NEWS: भारतीय किसान संघ तहसील नीमच का अभ्यास वर्ग संपन्न, प्रांतीय सदस्य व संभागीय उपाध्यक्ष रहें उपस्थित, सदस्य बनाने पर दिया जोर, पढ़े खबर
भारतीय किसान संघ तहसील नीमच का अभ्यास वर्ग संपन्न
नीमच। भारतीय किसान संघ ने जिला कार्यालय से प्रेस नोट जारी कर बताया कि, भारतीय किसान संघ तहसील नीमच का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग प्रांतीय सदस्य, नीमच जिला प्रभारी रघुनंदन पाटीदार, संभागीय उपाध्यक्ष राधेश्याम धनगर, जिलाध्यक्ष सुरेशचंद्र धाकड़ की उपस्थिति में भादवामाता स्थित पाटीदार समाज धर्मशाला में संपन्न हुआ।
जिसमें प्रांतीय सदस्य रघुनंदन पाटीदार ने अपने उद्बोधन में भारतीय किसान संघ के तीनों आयाम संगठनात्मक, आंदोलन आत्मक, रचनात्मक कार्यों को करने के साथ ही संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए भारतीय किसान संघ की सदस्यता पर एवं ग्राम समितियों पर जोर देना होगा। नीमच तहसील में 31000 सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। एवं नीमच तहसील के सभी गांव में भारतीय किसान संघ के सदस्य बनाने की बात पर जोर दिया।
संभागीय उपाध्यक्ष राधेश्याम धनगर ने अपने उद्बोधन में भारतीय किसान संघ की रीति नीति और स्थापना की विस्तृत जानकारी दी। जिलाध्यक्ष सुरेशचंद्र धाकड़, जिला उपाध्यक्ष जमनालाल पाटीदार ने सयुक्त सत्र मे प्रवास की आवश्यकता, कार्यकर्ता के गुण विषय पर विस्तार से चर्चा की। तहसील अध्यक्ष भंवर सिंह चंद्रावत ने स्वागत उद्बोधन के साथ ही भारतीय किसान संघ की गतिविधियों का प्रचार प्रसार अधिक से अधिक कैसे हो एवं प्रचार प्रसार के दौरान हमें क्या-क्या सावधानियां रखनी है विषय पर विस्तार से चर्चा की।
जिला मंत्री विष्णु प्रसाद नागदा ने भारतीय किसान संघ की सदस्यता एवं बैठक का महत्व विषय पर चर्चात्मक सत्र लिया। जिला कोषाध्यक्ष निलेश पाटीदार ने अपने उद्बोधन में कहां की वसुदेव कुटुंबकम का भाव रखते हुए खेती किसानी को बढ़ाने के लिए किसान समाज को एकजुट रहना होगा, साथ ही अपने परिवारों में भी संयुक्त परिवार की परंपरा पर जोर देना होगा क्योंकि जैसे-जैसे परिवारों में बिखराव हो रहा है वैसे वैसे जमीन के भी टुकड़े हो रहे हैं जिससे जनबल और धनबल दोनों की कमी होती जा रही है जिससे खेती घाटे का धंधा होती जा रही है। वर्ग का संचालन एवं आभार तहसील मंत्री कैलाश पाटीदार ने किया। वर्ग में तहसील के कई किसान राधेश्याम धाकड़, अमृत लाल पाटीदार, बाबूलाल धाकड़, मदनलाल सुथार, सुरेशचंद किलोरिया, सूरतराम पाटीदार, गोपाल पाटीदार, राजेंद्र सिंह चंद्रावत, गोविंद शर्मा आदि उपस्थित थे।