NEWS- महाविद्यालय जीरन में NSS स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन, हुआ अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर व्यख्यान का आयोजन ,पढ़े खबर

महाविद्यालय जीरन में NSS स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन,

NEWS- महाविद्यालय जीरन में NSS स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन, हुआ अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर व्यख्यान का आयोजन ,पढ़े खबर

जीरन। महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य प्रो. दिव्या खरारे के निदेशन पर भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के सानिध्य में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का आयोजन किया गया। जिसमे सर्वप्रथम ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ प्राधिकारी डॉ. रामधन मीणा ने बताया कि 2024 के वृद्धजन दिवस की थीम है "सम्मान के साथ वृद्धावस्था" उन्होंने बताया कि वृद्धजन दिवस इसलिए मनाया जाता है।

कि इस बहाने हम हमारे वृद्ध जनों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए उनको सम्मान दे सके एवं अन्य को भी प्रेरित कर सके। इस दिवस से आप लोग यह प्रेरणा ले ,की जिस प्रकार भारतीय सांस्कृतिक परिवेश में हम हमारे बड़े बुजुर्गों का सम्मान करते हैं। इतना ही नहीं हम उनके नेतृत्व में ही हमारे घरेलू क्रियाकलाप संपन्न करते हैं। वृद्ध लोगों से हमें हमारे पुरखा इतिहास की जानकारी मिलती है। जो हमें इतिहास के पन्नों में कहीं भी नजर नहीं आती है।

अन्य वक्ता प्रो. रणजीत सिंह चंद्रावत ने बताया कि वृद्धजन दिवस इसलिए मनाते हैं कि हम सब मिलकर हमारे बुजुर्गों के बारे में कल्याण और सम्मान के बारे में जागरूकता पैदा कर सके। उन्होंने बच्चों को अनेक जीवनानुभवों के माध्यम से बताया कि आज हम देख रहे हैं। कि हमारे मां-बाप हमें पढ़ा लिखा कर अच्छा काबिल इंसान बनाने की सोचते हैं। और हम काबिल बनकर हमारे मां-बाप को छोड़कर कई विदेश में जाकर नौकरी पेशा करते हुए वहीं बस जाते हैं।

उन्होंने एक अखबार की सूचना का जिक्र करते हुए बताया कि एक वृद्ध महिला थी उसके दोनों बेटे विदेश में अच्छी पोजीशन में नौकरी किया करते थे। अच्छा पैसा कमाते थी इधर भारत में उस वृद्ध महिला का स्वर्गवास हो गया तो उसके दोनों पुत्र जिनको उन्होंने काबिल बनाया था। वे दोनो पुत्र उसको मुखाग्नि तक देने नहीं आए। इससे यह साबित होता है कि हैं भौतिक सुख सुविधाओं के चक्कर में मानवीय मूल्यों को खो रहे हैं। अत: समय रहते हमें हमारी भारतीय परंपराओं को जीवित रखना होगा एवम् ऐसी आपदाओं से बचना होगा। महाविद्यालय में आयोजित स्वच्छता पखवाड़ा के 15 दिवसीय कार्यक्रम का समापन का रहा जिसमें रंगोली, पोस्टर, चित्रकला और निबंध आदि प्रतियोगिताएं संपन्न की गई ।

उन प्रतियोगिताओं में विभिन्न प्रतियोगियों ने प्रतिभागिता की और उन सब प्रतिभागियों को आज पारितोषक वितरण किया गया। दीपक पाटीदार ने रासेयो के जीवन में कितने महत्व है बताते हुए कहा की यह हमे अनुशासन एवं समाज सेव की सिख देती है। यहाँ हमारे दैनिक जीवन में सरात्मक प्रभाव डालती है।  इसके पश्च्यात 24 सितंबर को रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें क्रमशः चार टीमों ने  प्रतिभागिता की प्रथम स्थान पर रुचिका कंवर टीम ने प्राप्त किया द्वितीय स्थान  कुमकुम टॉक और सुमन कंवर वाली टीम ने प्राप्त किया और तृतीय स्थान प्रिया कुंवर वाली टीम ने प्राप्त किया। दूसरी प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता रही जिसमें 7 प्रतिभागियों ने भाग लिया प्रथम स्थान पर विजयलक्ष्मी शर्मा, द्वितीय स्थान पर क्रमशः दो विद्यार्थी रहे वेदिका जाट और श्रुति कारपेंटर और तृतीय स्थान पर प्रिया सुथार रही।

निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर प्रिया सुथार द्वितीय स्थान पर दो छात्राएं रही विजयलक्ष्मी शर्मा और वेदिका जाट और तृतीय स्थान पर क्रमश चांद कुंवर, कुमकुम टॉक और मीनाक्षी आर्य रही। इन सभी को आज महाविद्यालय स्टाफ एवं समस्त छात्रों के समक्ष पुरस्कार वितरण करके परितोषित किया गया जिससे इन समस्त वालेटियर एवं अन्य छात्रों का मनोबल उच्च रहा।

साथ ही शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नीमच में आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता में महाविद्यालय से सुमन कुंवर ने भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया यह जनकारी में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ.रजनीश मिश्रा ने प्रदान करते हुए सभी स्टाफ एवं विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ विष्णु निकुम, प्रो. रितेश चौहान, डॉ बाला शर्मा, डॉ हेमलता जोशी, प्रो रवीना दशोरा, जानकारी मीडिया प्रभारी रणजीत सिंह चंद्रावत ने दि ।