NEWS: मनासा क्षेत्र में मूसलाधार बारिश, हालात देख अलर्ट हुआ प्रशासन, SDM ने पटवारी सहित इन अधिकारियों को दिए निर्देश, पढ़े खबर

मनासा क्षेत्र में मूसलाधार बारिश, हालात देख अलर्ट हुआ प्रशासन,

NEWS: मनासा क्षेत्र में मूसलाधार बारिश, हालात देख अलर्ट हुआ प्रशासन, SDM ने पटवारी सहित इन अधिकारियों को दिए निर्देश, पढ़े खबर

मनासा। मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों में लगातार बरिश होने के बाद नीमच जिले में शुक्रवार शनिवार सुबह से कुछ-एक मिनट के लिए ही बारिश थमी रही। इसी बीच प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक और बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। हालांकि प्रदेश में मानसून के आने के बाद भारी बरसात से राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। पिछले दिनों इंदौर और खरगोन में तेज बारिश के चलते आई बाढ़ से गाड़ियां भी बह गईं थी। वहीं अब एक बार फिर मौसम विभाग ने तेज बारिश के फिर से होने के संकेत देते हुए सभी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

शनिवार देर शाम मनासा अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम पवन बारिया ने जानकारी देते हो बताया कि लगातार हो रही क्षेत्र में भारी बारिश के चलते हालत को देखते हुए अगर नदी नालों पुलिया रपट पर पानी हो तो नजदीकी गांव के कोटवार और पटवारी को बेरीकेट लगाने के लिए निर्देशित किया गया हैं। साथ ही पर्यटन स्थल केदारनाथ रामपुरा रिंगवाल, झरनेश्वर में पटवारी और कोटवारों को निर्देशित किया गया है। वही धार्मिक पर्यटन स्थल पर शनिवार रविवार को पड़ने वाली सेलानियो की भीड़ को देखते हुए  झरने कुंड नदी नालों से दूर रखने के लिए मंदिर समिति के सदस्यों कोटवार पटवारी और पुलिस जवानो की तैनाती रहेगी वही इस संबंध में सभी वन विभाग बीट प्रभारियों को भी निर्देशित किया गया है।

शनिवार को सुबह से ही लगातार हो रही क्षेत्र में भारी बारिश के चलते प्रशासनिक अधिकारीयो सहित मनासा अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम पवन बारिया तहसीलदार बीके मकवाना कुकड़ेश्वर तहसीलदार रामपुरा तहसीलदार ने पर्यटन स्थल नदी नालों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर संबंधित अधिकारीयो पंचायत कर्मचारियों कोटवार पटवारियों को निर्देशित किया है। अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम पवन बारिया ने हिंदी ख़बरवाला न्यूज के माध्यम से आमजन से अपील करते हुए कहा की लगातार हो रही क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से नदी नाले ऊफान पर है । ऐसे मे पुलिया रपट पर अधिक पानी हो तो जान जोखिम में डालकर कोई भी व्यक्ति उसे पर ना करें ।साथ ही ऊंचाई से गिरते झरने और पानी कुंड से दूर रहे।