NEWS: जनपद अध्यक्ष को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते पकड़ा, गोपाल चारण को पद से हटाने की मांग, ब्लॉक कांग्रेस ने दिया धरना, प्रदर्शन के बाद सौंपा ज्ञापन, अहीर ने मंत्री एवं जनप्रतिनिधियों पर लगाए आरोप, पढ़े खबर
जनपद अध्यक्ष को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते पकड़ा, गोपाल चारण को पद से हटाने की मांग, ब्लॉक कांग्रेस ने दिया धरना, प्रदर्शन के बाद सौंपा ज्ञापन, अहीर ने मंत्री एवं जनप्रतिनिधियों पर लगाए आरोप, पढ़े खबर
जावद। जावद, रतनगढ़, सिंगोली, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयुआई, सेवादल के बेनर तले एवं जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष अनिल चोरसिया व कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजकमार अहीर के नेतृत्व में समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा ने शुक्रवार प्रातः 12.30 बजे बस स्टेण्ड जावद पर धरना दिया, धरना लगभग 2.30 बजे तक चला। उसके पश्चात समस्त कांग्रेसजन एकत्रित होकर दोपहिया वाहनो के साथ बस स्टेण्ड से एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां राज्यपाल के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौपा। हाथो में तख्तीयों पर लिखा था ‘भाजपा का नारा, 10 प्रतिशत कमीशन हमारा ’‘गोपाल चारण को पद से हटाओं’ ‘मंत्री सकलेचा इस्तीफा दो...!
ज्ञापन में बतया गया कि, जावद जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण जो कि भाजपा से संबंधित होकर भाजपा की ही ग्राम पंचायत खोर के सरपंच बलराम जाट ने अपनी पंचायत में भवन निर्माण स्वीकृति करवाने कराने हेतु 10 प्रतिशत कमीशन 50 हजार रुपए देकर लोकायुक्त पुलिस ने गोपाल चारण को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जावद में यह पहला मामला है, जब कोई जनप्रतिनिधि खुले तौर पर रिश्वत लेते हुए धराया। स्वच्छ राजनीति अतीत पर भाजपा के इस कुशासन के परिणाम स्वरूप कलंक लग गया। जबसे मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा नोएडा से दिल्ली अपना धंधा छोड़कर जावद में राजनीति करने आए है, तब से राजनीतिक भ्रष्टाचार निरंतर बढ़ रहे हैं। उनकी सेना के लगभग सभी नायक पार्टी पदाधिकारी, नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष राजनीतिक को व्यापार की तरह कर धन कमाने में जुटे हैं।
चुनावों में लाखों रुपए खर्चे किए और अनुचित रुप से चुनाव जीत लिये, व अब करोड़ों रुपए कमाने में इन संस्थाओं के लिए आवंटित धन का दुरुपयोग कर रहे हैं। पूरी राजनीति को नष्ट व भ्रष्ट कर दिया है। क्षेत्र के सरकारी सेवक, कर्मचारी, अधिकारी भाजपाइयों से डरे हुए हैं और उनकी भ्रष्ट करतूत की मुक साक्षी बनकर इन्हें भ्रष्टाचार करने से रोकने के बजाय इन्हीं इनकी मदद ही कर रहे हैं। बड़ी अजीब बात है की सरपंच बलराम जाट का कहना है कि उन्होंने व अन्य सरपंचों ने मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा से जनपद में वसूली होने व रोकने का आग्रह किया तो सकलेचा ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
पत्रकारों ने नयागांव में भाजपा के चंद पदाधिकारियों द्वारा बैरियर पर किसानों व सब्जी विक्रेताओं से लूटमार करने व अवैध वसूली की जानकारी देने पर मंत्री सकलेचा का जवाब था कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं। स्पष्ट है कि, क्षेत्र में भ्रष्टाचार अवैध वसूली मंत्री सकलेचा की जानकारी व संरक्षण में ही चल रही है। क्षेत्र में उद्योगों की भूमि काटने का काम इसी भ्रष्ट वसूली की प्रेरणा से ही चल रहा है।
