रआर राकेश गेहलोत, मआर खुशबु की टीम को राजस्थान तरफ रवाना किया। उक्त टीम द्वारा अपह्रता के संबंध में जानकारी जुटाई तथा जिला बूंदी के थाना दबलाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम दराका नयागांव  (राजस्थान) से अपर्हता राजूबाई को दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की एवं अपर्हता राजूबाई  को सकुशल उसके परिजनों के सुपुर्द किया।

सराहनिय कार्य- 

उक्त कार्यवाही में निरीक्षक जितेन्द्र पाठक, उनि सुधाकर राव पाटील, नेहा ओरा जैन, प्रआर राकेश गेहलोत, आरक्षक विनय कुमार, अनिल टेलर, मआर खुश्बू और तुलसी पाटीदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।