NEWS: जब नीमच जिला जेल में हुआ इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन, तो मस्त हो गए बंदी, जेल अधीक्षक सहित इन दिग्गजो ने किया ये पाठ, इन्हें भी प्रतिक चिन्ह से किया सम्मानित, पढ़े खबर
जब नीमच जिला जेल में हुआ इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन
नीमच। साहित्य के क्षेत्र में अग्रणी संस्था सार्थक सृजन द्वारा जिला जेल में कैदियों के सुधार को लेकर एक अभिनव पहल करते हुए काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। संस्था के संस्थापक प्रमोद रामावत "प्रमोद" के मार्गदर्शन में आयोजित काव्य गोष्टी में मुख्य अतिथि ग्वालियर के तहसीलदार रोशन मनीष जैन, विशिष्ठ अतिथि यश इंटरप्राइजेस के श्रीपाल बघेरवाल रहे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता जेल अधीक्षक प्रभात कुमार ने की। कार्यक्रम के शुरुआती संचालन में नीमच हेडलाइंस के संपादक अविनाश जाजपुरा ने कविगणों का परिचय कराते हुए काव्य गोष्टी को आगे बढ़ाने के लिए संस्था अध्यक्ष प्रमोद रामावत "प्रमोद" को कार्यक्रम की कमान सौंपी।
दिनांक 23 जुलाई 2023 को आयोजित काव्य गोष्टी में संस्था के संस्थापक अध्यक्ष प्रमोद रामावत "प्रमोद", विशेष रुप से बेंगलुरु से पधारे जितेंद्र तिवारी, ग्वालियर से पधारे तहसीलदार रोशन मनीष जैन, सार्थक सृजन संस्था के सचिव पत्रकार संजय शर्मा, श्रीमती पंकज धींग, कुसुम शर्मा, वंदना योगी, एडवोकेट अमित शर्मा, पत्रकार अविनाश जाजपुरा व श्रीपाल बघेरवाल मोजुद रहे।
मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। जिसमें श्रीमती वंदना योगी ने मां सरस्वती की वंदना की। इसके पश्चात श्रीमती पंकज धींग और कुसुम शर्मा ने हिंदी साहित्य की प्रेम और ओज की कविताओं से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। तहसीलदार रोशन मनीष जैन ने भी अपनी शानदार प्रस्तुतिया दी, वहीं बेंगलुरु से आए जितेंद्र तिवारी को सभी बंदियों ने खूब सराहा। जेल के ही एक बंदी मनासा के दिनेश कुशवाह ने में 2-3 रचनाये सुनाई। जिस पर सभी ने करतल ध्वनि के साथ काव्य गोष्टी में पधारे सभी कवियों का सम्मान बढ़ाया।
संस्थापक अध्यक्ष रामावत के निवेदन पर जेल अधीक्षक प्रभात कुमार ने अपनी स्व लिखित रचनाओं का काव्य पाठ किया। पहली बार जेल बंदियों और जेल प्रशासन को पता चला कि, जेल अधीक्षक प्रभात कुमार भी एक अच्छे कवि और लेखक हैं। कार्यक्रम के पश्चात श्रीपाल बघेरवाल द्वारा सभी बंदियों, जेल प्रशासन और कविगणों को फलाहार वितरित किये। अंत में आभार जेल अधीक्षक प्रभात कुमार और श्रीपाल बघेरवाल ने माना।