NEWS: मैथिलीशरण गुप्त जन्मोत्सव, वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने किया नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष स्वाति चौपड़ा का सम्मान, पढ़े खबर

मैथिलीशरण गुप्त जन्मोत्सव, वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने किया नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष स्वाति चौपड़ा का सम्मान, पढ़े खबर

NEWS: मैथिलीशरण गुप्त जन्मोत्सव, वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने किया नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष स्वाति चौपड़ा का सम्मान, पढ़े खबर

नीमच। हमारा समाज, हमारी संस्कृति और हमारे संस्कार ही भारत जैसे देश को महान देश बनाते है। आने वाली पीढ़ी भी आप लोंगो के द्वारा दिये गए ज्ञान व कविताओं के माध्यम से रखे गए विचार हम तक ऐसे ही पहुंचते रहे।

उक्त कथन शहर की प्रथम नागरिक बनी स्वाति-गौरव चौपड़ा ने राष्ट्रीय कवि मैथिलीशरण गुप्त के जन्मोत्सव पर अभा वैश्य महासम्मेलन के साहित्य प्रकोष्ठ एवं साहित्यिक संस्था सार्थक सर्जन के साझा समारोह में आयोजित कवि सम्मेलन में बतौर मुख्य अथिति कही।

नपाध्यक्ष चौपड़ा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दो पंक्तियों से अपनी बात की शुरुआत करते हुवे कहा कही सरकारे आएंगी, जाएंगी सत्ता बनेगी बिगड़ेगी, पर ये देश नहीं झुकना चाहिये। इसी बात में मैं एक लाईन ओर जोड़ना चाहूंगी कि ये देश नहीं रुकना चाहिये। विकास की गति जो देश ने पकड़ी है उसे सबके साथ मिलकर आगे बढ़ाना है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा योजना में अपने घर तिरंगा लगाकर उसका सम्मान करें। राष्ट्र प्रेम की भावना हर घर मे हो, बच्चे में हो यही मेरा निवेदन है।

वैश्य महासम्मेलन के संभागीय अध्यक्ष सन्तोष चौपड़ा ने कहा कि, नगर पालिका में पुत्रवधु स्वाति चौपड़ा के अध्यक्ष बनने के बाद विकास कार्य तेजगति से करेंगे। शहर स्वच्छ व सुंदर बने साथ ही नागरिकों को काम के लिए चक्कर ना काटने पड़े। लिजरेन्ट, सम्पत्ति कर, नामांतरण आदि कार्य तत्काल हो जावे। सब को साथ लेकर चलने से कार्य करने की क्षमता का असर दस गुना बढ़ जाता है। हम पत्रकार, बुद्धिजीवी, समाजसेवी सभी वर्गों को साथ सबके सुझाव लेकर काम करेंगे। एक नई सेल का गठन करेंगे, जो नगर पालिका से जुड़ी शहरवासियों की समस्याओं का निराकरण मौके पर ही कर दे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में मैथिलीशरण गुप्त के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया। सरस्वती वंदना कवियत्री रजिया सुल्ताना ने प्रस्तुत की। उसके बाद वैश्य महासम्मेलन साहित्यिक प्रकोष्ठ के संयोजक जम्बुकुमार जैन ने स्वागत भाषण देते हुवे मैथिलीशरण गुप्त की रचनाओं का हवाला देते हुवे उनके प्रसिद्ध काव्य पंचवटी को बहुत ही खूबसूरत अंदाज में राम और सीता एवं लक्ष्मण के प्रसंगों को अपनी आवाज के जादू से सुनाकर सभागार में वातावरण राममय बना दिया।

कार्यक्रम के सूत्रधार व सार्थक सृजन के संस्थापक प्रमोद रामावत प्रमोद ने चार लाईन का मुक्तक सुनाकर उपस्थित श्रोताओं का मन जीत लिया। सिर्फ हरियाली निगाहों में बसाकर रखना, चार दाने है, तो मिट्टी में दबाकर रखना। प्यास लगती है तो फिर जान सूखा देती है, जिंदा रहना है तो पानी को बचाकर रखना।

उसके बाद कविता पाठ का दौर शुरू हुआ जिसमें भारत भारती पर चर्चा राधेश्याम शर्मा, पंकज धींग, संजय शर्मा, निर्मला अग्रवाल, वन्दना नाटेश्वरी, रजिया सुल्ताना, कुसुम शर्मा, रेणुका व्यास, नरेन्द्र व्यास मनासा, सुरेश शर्मा मनासा, अजीतसिंह चौहान, ऋषभ शास्त्री छोटी सादड़ी, गौतम गंभीर सिंगोली, गोपालसिंह चौहान, उमा शुक्ला आदि ने अपनी सुन्दर प्रस्तुतियां दी, और मैथिलीशरण गुप्त को याद किया।

कवि सम्मेलन की शुरुआत से पूर्व वैश्य महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष गोविंद पोरवाल, कोषाध्यक्ष हरिवल्लभ मुच्छाल, संरक्षक मनोहरसिंह लोढ़ा, समाजसेवी जम्बुकुमार जैन, साहित्यकार प्रमोद रामावत ने नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा का मोतियों की माला पहनाकर, गुलदस्ता भेट कर, शाल श्रीफल से सम्मान किया।

साथ ही वैश्य समाज महिला मण्डल जिलाध्यक्ष संगीता जारोली, अनिता समदानी, दिगम्बर जैन महिला मण्डल अध्यक्ष संगीता सरावगी आदि ने स्वाति के सिर ताज सजाकर प्रेसिडेंट का दुपट्टा पहनाकर स्वागत व सम्मान किया।

कार्यक्रम में माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष सुरेश अजमेरा, अग्रवाल समाज अध्यक्ष सुरेश सिंहल, नगर समस्या एवं सुझाव ग्रुप एडमिन विवेक खण्डेलवाल, समाजसेवी विमल गोयल, दिगम्बर जैन समाज के विजय विनायका आदि ने नपाध्यक्ष स्वाति चौपड़ा को गुलदस्ता भेट कर स्वागत किया।

श्रोताओं से भरे दिगम्बर जैन मांगलिक भवन के सभागार में आयोजित कवि सम्मेलन का सफल संचालन सूत्रधार प्रमोद रामावत प्रमोद ने किया एवं अंत मे आभार वैश्य महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष गोविंद पोरवाल ने माना। उक्त जानकारी वैश्य महासम्मेलन युवा प्रकोष्ठ संरक्षक विवेक खण्डेलवाल 'सोनू' ने दी।