OMG : किसानों की चांदी करने वाली लहसुन जमीन पर,भाव सुन आप भी हो जायेंगे हैरान,आखिर क्या है कारण, पढ़े ये खास खबर

किसानों की चांदी करने वाली लहसुन जमीन पर,भाव सुन आप भी हो जायेंगे हैरान,आखिर क्या है कारण, पढ़े ये खास खबर

OMG : किसानों की चांदी करने वाली लहसुन जमीन पर,भाव सुन आप भी हो जायेंगे हैरान,आखिर क्या है कारण, पढ़े ये खास खबर

डेस्क। मध्यप्रदेश के किसानों के लिए लहसुन का व्यापार घाटे का साबित हो रहा है। बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें लहसुन की बोरियों को किसान नदी में फेंकते नजर आए। इंदौर समेत प्रदेश की मंडियों में लहसुन का सही दाम ना मिलने के कारण किसान उसे छोड़कर जाना ही सही समझ रहे हैं। धार के बदनावर में घाटे से परेशान होकर किसानों ने गाँव के पास स्थित चामला नदी में 100 कटती लहसुन फेंक दिया है।

कम रेट की वजह जानिए…
कुछ व्यापारियों ने बताया लहसुन का बंपर उत्पादन हुआ है। मौसम के कारण कई इलाकों में लहसुन की फसल बिगड़ गई है। वे कहते हैं कि इस कारण से खराब लहसुन के रेट्स नहीं मिल रहे हैं।

किसानों का कहना है की इंदौर मंडी में उन्हें लहसुन के बदले भाड़े तक की कीमत नहीं मिल रही है। ऊपर से इसकी साफ-सफाई का खर्चा भी लग रहा है। बारिश के मौसम में लहसुन खराब भी हो रहे हैं, इसलिए किसान इन्हें फेकने को मजबूर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर की मंडी में 20 क्विंटल लहसुन के लिए सिर्फ 2000 रुपये मिल रहे है। यानि प्रति एक किलो लहसुन के लिए 1 रुपये मिल रहे हैं।

बता दें की 5-23 अगस्त के बीच राज्य की मंडियों में 2 लाख 50 हजार क्विंटल लहसुन आए थे। जिसमें से 1 लाख 90 हजार क्विंटल लहसुन की बिक्री 14 अगस्त से 23 तक हुई है। वहीं 5 अगस्त से 13 अगस्त के बीच सिर्फ 61 हजार क्विंटल लहसुन की बिक पाएं। मध्यप्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर लहसुन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। जहां रतलाम में 4 बड़े प्रदर्शन हुए वहीं उज्जैन में किसान कृषि मंत्री का पुतला दहन कर रहे हैं।


इतना ही नहीं देवास में 18 अगस्त को लहसुन की शवयात्रा तक निकाली गई। किसानों ने सरकार पर सही निर्यात और आयात की नीति ना लाने के आरोप लगाए हैं। 23 अगस्त को इंदौर मंडी में 4,497.49 क्विंटल लहसुन आए। यहाँ लहसुन की न्यूनतम रेट 238.00 क्विंटल रही। वहीं अधिकतम रेट 1,792 क्विंटल देखी गई है।