BIG NEWS : डायग्नोस्टिक सेंटर और कार में आगजनी का मामला, इसने जेल से छूटने के बाद बनाया प्लान, फिर दिया घटना को अंजाम, अब मुख्य सरगना पुलिस गिरफ्त में, मंदसौर पुलिस कप्तान ने किया खुलासा, पढ़े खबर
डायग्नोस्टिक सेंटर और कार में आगजनी का मामला

मंदसौर। एसपी अभिषेक आनंद के मार्गदर्शन, एएसपी गौतम सोलंकी और सीएसपी सतनाम सिंह के निर्देशन में थाना शहर कोतवाली पुलिस द्वारा दिनांक- 28 व 29 मई की मध्य रात्रि में सिविल हास्पीटल के सामने स्थित देव डायग्नोस्टिक सेंटर में हुई आगजनी एवं दिनांक 13 व 14 अगस्त की मध्य रात्रि को रामटेकरी मंदसौर पर स्थित डा. देवीदास संगतानी के मकान के सामने खडी चार पहिया कार वाहन बलेनो में हुई आगजनी की घटना का खुलासा करते हुये उक्त घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की।
जानकारी के अनुसार, दिनांक- 29.05.2024 को फरियादी डा. देवीदास पिता ताराचंद संगतानी निवासी रामटेकरी ने थाने में आकर प्रथम सुचना रिपोर्ट लेख करवाई कि, जिला शासकीय चिकित्सालय के सामने स्थित उनके संस्थान देव डायग्नोस्टिक सेंटर पर किसी अज्ञात आरोपी द्वारा नुकसान करने की नियत से ज्वलनशील पदार्थ से सेंटर में आग लगा दी। रिपोर्ट पर धारा- 436 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान में लिया।
इसी दौरान घटना दिनांक- 14.08.2024 फरियादीया नेहा होतवानी पिता डॉ. देवीदास संगतानी निवासी रामटेकरी के द्वारा थाने में प्रथम सुचना लेख करवाई कि, दिनांक- 13-14 अगस्त की मध्य रात्रि में उनकी चार पहिया बलेनो कार क्रमांक एमपी.14.सीसी.1787 को किसी अज्ञात आरोपी द्वारा नुकसान करने की नियत से ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज में उक्त घटना को कारित करने वाले तीन आरोपी दिखाई दिये, जो बाइक से आकर घटना कारित कर फरार होना, फरियादी के द्वारा संदेह कर बताया। साथ ही फरियादिया के द्वारा यह भी बताया गया कि, उक्त घटना कारित करने में उन्हे प्रमुख रुप से कमलेश होतवानी पिता चंदन कुमार होतवानी जो कि नेहा होतवानी के पति है, इनके द्वारा पूर्व विवादो के चलते यह घटना को अंजाम दिया गया होगा, ऐसा फरियादिया नेहा होतवानी के द्वारा बताया। फरियादिया कि, रिपोर्ट पर धारा- 326 (f), 287, 61 (2), 3 (5) भारतीय न्याय संहिता के तहत पंजीपद्ध किया जाकर अनुसंधान मे लिया।
अनुसंधान के दोरान प्राप्त तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबीर सूचना के आधार पर उक्त घटना के प्रमुख संदेही कमलेश होतवानी की तलाश मंदसौर में उसके मिलने के संभावित स्थानो पर की गई, परंतु सफलता नही मिली। फिर इंदौर जाकर भी संदेही की तलाश की। प्रकरण मे सफलता नही मिलने पर पुनः तकनीकी साक्ष्य जुटाये जाकर संदेही की तलाश हेतु पुलिस टीम को गोवा भेजा। जहां गोवा से संदेही के मिलने के अनेक स्थानो पर पुलिस तलाश की काफी प्रयास उपरांत पुलिस को संदेही को पकडने मे सफलता प्राप्त की।
प्रारंभिक पुछताछ में संदेही को घटना की जानकारी होने का संदेह होने पर उसे थाना लाकर थाने पर विस्तृत पुछताछ की जाने पर संदेही कमलेश होतवानी द्वारा उपरोक्त अपराध कि घटनाओ को अंजाम देना बताया। इस पर वेधानिक कार्यवाही की जाकर आरोपी से घटना कारित करने मे उपयोग किये गये मोबाईल को भी जप्त किया।
आरोपी ने पुछताछ के दौरान बताया कि, उसका संपर्क जब वह फरियादी नेहा होतवानी द्वारा उस पर पंजीपद्ध कराये गये अपराध में जेल गया था, तब से वह फरियादी पक्ष से रुष्ट था, जेल से छुटने के बाद आरोपी कमलेश होतवानी की मुलाकात जावेद निवासी नुर कॉलोनी एवं नागेश निवासी रलायता से हुई। आरोपी कमलेश कुमार के कहने पर जावेद ने उक्त घटना को अंजाम दिये जाने की व्यवस्था की। प्रकरण का मुख्य आरोपी गिरफ्तार होकर शेष अन्य आरोपी की तलाश जारी है। आरोपी को गिरफ्तार किया जाकर माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमांड प्राप्त कर अनुसंधान के दौरान ओर भी आरोपियो की गिरफ्तारी की जावेगी।
गिर आरोपी के नाम-
कमलेश पिता चंदन कुमार होतवानी (43) निवासी हाउसिंग बोर्ड कोलोनी, नई आबादी, मंदसौर
पुलिस टीम-
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ थाना प्रभारी कोतवाली, उनि शैलेन्द्र सिंह कनेश, उनि अभिषेक बोरासी, सूबेदार सत्येन्द्र सिह (सायबर सेल), प्रआर विनोद नामदेव, रमीज राजा, अर्जुन सिहं, आशीष बैरागी (सायबर सेल), मुजफ्फरुद्दीन शेख, आरक्षक मनीष बघेल (सायबर सेल), गोरव (सायबर सेल), मोहित पंवार, नरेन्द्र, हरिश राठोर, भानुप्रताप सिह की सराहनीय भूमिका रही। जिन्हे वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पृथक से पुरुस्कृत किया जावेगा।