BIG NEWS: राम राज्य स्थापना यात्रा इस दिन पहुंचेगी मंदसौर, भव्य स्वागत की तैयारी, अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित 100 से ज्यादा पुजारी, साधु संत होंगे शामिल, धर्मसभा का भी आयोजन, बैठक संपन्न, पढ़े खबर

राम राज्य स्थापना यात्रा इस दिन पहुंचेगी मंदसौर

BIG NEWS: राम राज्य स्थापना यात्रा इस दिन पहुंचेगी मंदसौर, भव्य स्वागत की तैयारी, अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित 100 से ज्यादा पुजारी, साधु संत होंगे शामिल, धर्मसभा का भी आयोजन, बैठक संपन्न, पढ़े खबर

मंदसौर। रामलला के मंदिर का प्रतिष्ठा महोत्सव की देशभर में तैयारियां चल रही है। देशभर से कई यात्राएं भी अयोध्या पहुंचेगी। जिसमें बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहेंगे। इसी कड़ी में मालवा से भी एक यात्रा निकाली जाएगी। 10 जानवरी अन्नपूर्णा शक्तिपीठ सेमलिया से यात्रा का शुभारंभ होगा। 12 जनवरी को यात्रा मंदसौर आएगी। इस राम राज्य स्थापना जन जागरण यात्रा का नेतृत्व सुप्रसिद्ध संत महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी 1008 श्री मधुसूदनानंद महाराज करेंगे। जिसमें विशेष रूप से अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष परम पूज्य रवींद्रपुरी महाराज उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा यात्रा मेें प्रदेश के शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय करेंगे। यात्रा की तैयारियों को लेकर नगर पालिका सभागृह में एक बैठक का आयोजन महामंडलेश्वर स्वामी मधुसूदना नंद महाराज के सानिध्य में किया गया। 

बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, कथावाचक विष्णु प्रसाद शर्मा, समाजसेवी गुरुचरण बग्गा, यात्रा के समन्वयक नरेंद्र अग्रवाल, ब्रजेश जोशी मंचस्थ थे। बैठक में बडी संख्या में नगर के गणमन्य जन, समाजसेवी और मातृशक्ति ने सहभागिता की।

बैठक में मधुसूदनानंद महाराज ने कहा कि, प्रभू राम हमारे ह्रदय के अंतः करण में विराजित है। इस यात्रा का नाम दिया गया है राम राज्य स्थापना जन जागरण यात्रा। यह नाम प्रभू की प्रेरणा से ही दिया गया है। हमारा उद्देश्य पूरे ब्रह्मांड में राम राज्य की स्थापना करना है। अब वापिस कलयुग में राम राज्य की स्थापना करना है। हिंदू समाज के सामने आने वाली चुनौतियों को खत्म करना ही साधु संतों का उद्देश्य है। यह एक चुनौती है। हम भौतिकता के युग में जी रहे हैं। हम अपने हिंदू भाईयों को संपत्ती देखकर सम्मान देते हैं। परिणाम तिरस्कार के चलते धर्मांतरण के रूप में सामने आ रहा है। भगवान और मंदिर सभी के हैं। धर्म में सभी का एक ही स्थान होना चाहिए। 

राम राज्य के भाव को स्थापित करना ही हमारा उदेश्य है। भेदभाव को खत्म करने से राम राज्य की स्थापना हो जाएगी। देश के कोने कोने से यात्राएं निकाली जा रही है। यह देखकर मैने भी मालवा से एक यात्रा निकालने के बारे में सोचा। साधु संतों के सामने इस बात को रखा। आज तक अनेक यात्राएं निकलते हुए देखी होगी। लेकिन यह यात्राएं विशेष और अदभूत होगी। जिसमें देश के कोने कोने से सैंकड़ों साधु संत सम्मीलित होगे। 12 जनवरी का दिन राम राज्य स्थापना जन जागरण यात्रा के लिए रखा गया है। इसका कारण है इस दिन विवेकानंद जी का जयंती और युवा दिवस है। विवेकानंदजी ने शिकांगो जाने पर देखा कि भगवत गीता सबसे नीचे रखी हुई है। उस पर बाईबल सहित अन्य ग्रंथ रखे थे। इस पर विवेकानंदजी ने कहा कि, भगवत गीता हटा दी जाए तो सभी ग्रंथ गिर जाएंगे। सैकड़ो संतों का नगर में आना बहुत शुभ है, इतने संत जब नगर में आते हैं तो नगर वासियों की सारी पीड़ाएं लेकर जाते हैं।

इन्होंने किया संबोधित- 

नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर ने कहा कि, 12 जनवरी सौभाग्य का दिन है। जिसमें दूर दराज से साधु संत पधार रहे हैं। मंदसौर नगरवासी धर्म के कार्य में बढ़ चढक़र हिस्सा लेते हैं। यात्रा का भी भव्य स्वागत करें।

श्री गुरु चरण बग्गा ने कहा कि, बहुत सारा इतिहास हमें पढ़ाया नहीं गया। हमें सिर्फ अकबर और बाबर जैसे लोगों के बारे में पढ़ाया गया। लेकिन भविष्यवाणी हुई थी कि, इक्कीसवीं सदी हिदूत्व की होगी। जिसे अब दुनिया भी मान रही है।

विहिप के सम्भागीय सह संयोजक अर्जुन गेहलोत ने संबोधित करते हुए यात्रा के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि यात्रा में कई नुक्कड़ सभाएं होगी। मालवा के 785 गांवों से होकर यात्रा निकलेगी। सेमली अन्नपूर्णा शक्ति पीठ से होकर यात्रा पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचेगी। जिसमें 100 साधु संत होगे। वहीं सौ वाहनों के साथ पांच रथ भी मौजूद रहेगा।

कथा वाचक विष्णु प्रसाद शर्मा ने कहा कि यह अवसर व्यर्थ न जाने दे। 12 जनवरी को माथे पर तिलक लगाकर सब निकले। राम राज्य की स्थापना के लिए मन को बदलना होगा। राम राज्य की स्थापना के दिन आतिशबाजी करें और दीपक लगाकर भगवान राम का स्वागत करे।

यात्रा समन्वयक नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि, यह सौभाग्य की बात है कि, मंदसौर में धर्म की गंगा बह रही है। साधु संतों का सानिध्य लगातार प्राप्त हो रहा है। 12 जनवरी को मंदसौर राममय हो जाए, ऐसा प्रयास करना है।

मंदसौर नगर की ओर से श्री मधुसुदनांद महाराज का शाल ओढ़ाकर सम्मान भी किया गया। सम्मान के समय वीरेंद्र अग्रवाल बिल्लू और प्रद्युमन शर्मा भी मंच पर उपस्थित हुए।संचालन वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी ने किया तथा आभार प्रदीप भाटी ने माना।

नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार और नीमच के पूर्व जनपद अध्यक्ष जगदीश गुर्जर एवं जगदीश गुर्जर मित्र मंडल ने भी राम राज्य स्थापना यात्रा का स्वागत किया है, और साथ ही जिले सहित देशभर की जनता से आगामी 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में भगवान श्रीराम के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में पहुंचने की अपील की है।