NEWS: सारड़ा परिवार के निवास पर मनाया गया फाग उत्सव, गुलाल व फूलों की वर्षा के साथ खेली होली, तो भजनों झूम उठी महिलाएं, पढ़े खबर
सारड़ा परिवार के निवास पर मनाया गया फाग उत्सव, गुलाल व फूलों की वर्षा के साथ खेली होली, तो भजनों झूम उठी महिलाएं, पढ़े खबर
जावद। नगर में फाग माह के पावन पर्व पर मंदिरो व घर-घर फाग महोत्सव मनाए जाने का क्रम निरंतर जारी है। शनिवार को माहेश्वरी समाज के वरिष्ठ एवं पंचा नाम से प्रख्यात स्व. बालकृष्ण जी सारडा के निज निवास मुखर्जी मार्ग स्थित सारडा सदन पर श्रीमती कौशल्या बाई सारडा की उपस्थिति में अर्चना कमलेश सारडा परिवारजनो के सौजन्य से फाग उत्सव महोत्सव के रूप में धुमधाम से मनाया गया।
महिलाओं ने एक से बढकर एक मधुर मधुर भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दी। राधिका छोरी से करादे मारो ब्याह.. आई रे आई होली आई है... मंडफिया में उडेरे गुलाल, रंग मारो केसरिया... सेठो के सेठ मारो सावलिया सेठ, बाकी सब डुपली केट... आदी भजनों की थाप एवं फुल, गुलाल व ईत्र की वर्षा के साथ महिलाएं झूम उठी।
कृष्ण राधा आकर्षण जीवंत झांकी दर्शाई गई, पुरे निवास पर फुलो व विद्युत साज सज्जा से सजाया गया। श्रीकृष्ण मधु मूंदडा, राधा इंदू पलोड बनकर सखियो के साथ गुलाल से होली खेली। तत्प्रश्चात सभी को होली की बधाई देकर प्रसाद वितरित किया गया। अर्चना कमलेश सारडा ने बताया है कि माहेश्वरी समाज के हर निवास पर फाग उत्सव का आयोजन करके भगवान का श्रृंगार करना चाहिए, ऐसा करने से घर में सुख, समृद्धि व सुखहाल रहता है।
इस मौके पर कौशल्या बाई सारडा, कांता सारडा, अर्चना सारडा, गायत्री राठी, मानकुंवर बांगड, हेमलता संघवी, इंदू पलोड, शांता गगरानी, स्नेहलता डाढ, कौशल्या सारडा, गीता देवी काबरा, मंजू काबरा, दिव्या बांगड, सावित्री काबरा, शशीकला काबरा, रमा सोमानी, मधू मूंदडा, राधिका डाढ, सुमन काबरा, मधू संघवी, पिंकी सारडा आदि महिलागण उपस्थित थे। आभार अर्चना कमलेश सारडा ने माना।