BIG NEWS: प्रवासी भारतीय सम्मलेन: इंदौर में भव्य आयोजन, गोल्डन जैकेट में रहेंगे 300 ड्राइवर, 40 से 70 के बीच रहेगी वाहनों की स्पीड, क्या बोले एडीशनल कमिश्रनर, पढ़े ये खबर
प्रवासी भारतीय सम्मलेन: इंदौर में भव्य आयोजन, गोल्डन जैकेट में रहेंगे 300 ड्राइवर, 40 से 70 के बीच रहेगी वाहनों की स्पीड, क्या बोले एडीशनल कमिश्रनर, पढ़े ये खबर
डेस्क। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हर एक कार्य को बेहद सलीके से किया जा रहा है। यहां तक की अतिथियों को लाने ले जाने के काम में लगे करीब 300 ड्राइवर्स भी एक जैसी गोल्डन जैकेट में नजर आएंगे। सम्मेलन से पहले उन्हें ड्राइविंग स्किल के साथ ही मेहमानों से अच्छा व्यवहार रखने की ट्रेनिंग भी दे दी गई है। वे मेहमानों को लाने ले जाने और बात करने से लेकर गाड़ी चलाने तक सलीके सीख चुके हैं। अधिकारियों ने ड्राइवर्स को बताया कि विदेशों से आने वाले मेहमानों को अतिथि देवो भव: की संस्कृति का परिचय कराते हुए वाहन चलाते समय अच्छा व्यवहार रखना है। गाड़ी चलाते समय स्पीड 40 से 70 के बीच रखने को कहा गया है।
ड्राइवर्स को बताया गया कि, गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट का ध्यान रखें। वाहन को साफ-सुथरा रखें। मेहमानों के सामने गुटखा समेत किसी तरह का नशा करके नहीं पहुंचे। यदि मेहमान कहें तो ही म्यूजिक चलाएं अन्यथा बंद रखें। उनके आने जाने दोनों समय कार के गेट खोलें और बंद करें, गाड़ी छोड़कर कहीं न जाएं, अतिथियों से सम्मानपूर्वक बातचीत करें, मेहमानों को लाने ले जाने के लिए एमपी टूरिज्म के माध्यम से करीब 800 कार-बस का अनुबंध किया गया है।
अतिथि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बुलावे पर आ रहे हैं-
अनुबंधित कंपनी ने ड्राइवरों को गोल्डन कलर की एक-एक जैकेट दी है। वहीं पधारो म्हारे घर के मेहमानों को लाने ले जाने वाले मेजबानों के ड्राइवरों से भी अच्छे व्यवहार की अपील की गई है। पधारो म्हारे घर अभियान की बागडोर संभाले इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा का कहना है कि ड्राइवर्स को समझाया गया है कि जो भी प्रवासी भारतीय आ रहे वो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बुलावे पर आ रहे हैं। इसलिए वो हमारे घर के मेहमान हैं।
ऐसा व्यवहार होना चाहिए जैसे वो हमारा कोई नजदीकी रिश्तेदार हो-
अतिथियों के साथ ऐसा व्यवहार होना चाहिए जैसे वो हमारा कोई नजदीकी रिश्तेदार हो। चालकों से कहा गया है कि वे एक गाइड के साथ इंदौर ब्रांड एंबेसडर हैं। उनको इंदौर और आसपास के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी होना चाहिए, रास्ते की सही जानकारी भी उनके लिए जरूरी है। वहीं एडीशनल कमिश्रनर राजेश हिंगणकर का कहना है कि ड्राइवर्स को गाड़ी में पानी के अलावा एक साफ सुथरा ड्रेस के साथ ही शहर का मैप और गूगल मैप प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के निर्देश दिए गए हैं।