BIG NEWS: अजब नीमच की गजब कहानी: मुख्‍य डाकघर की एक बिल्डिंग, पर दो पोस्ट ऑफिस संचालित, किसे बंद कर किया मर्ज, कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने उठाया मुद्दा, पढ़े खबर

अजब नीमच की गजब कहानी: मुख्‍य डाकघर की एक बिल्डिंग, पर दो पोस्ट ऑफिस संचालित, किसे बंद कर किया मर्ज, कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने उठाया मुद्दा, पढ़े खबर

BIG NEWS: अजब नीमच की गजब कहानी: मुख्‍य डाकघर की एक बिल्डिंग, पर दो पोस्ट ऑफिस संचालित, किसे बंद कर किया मर्ज, कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने उठाया मुद्दा, पढ़े खबर

नीमच। शहर की एक ही बिल्डिंग में दो पोस्ट ऑफिस संचालित हो रहे हैं। नीमच में कई खाली पड़े सरकारी भवन में पर्याप्‍त सुविधा होते हुए भी जनता को परेशानी में धकेला जा रहा है। विडंबना यह हैं कि नीमच विधायक सहित सत्‍ता में बैठे अन्य भाजपा नेताओं की जानकारी में होने के बावजूद भी इस मामले में कोई बोलने को तैयार नहीं है। भवन की पर्याप्‍त सुविधा होते हुए भी जनता जो जानबूझकर दुविधा में डाला जा रहा है। ब्रिटिश काल से नीमच शहर में संचालित घंटा घर पोस्ट ऑफिस को एकाएक बंद कर पिछले 13 माह से प्रधान डाकघर नीमच में मर्ज कर दिया गया है। अब यहां अलग-अलग लगी विंडो में से एक विंडो पर घंटा घर पोस्ट ऑफिस का संचालन हो रहा है। घंटाघर पोस्ट ऑफिस को बेवजह स्थानांतरित कर दिया जिसकी कोई जरूरत नही थी।

शहर हित के इस बड़े मुद्दे पर कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने तीखी प्रक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ये अजब नीमच की गजब कहानी है और हमारे जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली को बयां करती है। घंटा घर पोस्ट ऑफिस को मर्ज करने से प्रधान डाकघर में दो पोस्ट ऑफिस संचालित हो रहे हैं, जिसकी कोई आवश्यकता ही नहीं है। पोस्ट ऑफिस को दूसरी जगह शिफ्ट कर जनता को सुविधा दी जा सकती है जो सिर्फ एक पत्र से आसानी से हो सकता है। नीमच में विगत सालों में जनप्रतिनिधि शासकीय सुविधा लाने में असफल साबित हुए है लेकिन यहां तो सुविधा होने के बावजूद उस और ध्यान नहीं देकर जनता को सुविधाओं से दूर किया जा रहा है। 

कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने कहा कि, नीमच शहर में कब क्या हो जाता है, इसका लोगों को पता तक नहीं चल पाता है। इसका ताजा उदाहरण घंटा घर पोस्ट ऑफिस है, जिसे वर्तमान में बंद कर दशहरा मैदान के पास मुख्य डाकघर में मर्ज कर दिया है। दोनों पोस्ट ऑफिस एक ही भवन से संचालित हो रहे हैं, लेकिन दोनों के अलग-अलग व्यवस्थाएं न होकर मिश्रित व्यवस्था चल रही है। याने कि अगर कोई खाता धारक घंटा घर पोस्ट ऑफिस का उपभोक्ता है, तो उसे अपने खाते में रूपए जमा कराने या निकालने सहित अन्य कार्य के लिए उसी विंडो पर जाना पड़ता है, जो मुख्य डाक घर की है। इस कारण डाक घर में लंबी कतारें लग जाती है फिर बाद में पता चलता है कि उनकी विंडो दूसरी है इससे उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है। 

कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने कहा कि नीमच शहर के घंटाघर पोस्ट ऑफिस को प्रधान डाकघर में मर्ज करें एक वर्ष से अधिक का समय हो गया है, लेकिन हमारे माननीय विधायक दिलीप सिंह परिहार को जानकारी होने के बाद भी उनके द्वारा कोई पहल नहीं की गई। श्री बाहेती ने कहा कि घंटाघर पोस्ट ऑफिस को बंद नही करना था क्योंकि इससे मुख्य बाजार के खाताधारक व आम लोग जुड़े हुए थे। उन्हें परेशान होना पड़ रहा है।

पहले ही डाक विभाग का मुख्यालय मंदसौर, अब घंटा घर पोस्ट ऑफिस भी कर दिया मर्ज-

बाहेती ने कहा कि, डाक विभाग का मुख्‍यालय पूर्व से ही मंदसौर में है। यहीं कारण है कि डाक विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को अपनी स्‍वयं की छोटी-बड़ी समस्‍या के समाधान व विभागीय कार्य के लिए मंदसौर का रुख करना पड़ता है। ऐसे में नीमच जिले में डाक विभाग की सेवाएं भी अधिकांशत: मंदसौर पर आश्रित नजर आती है। डाक विभाग के संबंध में अधिकांश अहम निर्णय मंदसौर स्थित कार्यालय से होते हैं, ऐसे में घंटा घर पोस्‍ट ऑफिस भी मुख्‍य डाक घर में मर्ज करने का निर्णय भी मंदसौर से ही लिया गया है।

कलेक्टोरेट भवन में संचालित हो पोस्ट ऑफिस- बाहेती

कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने जिला कलेक्‍टर से मांग करते हुए कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए घंटा घर पोस्ट ऑफिस को प्रधान डाक घर दशहरा मैदान से स्‍थानांतरित कर जिला कलेक्टोरेट में संचालित करना चाहिए क्योंकि सभी शासकीय कार्यालय यही स्थित है साथ ही वर्तमान जिला पुलिस लाइन,जिला पंचायत कार्यालय नजदीक है और अब जिला न्यायालय भवन व मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है, जिसके कारण डाकघर की ज्यादा जरूरत पड़ेगी। 

कलेक्टोरेट में डाक घर खुलने से उक्त सभी कार्यालयों के साथ योजना क्रमांक 34 व 36,औद्योगिक क्षेत्र, कनावटी,विकास नगर आदि के रहवासियों को भी लाभ मिलेगा। भविष्‍य में कलेक्‍टोरेट में डाक घर की उपयोगिता जनता के लिए बेहद अधिक व सुविधाजनक रहने वाली है। मंदसौर शहर में भी ऐसी स्थिति बनी थी तो वहाँ के जनप्रतिनिधियों ने इसी प्रकार एक बंद हो रहे पोस्ट ऑफिस को मंदसौर कलेक्टर कार्यालय में शिफ्ट करवा दिया जो अभी भी  संचालित हो रहा है।