NEWS : देवउठनी एकादशी, फूलों से विशेष श्रृंगार, तो खाटू वाले को लगाया छप्पन भोग, बाबा के दरबार में लगा भक्तों का तांता, धूमधाम से मनाया जाएगा तीन बाण के धारी का जन्मोत्सव, पढ़े खबर
देवउठनी एकादशी

रिपोर्ट- नरेंद्र राठौर
मल्हारगढ। देवउठनी एकादशी पर करोड़ो श्याम प्रेमियों के लिए ये दिन बड़े उत्सव से कम नही है इस दिन श्री खाटू श्याम बाबा जन्मदिन आता है जिसे सभी श्याम प्रेमी बड़े ही उत्साह के साथ मनाते है। जब से बाबा श्याम मल्हारगढ में विराजमान हुए है नित नए चमत्कार हो रहे है भक्तो की मुरादे पूरी हो रही है। प्रति एकादशी पर हजारों की संख्या में पैदल यात्री व अन्य भक्त बाबा के दर्शन के लिए पहुच रहे है। देवउठनी एकादशी पर बाबा श्याम का मंदिर के प्रधान पुजारी गुरुदेव आशीष जी शर्मा द्वारा कलकत्ता के फूलों द्वारा अलौकिक श्रृंगार किया गया। बाबा को छप्पन भोग लगाया गया।
आज के अलोकिक श्रृंगार को जिसने भी बाबा के श्रृंगार देखा आंखे ही नही हट रही थी । इस मौके को हजारो भक्तो ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया । देवउठनी एकादशी पर सुबह से ही महिला, पुरुष ओर बच्चे निशान लेकर बाबा श्याम की हवेली मल्हारगढ पहुचे ओर बाबा श्याम को निशान अर्पण कर खुशहाली की कामना की। मंगला आरती से भक्तो की भीड़ मंदिर में जुटना शुरू हुई जो देर रात तक जारी रहेगी जो अपने आप मे रिकार्ड होगा। मन्दिर के प्रधान पुजारी गुरुदेव आशीष जी शर्मा ने बताया कि बाबा श्याम का प्रतिदिन श्रृंगार हम मनमोहक ओर बेहतर करने की कोशिश करते है। रोजाना नित नया श्रृंगार करते है।
प्रत्येक एकादशी पर कुछ विशेष करने की कोशिश रहती है जो सनातन धर्म की ओर आकर्षित करे। बाबा श्याम जब से मल्हारगढ में विराजे है तब से हजारों अर्जियां भक्तो ने बाबा के मन्दिर मे बांधी ओर पूरी भी हुई, जो स्वीकार हुई । बाबा श्याम का मंदिर आज उचाईयो पर जा रहा है यह इस बात का प्रमाण है कि अर्जिया बाबा श्याम के द्वारा स्वीकार भी की जा रही है। तभी आज हजारों की संख्या में भक्तगण पैदल बाबा श्याम के दरबार पहुचे है।
डीजे ओर ढोल के साथ पैदल यात्राओं में नारायणगढ़,बरखेड़ा पंथ, खेरखेड़ा, बरखेड़ा देव, चलदू , नयाखेड़ा, हरकिया खाल,पिपलीया मंडी सहित अन्य गांवों से भी पैदल यात्रा पहुची है। मंदसौर से डीजे के साथ विशाल वाहन यात्रा भी बाबा श्याम के दरबार पहुची। आज जिन श6आम प्रेमियों ने बाबा श्याम को निशान अर्पण किये वह निशान बाबा की आज्ञा से अपने साथ लेकर गए जो अपने घर और दुकान पर लगाये जायेंगे जो सनातन संस्कृति को दर्शाएंगे ।