BIG NEWS : 5 वीं-8 वीं के छात्रों के लिए बड़ी खबर, इस पैटर्न पर आयोजित होगी परीक्षा, क्या रहेंगे नियम !... पढ़े इस खबर में
5 वीं-8 वीं के छात्रों के लिए बड़ी खबर, इस पैटर्न पर आयोजित होगी परीक्षा, क्या रहेंगे नियम !... पढ़े इस खबर में
डेस्क। एमपी में 1 अप्रैल 2022 से माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सरकारी व निजी स्कूलों में 5 वी से 8 वीं की परीक्षाएं शुरू होंगी। दो साल बाद यह पहला मौका होगा जब परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी। इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने पहले ही दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं, और रिजल्ट जिला शिक्षा अधिकारी और मूल्यांकन केंद्र की सहमति के बाद ही जारी किए जाएंगे। इसका मतलब ये है कि 22 अप्रैल को केंद्र और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों के सत्यापन के बाद रिजल्ट का अनुमोदन किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष 5 वीं और 8 वीं की वार्षिक परीक्षाएं बोर्ड की तर्ज पर आयोजित होंगी। छात्रों के प्रोजेक्ट वर्क 21 मार्च से 31 मार्च के बीच पूरे होंगे। हालांकि यह परीक्षाएं बोर्ड नहीं होंगी, इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए पोर्टल पर भी अपलोड कर दिया है। परीक्षा में 60 अंक का लिखित प्रश्नपत्र और 40 अंक प्रोजेक्ट बेस्ड होगा। विद्यार्थी को हर विषय में कम से कम 33 फीसद अंक लाना अनिवार्य होगा, अन्यथा अनुत्तीर्ण कर उसी कक्षा में रोका जाएगा।
वही अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों की तैयारियां करवाकर 2 माह बाद फिर परीक्षा ली जाएगी। इसके लिए शिक्षक अलग से कक्षा लगवाएंगे और जो सवालों के जवाब गलत लिखे गए है, उन्हें उस बारें मे समझाया और सॉल्व करके दिखाया जाएगा। परीक्षा में जो भी सवाल गलत होंगे, उन्हें पढ़ाएंगे। वर्तमान में पांचवीं व आठवीं की कक्षाएं सरकारी स्कूलों में भी नियमित तौर पर लगाई जा रही है, और परीक्षा की तैयारी कराई जा रही हैं, ऐसे में छात्रों को ऑफलाइन परीक्षा देने में सहूलियत होगी।
5 वीं-8 वीं परीक्षा 2022 बिन्दु-
5 वीं और 8 वीं के छात्रों की परीक्षा 1 से 9 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी।
यह परीक्षाएं सुबह 9:00 बजे से 11:30 बजे आयोजित की जाएगी।
इस परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है।
परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को अतिरिक्त सिक्स क्लास उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके बाद 2 महीने के बाद फिर से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
5 वी और 8 वीं के पेपर 100 अंक के होंगे, जिसमें से छात्रों को 33% अंक लाना अनिवार्य होगा।
इसमें 60 फीसद अंक लिखित परीक्षा और 40 फीसद अंक प्रोजेक्ट के आधार पर तय किए गए हैं।