NEWS : पथरी के ऑपरेशन के दौरान काट दी ये नस, बिगड़ी मरीज की हालत, पमनानी हॉस्पिटल के खिलाफ कारवाई की मांग, सौंपा ज्ञापन, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर

पथरी के ऑपरेशन के दौरान काट दी ये नस

NEWS : पथरी के ऑपरेशन के दौरान काट दी ये नस, बिगड़ी मरीज की हालत, पमनानी हॉस्पिटल के खिलाफ कारवाई की मांग, सौंपा ज्ञापन, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर

मंदसौर। शहर के पमनानी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ढाबला गांव से पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे मरीज का पथरी बताकर ऑपरेशन कर दिया। हालत खराब होने के बाद मरीज को रेफर कर दिया गया। मामले में मंगलवार को पीड़ित के परिजनों के साथ सैकड़ों समाजजन एसपी और कलेक्टर से मिले। परिजनों ने हॉस्पिटल और आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पीड़ित मरीज मल्हारगढ़ तहसील के गांव ढाबला का है। 

एसपी, कलेक्टर को सोपे ज्ञापन में परिजनों ने पमनानी हॉस्पिटल मंदसौर के डॉक्टर सुरेश पमनानी एवं डॉक्टर इशांत कुमार चौरसिया द्वारा दिनांक 24.07.2024 को पेट दर्द का इलाज कराने आए राजेश पिता रमेशचंद्र रत्नावत निवासी ग्राम ढाबला तहसील मल्हारगढ़ जिला मंदसौर के पथरी के ईलाज के नाम पर गाल ब्लैडर में पथरी बताकर आपरेशन गलत तरीके से करने एवं घोर लापरवाही पूर्वक ईलाज के कारण मरीज के गाल ब्लैडर के साथ-साथ फ्लूड की नली बाईलडक को भी काट दिए जाने के कारण मरीज के पूरे शरीर में फ्लुड भर जाने और इन्फेक्शन होने से मरीज की गंभीर स्थिति हो जानें पर डाक्टरों द्वारा अपनी गलती होने के कारण आगे का इलाज का खर्च वहन करने का झुंठा आश्वासन देकर मरीज को उदयपुर रेफर करने के बाद इलाज के खर्चे से मुकरने के कारण मरीज को मरणासन्न स्थिति में पहुंचाने वाले लापरवाह हॉस्पिटल व डाक्टरों के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने के लिए गौर ईरादतन हत्या का आपराधिक मुकदमा दर्ज किए जाए। 

राजेश पिता रमेश चंद्र रत्नावत उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम डाबला तहसील मल्हारगढ़ जिला मंदसौर का होकर दिनांक 24 जुलाई 2024 को दोपहर 12:00 के लगभग अपने पेट में दर्द होने पर अपने गांव से मोटर साइकिल स्वयं चला कर इलाज के लिए पमनानी हॉस्पिटल मंदसौर में आया जहां डॉक्टर सुरेश पमनानी ने मरीज राजेश का चेकअप किया एवं एवं विभिन्न प्रकार की जांच-पड़ताल जिनमें खून पेशाब ब्लड प्रेशर शुगर की जांच की एवं अग्रवाल अल्ट्रासाउंड क्लिनिक पर डॉ पमनानी द्वारा सोनोग्राफी करवाने के लिए भेजा गया और जांच आने के बाद बोला कि तुम्हारा गाल ब्लैडर का ऑपरेशन करना पड़ेगा उसमें पथरी है उसके लिए इंदौर से डॉक्टर बुलाना पड़ेगा तुम पैसे की व्यवस्था कर लो मरीज के परिजनों द्वारा आनन फानन में पैसे उधार लेकर पैसे जमा करवा दिए जाने के बाद उसी दिन शाम को 5:00 बजे डॉक्टर पमनानी द्वारा डॉक्टर इशांत कुमार चौरसिया मंदसौर को बुलाकर पमनानी हॉस्पिटल मंदसौर में ऑपरेशन कर दिया गया। 

