BIG NEWS : पशुपतिनाथ कॉरिडोर, निर्माण की और बड़ा एक और कदम, स्मार्ट सिटी उज्जैन लेगी ये बड़ा निर्णय, तो कैफेटरिया व अतिथि गृह जाएंगे इनके पास, क्या बोले विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, पढ़े ये खबर
पशुपतिनाथ कॉरिडोर
मंदसौर। विश्व प्रसिद्ध अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर उज्जैन में महाकाल लोक की तर्ज पर पशुपतिनाथ कॉरिडोर बनाने की दिशा में एक कदम ओर आगे बढ़ा है। मंदिर प्रबंध समिति व जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त ने पशुपतिनाथ मंदिर कॉरिडोर का खाका तैयार करने के लिए उज्जैन स्मार्ट सिटी को एजेंसी तय किया है। अब उज्जैन स्मार्ट सिटी तय करेगी कि पशुपतिनाथ कॉरिडोर कैसा होगा, ओर इसमें क्या-क्या शामिल होगा। इसके लिए यहां आकर पहले सर्वे किया जाएगा।
इसके बाद तमाम संभावनाओं के आधार पर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। इसके साथ ही पशुपतिनाथ मंदिर के समीप स्थित कैफेटरिया व चंदपुरा में स्थित पशुपतिनाथ अतिथि गृह भी अब प्रदेश के पर्यटन निगम को दिया जा रहा है। जो इसका रखरखाव करने के साथ वह इसे संचालित करेंगे। इसमें कैफेटरिया के पीछे शिवना के घाट पर पर्यटन निगम ने नोकाविहार शुरु करने की बात भी कही है। इसके प्रस्ताव को भी शुक्रवार को पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में मंजूरी दी गई है। तो वहीं पशुपतिनाथ लोक बनाने से लेकर अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा करते हुए निर्णय लिया है।
कॉरिडोर के लिए कलेक्टर कर रहे पत्राचार-
विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने बताया कि, कैफेटरिया व अतिथि गृह को पर्यटन निगम को देने का प्रस्ताव पारित किया गया। पर्यटन निगम की इनका रखरखाव करेगा और शिवना घाट पर निगम ही नौकाविहार भी शुरु करेगा। इसके अलावा पशुपतिनाथ कॉरिडोर बनाने के लिए अब शासन व स्मार्ट सिटी उज्जैन के साथ कलेक्टर लगातार पत्राचार कर रहे है। स्मार्ट सिटी उज्जैन को मंजूरी हुई है। अब निरीक्षण के बाद डिजाईन पर बात आगे बढ़ेगी। डीपीआर बनने के बाद इस पर आगे का काम होगा। इसके अलावा मंदिर से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी निर्णय लिया गया।
सावन को लेकर निरीक्षण कर तैयारियों पर की चर्चा-
3 जुलाई से शुरु हो रहे भगवान शिव की आराधना के महापर्व सावन माह में यहां भक्तों की आवाजाही ओर आयोजनों को लेकर भी समिति ने बैठक के दौरान तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने से लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन कराने व वाहनों की पार्किंग से लेकर मंदिर पर की जाने वाली विद्युत साज-सज्जा के साथ ही अन्य अन्य तैयारियों पर चर्चा करते हुए निर्णय लिए गए। बैठक के बाद अधिकारियों व समिति के सदस्यों ने सावन माह व सावन सोमवार को लेकर मंदिर व परिसर का निरीक्षण भी किया। इस दौरान तमाम इंतजामों पर सभी ने मंथन किया।
इस दौरान विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, कलेक्टर दिलीप यादव, जिला पंचायत सीईओ कुमार सत्यम, एसपी अनुराग सुजानिया, नपाध्यक्ष, एसडीएम एसएल शाक्य, नपा सीएमओ सुधीरकुमारसिंह सहित लोक निर्माण विभाग से लेकर बिजली कंपनी के अलावा अन्य सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।