BIG NEWS: नीमच में दिन-दहाड़े भाजपा कार्यकर्ता को रोका, पहले नाम पूछा, फिर दें डाली जान से मारने की धमकी, कैंट थाने में FIR...! घटना इस मुख्य मार्ग का, पढ़े खबर

नीमच ने दिन-दहाड़े भाजपा नेता को रोका

BIG NEWS: नीमच में दिन-दहाड़े भाजपा कार्यकर्ता को रोका, पहले नाम पूछा, फिर दें डाली जान से मारने की धमकी, कैंट थाने में FIR...! घटना इस मुख्य मार्ग का, पढ़े खबर

नीमच। शहर में स्कूटी के आगे बाइक लगाकर अज्ञात युवकों ने एक भाजपा कार्यकर्ता को धमकी दी। जिससे घबराकर ये कार्यकर्ता अपनी स्कूटी मौके पर ही छोड़ पैदल दौड़े, फिर जब ये बाइक सवार अज्ञात बदमाश मौके से चले गए, जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ता ने अपने परिचितों के साथ थाने पहुंचकर घटना के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई। घटना मंगलवार दोपहर करीब 12.15 बजे की शहर के मुख्य चौराहे लायंस पार्क के पास की है। 

जानकारी के अनुसार भाजपा कार्यकर्ता विकास नामदेव ने कैंट थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई, जिसमे उन्होंने बताया कि, मैं सीआरपीएफ रोड़ के समीप रहता हूं... दिनाक- 27 फरवरी, मंगलवार की दोपहर करीब 12.15 बजे मैं सीआरपीएफ रोड़ पर सुप्रीम अलाईमेन्ट व पग श्रृंगार शौरूम के बीच खड़ा होकर एक अन्य व्यक्ति से बात कर रहा था। जब मैं यहां से निकला, तो पीछे से तीन अज्ञात युवक बाइक से आये व मुझे अश्लील गालियां देते हुए बोले कि, तूं ही विकास नामदेव है क्या... और मेरा रास्ता रोककर जान से मारने की धमकी दी। 

मैं वहां से जान बचाने के लिए मौके पर गाड़ी छोड़कर भाग गया व धमकी देने वाले तीन अज्ञात युवक भी भाग निकले। फिर मैने अपनी गाड़ी से काफी दूर तक उनका पीछा किया, लेकिन तीनों अज्ञात युवक भीड़ का फायदा उठाकर भाग गये। उनका नाम पता मैं नही जानता हूं... घटना प्रियांशु लोडा व फाईव स्टार पान वाले ने देखी है। 

इस पूरे मामले में विकास नामदेव ने अपने पिता कैलाश नामदेव के साथ कैंट थाने पहुंच कर एफआईआर दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने धारा- 341, 294, 506 व 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।

पूर्व में हुआ था विवाद- 

विकास नामदेव ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि, बीती दिनांक 18 फरवरी की रात वाहन पार्किंग की बात को लेकर मेरे घर के पास स्थित रेस्टोरेन्ट संचालक को मैंने आपत्ति दर्ज करवाई थी, और पार्किंग व्यवस्था सुधारने का निवेदन किया। जिस पर अमन जैन सहित अन्य लोगों ने हाथापाई की। इस विवाद के दौरान अन्य लोगों की समझाईश से विवाद शांत हो गया था, जिसकी रिपोर्ट मैने नहीं की थी।