ऑपरेशन होने के बाद मरीज को आईसीयू में रखा गया एवं आयुष आईसीयू से बाहर आने के उपरांत भी मरीज को दर्द में कोई आराम नहीं हुआ डॉक्टर को परिजनों द्वारा बोलने पर कहा गया कि अभी दो-चार दिन में आराम होगा उसके बाद मैरिज की हालत में सुधार की वजह और अधिक हालत खराब होने लगी मरीज को अत्यधिक कमजोरी आने लगी एवं बोलने में सांस लेने में दिक्कत आने लगी डॉक्टर को बोलने पर कहा गया की इलाज चल रहा है जल्दी मत करो उसके बाद गंभीर हालत होने पर मैरिज राजेश को एक दिन आईसीयू में वेंटिलेटर पर भी रखा गया उसके उपरांत भी कोई सुधार नहीं होने पर परिजनों द्वारा मरीज के संबंध में ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर चौरसिया को फोन लगाया गया कि आप ऑपरेशन करने के बाद वापस मरीज का ईलाज करने के लिए नहीं आ रहे हो डॉक्टर चौरसिया द्वारा टालम टोल की गई और कहा गया कि आज मैं बाहर हूं दो दिन बाद मिलुंगा। 

2 दिन बाद संपर्क करने पर कहा गया कि अभी बाहर हूं अभी नहीं मिलुंगा मरीज की हालत अत्यधिक गंभीर होने पर परिजनों द्वारा डॉक्टर ओमनानी पर वास्तविक स्थिति बताने के लिए दबाव बनाया गया तो डॉक्टर पमनानी के द्वारा कहा गया कि ऑपरेशन के दौरान एक नस गलत कट जाने के कारण इसका आगे का इलाज हम नहीं कर सकते हैं हमारे पास साधन संसाधन भी उपलब्ध नहीं है आप इसको कहीं और लेकर चले जाओ और अपना इलाज करवाओ हमारी गलती के कारण मरीज की तबीयत बिगड़ी है इसलिए इलाज का जो भी खर्च होगा वह हमारा हॉस्पिटल वहन करेगा और डॉक्टर पमनानी द्वारा मरीज राजेश रत्नावत को दिनांक 27 जुलाई 24 को उदयपुर पेसिफिक हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। 

उदयपुर पेसिफिक हॉस्पिटल में डॉक्टर द्वारा मैरिज राजेश की विभिन्न प्रकार की चिकित्सकीय जांच पड़ताल एवं रिपोर्ट्स को देखने के पश्चात परिजनों को बताया गया कि मरीज की गाल ब्लैडर के ऑपरेशन के दौरान गलत नस कट जाने के कारण मरीज की गंभीर हालत हुई है और पेसिफिक हॉस्पिटल द्वारा मरीज के शरीर भर गए फ्लूट के कारण इन्फेक्शन हो गया था उस इंफेक्शन एवं बीमार का 6 दिन तक इलाज किया जिसमें मरीज को 6 दिन तक वेंटिलेटर पर एवं आईसीयू में रखा गया और मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं होने पर परिजनों द्वारा अपने हैसियत से अधिक महंगा इलाज भी अपने रिश्तेदारों एवं पड़ोसियों से उधार पेसे लाकर करवाने के बाद भी स्थिति जस की तस रहने पर और कोई सुधार नहीं होने पर इलाज के लिए अहमदाबाद लेकर गए। 

राजेश को दिनांक 2 अगस्त 2024 को जायडस हॉस्पिटल अहमदाबाद में भर्ती किया गया जहां पर मरीज की गंभीर स्थिति होने पर डॉक्टरों द्वारा जांच करने के अपराध परिजनों को बताया गया कि मंदसौर हॉस्पिटल में जो ऑपरेशन हुआ था वह ऑपरेशन पूर्ण रूप से गलत तरीके से हुआ एवं ऑपरेशन की गलती एवं घोर लापरवाही के कारण मरीज के गाल ब्लैडर के साथ-साथ उसकी बाईल डक नली (नस) भी कट गई है उसे पूरे शरीर में फ्लूड फैल रहा है उसके कारण पूरे शरीर में इंफेक्शन हो गया है और जायडस के डॉक्टरों द्वारा गाल ब्लैडर का ऑपरेशन करके मरीज के,फ्लुड यूरिन एवं मल निकासी के लिए कृत्रिम रूप से नली शरीर के बाहर निकाल कर मरीज को पूर्ण रूप से बेड रेस्ट ही रहने एवं बेड पर ही मल मूत्र करने की गंभीर स्थिति डॉक्टर सुरेश पमनानी एवं डॉक्टर इशांत कुमार चौरसिया के द्वारा किए गए गलत ऑपरेशन एवं ऑपरेशन में की गई घोर लापरवाही के कारण मरीज राजेश को दिनांक 2 अगस्त से 13 अगस्त तक ज़ाइडस हॉस्पिटल अहमदाबाद में इतना महंगा इलाज करवाने की अपनी हैसियत ना होने के बाद भी उधार पैसे लेकर,अपना घर गिरवी रखकर रकम कोड़ी बेचकर भी इलाज पुरा नहीं होने आगे ईलाज के पेसे नहीं होने के कारण मरीज राजेश रत्नावत को परिजन अपने साथ गांव ढाबला मंदसौर लेकर आ गए हैं जहां मरीज अपने जीवन मरण की स्थिति में मरणासन्न अवस्था मे गांव डाबला में घर पर ही पलंग पर पड़ा हुआ है।

