BIG NEWS: तीन दिन पहले नगर पालिका का सम्मलेन, 55 प्रस्तावों को मंजूरी, आज कांग्रेस पार्षद पहुंचे जिला कलेक्टर के पास, सौंपा पत्र, और की ये मांग, क्या है मामला...! पढ़े इस खबर में

तीन दिन पहले नगर पालिका का सम्मलेन, 55 प्रस्तावों को मंजूरी, आज कांग्रेस पार्षद पहुंचे जिला कलेक्टर के पास, सौंपा पत्र, और की ये मांग, क्या है मामला...! पढ़े इस खबर में

BIG NEWS: तीन दिन पहले नगर पालिका का सम्मलेन, 55 प्रस्तावों को मंजूरी, आज कांग्रेस पार्षद पहुंचे जिला कलेक्टर के पास, सौंपा पत्र, और की ये मांग, क्या है मामला...! पढ़े इस खबर में

नीमच। नगर पालिका के कांग्रेस पार्षदों ने सोमवार को जिला कलेक्टर मयंक अग्रवाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बीते दिनों हुए नगर पालिका के सम्मेलन को लेकर एक पत्र जिला कलेक्टर को सौंपा। 

पत्र के माध्यम से कांग्रेस पार्षदों ने जिला कलेक्टर अग्रवाल को बताया कि, दिनांक- 18 नवंबर को नगर पालिका परिषद का सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमे किसी भी प्रकार से किसी भी विषय को पूर्ण रूप से पढ़ा नहीं गया। ना किसी भी विषय पर चर्चा हुई, और ना हीं किसी पार्षद से चर्चा की गई। मात्र 11 मिनट में परिषद संचालित होकर समाप्त हो गई, जिसमें कुल 55 विषय थे। इन विषयों को पढ़ने में भी कम से कम 55 मिनट का समय लगता है, लेकिन मात्र 11 मिनट में परिषद समाप्त हो गई। 

परिषद में किसी भी प्रस्ताव पर किसी भी प्रकार का बहुमत नियमानुसार सिध्द नहीं किया गया। जिसका सबुत विडियों रिकाॅर्डिंग एवं अखबार की प्रतिया है। किसी भी प्रस्ताव को कोई बहुमत पारित कर पास नहीं किया गया। जबकि नियमानुसार परिषद के विषयों पर पार्षदों से चर्चा कर प्रस्ताव पास किए जाते है। किन्तु अध्यक्ष ने नियम के विरूध्द परिषद को संचालित कर समाप्त कर दी।

कांग्रेस के समस्त पार्षदगण योगेश प्रजापति, भारत अहीर, मनीषा-ओम दीवान, हरगोविंद दीवान, रानी-साबिर मसूदी, नजमा बी, हुसैन कारपेंटर, इकबाल कुरैशी, अंजना-राकेश सोनकर, नसीम बानो उर्फ लप्पों आपा और कविता मोनू लोक्स ने उक्त परिषद सम्मेलन नियम के विरूध्द होने की वजह से सम्मेलन को निरस्त करने की मांग की है। 

गौरतलब है कि, बीती 18 नवंबर को पुरानी नगर पालिका स्थित सभाकक्ष में नगर पालिका द्वारा परिषद का दूसरा सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस दौरान नपाध्यक्ष स्वाति चैपड़ा द्वारा एजेंडे में शामिल सभी 55 प्रस्तावों को पूर्ण बहुमत से पास कर दिया। इसका विरोध कांग्रेस के पार्षद सम्मेलन में भी करते नजर आए थे, और अब सभी कांग्रेस पार्षद जिला कलेक्टर के पास भी पहुंचे।