BIG BREAKING: नीमच में रिश्वत का बड़ा खेल, पति को सुविधा देने के नाम पर पत्नी से ही रुपयों की मांग, शिकायत के बाद लोकायुक्त की कार्यवाही, जिला जेल का चीफ आरक्षक रंगे हाथों गिरफ्तार, पढ़े खबर

नीमच में रिश्वत का बड़ा खेल, पति को सुविधा देने के नाम पर पत्नी से ही रुपयों की मांग, शिकायत के बाद लोकायुक्त की कार्यवाही, जिला जेल का चीफ आरक्षक रंगे हाथों गिरफ्तार, पढ़े खबर

BIG BREAKING: नीमच में रिश्वत का बड़ा खेल, पति को सुविधा देने के नाम पर पत्नी से ही रुपयों की मांग, शिकायत के बाद लोकायुक्त की कार्यवाही, जिला जेल का चीफ आरक्षक रंगे हाथों गिरफ्तार, पढ़े खबर

नीमच। लोकायुक्त की टीम ने नीमच जिले में एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। इस दौरान टीम ने नीमच जेल में पदस्थ एक आरक्षक को हजारों रूपयें की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफतार किया है। 

जानकारी के अनुसार बीती 8 मार्च को नीमच जिले की निवासी एक महिला ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को एक शिकायत की थी। इस दौरान महिला ने बताया था कि, जेल में पदस्थ आरक्षक गिर्राज सिंह राजपूत महिला के पति को जेल में अच्छा खाना देने सहित अन्य सुविधाओं के लिए रूपयों की मांग करता है। 

शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त अनिल विश्वकर्मा के निर्देश पर ट्रैप आयोजित किया गया, और मंगलवार को लोकायुक्त निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में टीम नीमच जिला जेल पहुंची। जहां ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू की गई। इस दौरान टीम ने जेल चीफ पुलिस आरक्षक गिर्राज सिंह राजपूत को नीमच जिला जेल परिसर में आवेदिका से 3 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वहीं मौके पर कार्यवाही अब भी जारी है। 

गौरतलब है कि बीते दिनों आवेदिका मंगला गुर्जर निवासी नीमच ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि, उसका पति नीमच जिला जेल में बंद है। पति पूर्व में पटवारी था, और 2015 में लोकायुक्त ने ही कार्यवाही करते हुए उसे ट्रैप किया था। फिर 2021 में उसे विशेष न्यायालय ने सजा सुनाई थी। जिसके बाद जब भी महिला उसके पति से मिलते आती थी, तो मिलते और जेल में सुविधा देने की एवज में आरक्षक गिर्राज सिंह राजपूत महिला से रूपयों की मांग करता था। इसी दौरान सुविधा के 4500 रूपये और प्रत्येक मिलाई पर 300 रूपये देती थी। साथ ही बीती 2 मार्च को भी आरक्षक 1700 रूपए ले चूका है। 

उक्त कार्यवाही के दौरान मौके पर लोकायुक्त उज्जैन निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा, निरीक्षक बलवीर सिंह यादव, आरक्षक संजय पटेल, विशाल रेशमिया, उमेश जाटव, सुनील परसाई, श्याम शर्मा और महेन्द्र जाटवा सहित अन्य मौजूद रहें।