ज्ञापन के माध्यम से महामहित राज्यपाल से समस्त कांग्रेस पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं ने मांग कि गोपाल चारण को तुरंत जनपद अध्यक्ष पद से हटाया जाए तथा 10 प्रतिशत कमीशन लेकर पूर्व में दी गई राशि स्वीकृतिया रद्द की जाए व सरपंचों को उनकी राशि लौटाई जाए। साथ ही नयागांव बैरियर पर भाजपा के चंद नेताओं ने जिन्होंने लाखों रुपए खर्च पर पद हासिल किए हैं। जिनकी भागीदारी में अवैध वसूली का यह अड्डा चल रहा है। तुरंत बंद कर इनके विरुद्ध अपराधिक मामले कायम किए जाएं। यदि तुरंत कुछ नहीं किया तो इन अवैध वसूली कर्ताओं को बैरियर से भगाने हेतु कांग्रेसन अगला आंदोलन बैरियर पर ही करेंगे। मंत्री सकलेचा की निजी सेना को भ्रष्टाचार करवाने से तुरंत रोका जाए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर ने कहा, जावद का नाम पूरे मध्य प्रदेश में परोशन हो गया, कोई अच्छे काम करके जावद का नाम रोशन करता है तो कोई भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, घूस लेकर जावद का नाम रोशन कर रहा है। जावद जनपद रिश्वतखोरी का मामला पूरे मध्यप्रदेश में रोशन हो गया, मध्यप्रदेश की जनता भाजपा पर थू थू कर रही है। उन्हीं की पार्टी के जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार करते हुए रंगे हाथों पकड़े जाते हैं, लेकिन सकलेचा जी की नींद नहीं खुलती है। वह मीडिया के सामने आकर घूसखोरी वाले मामले में कुछ नहीं बोलते हैं, बोलेंगे भी कैसे किस मुंह से, उन्हीं के सिपहसालार गोपाल चारण रिश्वत लेकर क्षेत्र में भाजपा का नाम रोशन कर रहे हैं।
जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण किस प्रकार से जनपद अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे हैं यह सभी को पता है। चुनाव में अनाप-शनाप खर्च कर कुर्सी पर विराजमान तो हो गए अब उसकी भरपाई रिश्वतखोरी से ही की जा रही है। कई सरपंचों से कमीशन की मांग की जाती है, कई सरपंचों ने गोपाल चारण की शिकायत लोकायुक्त को की है, लेकिन सरपंच डर के कारण सामने नहीं आना चाहते हैं। जब लोकायुक्त की कार्रवाई हो रही थी तब भाजपा के कई नेता जनपद पंचायत में पहुंचे और लोकायुक्त अधिकारियों से कहा कि मंत्री से बात कर लो लेकिन अधिकारियों ने बात नहीं की इसका मतलब यह है कि मंत्री भी गोपाल चारण को बचाना चाहते हैं।
आज जावद में सरकारी विभागों में सत्ता के दलाल घूम रहे हैं वह आने वाले चुनावों के लिए अभी से रुप्ए एकत्रित कर रहे हैं। कोई जनपद में भ्रष्टाचार करता है, तो कोई आंगनवाड़ी में बच्चों के खिलौनों के रूपयो में भ्रष्टाचार करता है, तो कोई रेत के अवैध डंपर निकलवाने में लिप्त है, तो कोई नयागांव बेरियल पर वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। भाजपा वाले सिर्फ क्षेत्र की जनता को लूटने का काम कर रहे हैं, यह सब काम क्षेत्र के मंत्री सकलेचा की देखरेख में चल रहा है। अभी वर्तमान में नगर परिषद में अध्यक्ष बने वे सभी रुपए देकर बने, अब रुपए की रिकवरी भ्रष्टाचार के माध्यम से कर रहे हैं।
जावद सहित मध्यप्रदेश की जनता को भी पता है कि मंत्री सकलेचा ने भी घोटाला किया है। जनता को 251रुपए (फ्रीडम मोबाइल) में मोबाइल देने का वादा किया था और उसकी एडवांस बुकिंग भी करवाई गई लेकिन अभी तक नागरिकों को कोई मोबाइल नहीं मिला। यहां तक की बुकिंग वाले रुपए भी वापस नहीं मिले, सकलेचा जी यह सारे रुपए हजम कर गए हैं।