अतः इस गंभीर विषय में श्री मान से निवेदन है की पमनानी हॉस्पिटल मंदसौर के संचालक डॉक्टर सुरेश पमनानी एवं डॉक्टर ईशान कुमार चौरसिया द्वारा मरीज राजेश रत्नावत के इलाज में की गई घोर लापरवाहीं के कारण एक गरीब व्यक्ति जो अपने परिवार का करता धर्ता है की और परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य है जिसकी डॉक्टरों की ओर लापरवाही के कारण आज मनाना आसान स्थिति हो गई है और एवं परिजनों द्वारा अपने पड़ोसियों रिश्तेदारों से उधार पैसे लेकर एवं मकान जमीन गिरवी रखकर रख में बेचकर भी 12 13 लख रुपए का इलाज में पैसा खर्च करने के बाद भी मरीज की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है डॉक्टर पमनानी एवं डॉक्टर चौरसिया द्वारा अपनी लापरवाही, गलती को मानकर मरीज को इलाज करवाने का झुठां आश्वासन देने के उपरांत भी मरीज का इलाज नहीं करवाने के कारण पूरे परिवार की भुखे मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

अतः निवेदन है कि पमनानी हॉस्पिटल एवं उक्त दोनों डॉक्टरों के द्वारा ईलाज में की गई गंभीर गलती के कारण एक अच्छा भला आदमी मरणासन्न स्थिति में चला गया है इनका उक्त कृत्य ईलाज में लापरवाही आपराधिक कृत्य की श्रेणी में आता है अदर इनके खिलाफ अपराधिक कृति की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किए जाने एवं न्यायालय से दंड दिलवाए जाने एवं निरपराध व्यक्ति की जान जोखिम में डालने वाले में डॉक्टरों से मरीज को अपने ईलाज के लिए 50 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति राशि दिलवाई जाए। 

पीड़ित के भाई विकास पोरवाल ने बताया कि 24 जुलाई को स्टेशन रोड़ स्थित पमनानी हॉस्पिटल में उसके बड़े भाई राजेश रत्नावत को दिखाने आए थे। यहां डॉक्टरों ने बताया कि पथरी है और तत्काल ऑपरेशन की बात कह दी। पीड़ित ने बताया कि डॉक्टरों के कहने पर हमने ऑपरेशन करवा लिया। हॉस्पिटल में 4 से 5 दिन भर्ती रखा तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो  उदयपुर रेफर कर दिया। वहां से अहमदाबाद ले गए। जहां डॉक्टरों ने बताया कि पथरी के ऑपरेशन के दौरान लापरवाही से मरीज के पेट से दूसरी नस को नुकसान पहुंचा है। पीड़ित के परिजनों ने बताया कि अब तक करीब 11 लाख रुपए खर्च हो चुके है। हमने पमनानी हॉस्पिटल के संचालक को बताया था तो उन्होंने इलाज का खर्च देने की बात कही थी। लेकिन बाद में मुकर गए हैं। मामले में परिजनों ने पमनानी हॉस्पिटल और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

एएसपी गौतम सौलंकी ने बताया कि पीड़ित परिवार ने आवेदन देकर पमनानी हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले में जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि जिले में डॉक्टरों की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल की मे सीतामऊ निवासी महिला के पेट मे नसबंदी के दौरान सर्जिकल कैंची पेट में छोड़ने का मामला सामने आया है। वही शामगढ निवासी एक महिला के पेट मे ऑपरेशन के दौरान सर्जिकल चिमटी छोड़ने का मामला भी सामने आया था।