NEWS: जिला जेल गरोठ में वृक्षारोपण एवं संगीत संबोधन, गायत्री शक्तिपीठ का मिला सहयोग, इन्होंने रखें अपने-अपने विचार, पढ़े कैलाश विश्वकर्मा की खबर
जिला जेल गरोठ में वृक्षारोपण एवं संगीत संबोधन
शामगढ़। गायत्री शक्तिपीठ परिजनों के माध्यम से जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रणजीत सिंह चौहान के प्रयास से गरोठ की जिला जेल में वृक्षारोपण करने और गुरुदेव के विचार रखने का अवसर प्राप्त हुआ। जिसमें जेल प्रभारी जेलर महोदय नवीन कुमार जी नेमा का उत्साह पूर्वक सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ युग शक्ति मां गायत्री गुरुदेव के पूजन के साथ प्रारंभ किया गया। शुभारंभ में उपस्थित सभी जनों के माध्यम से एक प्रार्थना की गई। तत्पश्चात गायत्री परिवार जिला समन्वयक मोहनलाल जोशी द्वारा प्रेरक विचार रखे। कुछ कथानको को कहते हुए संगीत के माध्यम से गुरुदेव के विचार प्रस्तुत किए गए विषय था। मनुष्य संकल्प करें तो क्या नहीं कर सकता।
फिर किस तरह से हम अपने आप पर नियंत्रण रखें। कहा गया कि, ही नजर बदली तो नजारे बदले किश्ति ने मोड़ा रुख तो किनारे बदले गीत संगीत से प्रभावित होकर कुछ कैदी भाइयों ने नृत्य कर प्रसन्नता व्यक्त की। कुछ इस तरह के भाव गीत संगीत के माध्यम से दिए गए उपस्थित जनों में गरोठ के नगर पालिका अध्यक्ष राजेश कुमार सेठिया, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दिनेश पाटीदार तहसील समन्वयक राजू भाई लोहार शामगढ़ शक्तिपीठ से वृक्षारोपण की कमान संभालने वाले राजेंद्र कुमार छाबड़ा, हरीभाई पोरवाल, ट्रस्टी राम सिंह चौहान, देवीलाल पाटीदार, गरोठ शाखा से भगवान सिंह सिसोदिया, बरडिया अमरा शाखा के सक्रिय परिजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में रंजीत सिंह चौहान, राजकुमार छाबड़ा, फत्तूलाल पाटीदार, राजू भाई लोहार, सुरेश सेठिया, दिनेश पाटीदार और अंत में जेलर महोदय नवीन कुमार नेमा साहब सहित सबने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए।
अंत में सबके लिए सद्बुद्धि उज्जवल भविष्य,आरोग्यता की प्रार्थना के साथ शांति पाठ किया गया, ओर प्रसाद रूप में उपस्थित 150 कैदी भाइयों को गायत्री महामंत्र लेखन पुस्तिका एक अखंड ज्योति पत्रिका पड़ने हेतु और लिखने के लिए पेन और फल वितरित किए गए जेलर साहब के आग्रह पर प्रतिमाह गायत्री शक्तिपीठ शामगढ़ के माध्यम से इस तरह के कार्यक्रम किए जाने का तय किया गया। इसके बाद जेल प्रांगण के बाहर 11 पौधे सहजन व मीठे नीम के गायत्री शक्तिपीठ शामगढ़ के ट्री गार्ड के साथ पूजन कर रोपित किए गए। सभी लोगों को यह कार्यक्रम बहुत अच्छा लगा जेलर साहब और स्टाफ के लिए शक्तपीठ की और से जेलर साहब का आभार प्रदान करके गायत्री मंत्र पट्टी पहना कर गुरुदेव का साहित्य भेंट कर आभार व्यक्त किया गया।