BIG BREAKING : दीपावली की खुशियां मातम में तब्दील, पटाखे की फैक्ट्री में ब्लास्ट, मालिक के उड़े चीथड़े, तो इतने लोगों की मौत, मच गया हड़कंप, मामला MP के इस जिले का, पढ़े खबर
दीपावली की खुशियां मातम में तब्दील, पटाखे की फैक्ट्री में ब्लास्ट
दमोह: शहर के बीचों बीच फुटेरा मोहल्ला में पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके से नुकसान की खबर आई है। रेस्क्यू के दौरान 13 लोगों को मलबे से निकाला गया है। इस धमाके में तीन लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। इसके अलावा 10 घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है। कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने मृतकों एवं घायलों की संख्या की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री अवैध रुप से संचालित हो रही थी।
जानकारी के अनुसार फैक्ट्री में जब विस्फोट हुआ, उस दौरान महिला और पुरुष मज़दूर काम कर रहे थे। विस्फोट इतना भीषण था कि एक मज़दूर का शरीर टुकड़ों में बिखर गया। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू कर 108 एम्बुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मिली जानकारी के अनुसार कई मजदूरों के फैक्ट्री में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस और स्थानीय लोगों के द्वारा मौके पर रेस्क्यू किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री रिहायशी क्षेत्र में संचालित हो रही थी। मौके पर पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी,कलेक्टर मयंक अग्रवाल मौजूद हैं।
हादसा दोपहर करीब 1.00 बजे शहर के रिहायशी इलाके में बड़ा पुल क्षेत्र में हुआ। यहां पर अभय उर्फ छुट्टन गुप्ता पटाखा फैक्ट्री संचालित करते थे। दिवाली होने से यहां पर लगातार पटाखा निर्माण का काम जारी था। मंगलवार को भी गुप्ता करीब एक दर्जन मजदूरों के साथ फैक्ट्री में मौजूद थे। अचानक धमाका सुन आसपास के लोग पहुंचे। हादसे की जानकारी तत्काल पुलिस-प्रशासन को दी गई। मिली जानकारी के अनुसार घटना में फैक्ट्री मालिक समेत तीन की मौत हो गई है। मरने वालों में दो महिलाएं भी हैं। फैक्ट्री में काम कर रहे 10 मजदूर बुरी तरह झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। बारूद की चपेट में आने से फैक्ट्री मालिक के शरीर का आधा हिस्सा चीथड़ों में तब्दील हो गया।
दमोह एसपी सुनील कुमार तिवारी के अलावा पुलिस-प्रशासन और नगर पालिका का अमला और फायर बिग्रेड टीम मौके पर है। टीम ने तत्काल मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। बड़ी मात्रा में बारूद होने की संभावना को देखते हुए मलबे में पानी भी डाला गया। सबसे पहले टीम को फैक्ट्री मालिक का क्षत-विक्षत शव मिला। उनके शरीर का निचला हिस्सा चीथड़ों में बंट गया था। वहीं, एक घंटे की मशक्कत के बाद मलबे से दो महिलाओं को निकला गया, जिनकी मौत हो चुकी थी। उनका शरीर बुरी तरह से जला हुआ था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दमोह के इमलाई फैक्ट्री क्षेत्र में बारूद संग्रहण की परमिट थी, लेकिन यह अवैध रूप से अपने घर के पिछले इलाके में बारूद से पटाखा निर्माण करवा रहा था।