NEWS: विश्वविद्यालय की प्रावीण्य सूची में जाजू कन्या महाविद्यालय ने मारी बाजी, तीन स्वर्ण पदक सहित कुल 11 छात्राओं को प्रावीण्य सूची में मिला स्थान, पढ़े खबर
विश्वविद्यालय की प्रावीण्य सूची में जाजू कन्या महाविद्यालय ने मारी बाजी
नीमच। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा हाल ही में घोषित वर्ष 2021 की प्रावीण्य सूची में श्री सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की कुल 11 छात्राओं ने स्थान प्राप्त करके विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में अव्वल स्थान प्राप्त किया। इनमें से एम.एससी. (भौतिकी) की छात्रा कु. आयुषी मेहता / संजय मेहता, बी.एच.एससी. संकाय में कु. अर्चना / घनश्याम एवं कु. हेमलता योगी / प्रभुनाथ ने प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
उल्लेखनीय है कि, एम.एससी. (भौतिकी) की घोषित प्रावीण्य सूची के 06 विद्यार्थियों में से 03 विद्यार्थी इसी महाविद्यालय से है। कु. आयुषी मेहता / संजय मेहता ने प्रथम स्थान, कु. रिन्कु धाकड़ / कैलाशचंद्र धाकड़ ने द्वितीय स्थान तथा कु. अश्विनी धाकड़ / जानकीलाल ने पंचम स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार बी.एच.एससी. संकाय की प्रावीण्य सूची के कुल 11 विद्यार्थियों में से इस महाविद्यालय के 06 विद्यार्थियों कु. अर्चना / घनश्याम एवं कु. हेमलता योगी / प्रभुनाथ दोनों ने समान अंकों के साथ प्रथम स्थान, कु. मंजु रावत / राधेश्याम ने तृतीय स्थान, कु. कृष्णा चैहान / सत्यनारायण ने चतुर्थ स्थान, कु. सलोनी शर्मा / जीवनलाल ने सप्तम स्थान एवं कु. रूआबजान /सलीम खान ने अष्टम स्थान प्राप्त किया है।
कला संकाय की प्रावीण सूची में नीमच जिले से एक मात्र छात्रा कु. मेहवीश सैयद / हसन अली ने चतुर्थ स्थान प्राप्त करके महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है। बी.एससी. की प्रावीण सूची में छात्रा कु. प्रगति पाटीदार / लक्ष्मीनारायण प्रावीण्य सूची में आठवें स्थान पर रही। अभी कुछ संकायों की प्रावीण्य सूचियां घोषित होना शेष है।
आज दिनांक तक मालवांचल में विशिष्ट स्थान रखने वाले इस महाविद्यालय की कुल 275 विद्यार्थियों ने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की प्रावीण्य सूचियों में नाम दर्ज करवाकर महाविद्यालय को स्वर्णिम उपलब्धियां प्रदान की है।
महाविद्यालय के सम्पूर्ण स्टाफ सहित प्राचार्य डा. एन.के. डबकरा ने सभी मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए शुभकामनाएं प्रदान की है। डा. एन.के. डबकरा ने कहा कि, यह उपलब्धियां यहां के प्राध्यापकों के अथक परिश्रम और विद्यार्थियों की मेहनत का परिणाम है।