क्षेत्र में सड़कों की हालत बुरी तरीके से खराब हो चुकी है क्योंकि भाजपा के लोग इन्हीं मार्गों से अवैध रेत के डंपर निकलवा रहे हैं। गांव वाले विरोध करते रहते हैं तो पुलिस कुछ डमफरो को पकड़ लेती है फिर छोड़ देती है। क्षेत्र के अलग अलग मार्गाे से लगभग 50 से अधिक डंपर निकल रहे हैं लेकिन कभी-कभी पुलिस कुछ डमफरो को पकड़ लेती है और फिर उनके साथ पैसों का खेल किया जाता है। क्षेत्र में विकास नहीं हो रहा है क्योंकि सत्ता में अब दलाल लोग आ गए हैं।
चिकित्सा के नाम पर क्षेत्र में कोई सुविधा नहीं है, मंत्री जी ने कहा था कि उनके पिताजी स्व.वीरेंद्र कुमार सकलेचा की स्मृति में एक अस्पताल बनवाया जाएगा, अस्पताल तो बनवाया लेकिन अब वह धूल खा रहा है, क्योंकि मंत्री ने डाक्टर और कर्मचारियों के पैसे भी नहीं दिए। नीमच जिले में मेडिकल कॉलेज बनने जा रहा है वह माननीय कमलनाथ के की देन है, तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने क्षेत्र की जनता की मांग पर सिंगोली आमसभा में घोषणा की थी कि मेडिकल कॉलेज नीमच में बनेगा। उ
सके बाद मंत्री, विधायक एवं सांसद ने विरोध किया। क्षेत्र की जनता धरना आंदोलन कर मेडिकल कालेज की सौगात नीमच में ही रखने को कहा। कुछ दिनों पूर्व मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नीमच आए और आनन-फानन में अधूरे पड़े मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास कर दिया और तो और मेडिकल कालेज का नामकरण स्व. वीरेंद्र कुमार सकलेचा के नाम रखा गया। कांग्रेस की सरकार बनते ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास माननीय कमलनाथ जी के हाथों किया जाएगा एवं उसी वक्त नया नाम भी रखा जाएगा।
वही जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया ने कहा, मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार हैं आरोपी भी बीजेपी के और शिकायतकर्ता भी भाजपा के ही हैं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को तुरंत इस मामले में आरोपी गोपाल चारण को पदमुक्त करना चाहिए ताकि मध्यप्रदेश में अच्छा संदेश जाए। भाजपा कह रही हैं की गोपाल चारण को षड्यंत्र पूर्वक फसाया गया हैं तो हम उन्हे बता दे की लोकायुक्त की टीम ने गोपाल चारण का मोबाईल नंबर भी ट्रैप करवाया है उसके बाद लोकायुक्त ने कार्यवाही की, लोकायुक्त पुख्ता सबूत होने के बाद ही इस प्रकार की कार्यवाही को अंजाम देती हैं। कही ना कही भाजपा और मंत्री सकलेचा अपने चहीते गोपाल चारण को बचाना चाहती है। हमे तो लगता हैं की इस रिश्वतखोरी वाले मामले में मंत्री जी की भूमिका भी संदिग्ध हैं।
वही ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश अहीर ने कहा कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के क्षेत्र में खिलौना घोटाला होता है, खिलौने का रुपया एक निजी व्यक्ति के खाते में डाला जाता है। नगर परिषद में कर्मचारी आवास योजना में घोटाला करता है और अब उन्ही के खास सिपहसालार गोपाल चारण पचास हजार रूपयो की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त के द्वारा रंगे हाथो धरे जाते है। कई ना कही इन सभी घोटाले और रिश्वतखोरी के पीछे मंत्री सकलेचा जी का हाथ हैं, जभी जनप्रतिनी इस प्रकार के कामों को अंजाम दे रहे हैं। अब मंत्री जी को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं रतनगढ़ कार्यवाहक ब्लॉक अध्यक्ष ने कहा जनप्रतिनिधि चुनाव के समय लाखो-करोड़ो रुपए खर्च करके चुनाव लड़ते हैं और उस खर्चे की भरपाई गरीब जनता से दस प्रतिशत कमीशन के माध्यम से की जाती है। जावद विधानसभा की सभी नगर परिषद में अध्यक्ष की कुर्सी के चुनाव में भी जनप्रतिनिधियों ने लाखो रुपए खर्च किए हैं कही ना कही नगर परिषदों में भी रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार होने की आशंका है।