BIG NEWS : शिक्षक ने लिए रूपए, और पहुंचा तहसीलदार के चैंबर में, पीछे से लोकायुक्त की टीम ने धरा, जिले में एक और घूसकांड का पर्दाफाश, आवेदक से आखिर क्यों मांगी रिश्वत, पढ़े ये खबर

शिक्षक ने लिए रूपए

BIG NEWS : शिक्षक ने लिए रूपए, और पहुंचा तहसीलदार के चैंबर में, पीछे से लोकायुक्त की टीम ने धरा, जिले में एक और घूसकांड का पर्दाफाश, आवेदक से आखिर क्यों मांगी रिश्वत, पढ़े ये खबर

नीमच। पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद द्वारा भ्रष्टाचार के विरूध्द सख्त कार्यवाही के निर्देशों के पालन में पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन संभाग अनिल विश्वकर्मा के मागदर्शन में लोकायुक्त उज्जैन इकाई की टीम ने बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। टीम ने आवेदक रविन्द्र दांगीया पिता सज्जन सिंह निवासी ग्राम सांवेर तहसील सोनकच्छ जिला देवास की शिकायत पर सोनकच्छ तहसीलदार मनीष जैन और प्राथमिक शिक्षक जय सिंह, वर्तमान पदस्थी निर्वाचन शाखा सोनकच्छ को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। 

जानकारी के अनुसार, आवेदक ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को आवेदन किया कि, उसके नाम ग्राम कुमारिया राव इंदौर-भोपाल रोड़ पर भूमि है। जिसके नामांतरण के लिए सोनकच्छ के लोकसेवा कार्यालय में एक माह पूर्व आवेदन किया था। यहां जयसिंह परमार ने तहसीलदार से काम करवाने का बोला, इस हेतु कुल सात हजार की मांग की। शिकायत का सत्यापन पुलिस अधीक्षक द्वारा डीएसपी सुनील तालान से कराया, तो शिकायत सही पाई गई। 

इस पर से शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा द्वारा ट्रैप दल का गठन किया। तहसील दफ्तर सोनकच्छ में पहले प्राथमिक शिक्षक ने आवेदक से राशि प्राप्त की और तहसीलदार को ले जाकर उनके चैंबर में दी, तो आसपास तैनात लोकायुक्त टीम ने दोनों को सात हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। 

उक्त कार्यवाही में डीएसपी सुनील तालान, डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक हिना डाबर, प्रधान आरक्षक हितेश लालावत, आरक्षक इसरार खान, संदीप, उमेश, श्याम शर्मा और महेंद्र का योगदान रहा।