POLITICS NEWS : नीमच विधानसभा चुनाव, भाजपा में एंटी-इनकम्बेंसी का डर, तो कांग्रेस को अंतरकलह की चिंता...! इस बीच उम्मीदवारी पर मंथन दोनों और, BJP में नाम संघ से या फिर दांव इन पर ही...! क्या COG में भी कोई चौकाने वाला नाम...? पढ़े ये खास खबर

नीमच विधानसभा चुनाव

POLITICS NEWS : नीमच विधानसभा चुनाव, भाजपा में एंटी-इनकम्बेंसी का डर, तो कांग्रेस को अंतरकलह की चिंता...! इस बीच उम्मीदवारी पर मंथन दोनों और, BJP में नाम संघ से या फिर दांव इन पर ही...! क्या COG में भी कोई चौकाने वाला नाम...? पढ़े ये खास खबर

नीमच। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनितिक दल सक्रीय होकर अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए है, पार्टियां जहां एक दूसरे पर हमलावर होकर घेरने में लगी है, तो वहीं अपने उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी बड़े पैमाने पर काम कर रही है। सर्वे रिपोर्ट और पर्वेक्षको के आधार पर दावेदारों के नामों पर विचार-विमर्श भी शुरू हो चूका है। इसी कड़ी में नीमच विधानसभा की बात की जाये, तो यहां भाजपा कांग्रेस की और से कुछ नाम सामने आये है। जिनमे से ही कोई एक चुनावी दंगल में हमें आने वाले समय में दिखाई देगा। 

सबसे पहले बात भाजपा की करते है, यहां वैसे तो वर्तमान विधायक दिलीप सिंह परिहार का नाम ही सबसे ऊपर है, वे तीन बार के विधायक होने के साथ ही सरल सहज व्यक्तित्व के धनी होने के चलते अब भी पार्टी आलाकमान की पहली पसंद हो सकते है, जबकि भाजपा के जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार बड़े दावेदार इस बार दिखाई दे रहे है। युवा होने के साथ ही संगठन में मजबूत पकड़ ओर अपनी दमदार कार्यशैली के चलते इनकी दावेदारी दमदार मानी जा रही है। हालंकि सूत्रों की माने तो शीर्ष नेतृत्व तीसरे विकल्प पर भी विचार कर रहा है। जिसमे कोई चौकाने वाला नाम भी हो सकता है, जो संघ की ओर से हो...!

अब कांग्रेस की बात करें, तो यहां दावेदार ही दावेदार नजर आते है। नामों को देखें तो सबसे ऊपर नाम उमराव सिंह गुर्जर का दिखाई पड़ता है, ये पुराने खाटी नेताओं में होने के साथ में ही क्षेत्र में अपनी अच्छी खासी पकड़ रखते है। इसके बाद इस समय नया उभरता युवा चेहरा अपनी अलग ही छाप छोड़ता दिखाई दे रहा है। जिसका नाम तरुण बाहेती है...! इनके साथ ही एक ऐसी कांग्रेस की नेत्री भी है, जिनका नाम पिछले विधानसभा चुनावों में भी ऊपर तक गया था, लेकिन समीकरणों की उथल पुथल में वे पिछड़ गई, मधु बंसल वो नाम है जो कांग्रेस में ही नहीं भाजपा में भी चौकाने वाला हो सकता है। जबकि हरीश दुआ ने भी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात करते हुए अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। पर इन नामों से अलग ही पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल का भी नाम हल्के में नहीं लिया जा सकता। वे दिग्गी राजा खेमे से आते है, और इस समय उनकी बढ़ती सक्रियता अन्य दावेदारों को चिंता में डाले है। 

भाजपा हो या कांग्रेस... इस बार के चुनावों में अपनी पानी पूरी ताकत झोकने वाले है। खास कर मालवा क्षेत्र की नीमच जिले की तीनो सीटों पर सबकी नजर है। भाजपा को यहां एंटी-इनकम्बेंसी फेक्टर का सामना करते हुए ये बड़ा डर है कि, कहीं जनता इस बार उनके उम्मीदवारों को नकार ना दें, तो वही कांग्रेस इस मोके को भुनाने में कोई कोर कसर छोड़ने को तैयार नहीं है। पर हर बार की ही तरह अंतरकलह कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योकि दावेदार यहां बहोत है।