BIG NEWS : उपज नीलामी में परेशानी, तो अव्यवस्थाओं से भी नाराज, टीन शेड में इनका माल, और खुले आसमान के नीचे अन्नदाताओं की उपज, नीमच मंडी में किसानों का हंगामा, बोले- नुकसान पर अधिकारी होंगे जिम्मेदार, लापरवाही के भी लगाएं आरोप, कौन-कौन घेरे में...! पढ़े खबर

उपज नीलामी में परेशानी, तो अव्यवस्थाओं से भी नाराज, टीन शेड में इनका माल, और खुले आसमान के नीचे अन्नदाताओं की उपज, नीमच मंडी में किसानों का हंगामा, बोले- नुकसान पर अधिकारी होंगे जिम्मेदार, लापरवाही के भी लगाएं आरोप, कौन-कौन घेरे में...! पढ़े खबर

BIG NEWS : उपज नीलामी में परेशानी, तो अव्यवस्थाओं से भी नाराज, टीन शेड में इनका माल, और खुले आसमान के नीचे अन्नदाताओं की उपज, नीमच मंडी में किसानों का हंगामा, बोले- नुकसान पर अधिकारी होंगे जिम्मेदार, लापरवाही के भी लगाएं आरोप, कौन-कौन घेरे में...! पढ़े खबर

रिपोर्ट- महेंद्र अहीर 

नीमच। प्रदेश की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी नीमच अपनी अव्यवस्थाओं के चलते आए दिन सुर्खियों में रहती है। कभी यहां उपज, मोबाइल और रूपये चोरी होते है, तो कभी किसानों को अपनी उपज के दाम तक सही मिल पाते। जिसके कारण अन्नदाता परेशान होता है। मंडी की इन्हीं अव्यवस्थाओं से जुड़ा एक और मामला सोमवार को सामने आया है। जिसे लेकर किसानों ने मंडी में कुछ देर हंगामा भी किया।  

जानकारी के अनुसार नीमच मंडी में मध्य प्रदेश सहित राजस्थान के कई जिलों से किसान आते है, और अपनी उपज की नीलामी कर अपने घरों के लिए रवाना हो जाते है। लेकिन बीते चार दिनों से लहसुन मंडी के हालात यह है कि, यहां किसान अपने घरों से उपज लेकर आए तो है, लेकिन उन्हें अपने घर लौटने के समय का पता तक नहीं है। इसी कारण किसानों ने मंडी प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवालियां निशान भी लगाए, और मंडी की हालत को बत से भी बत्तर बताया। 

इसी कारण लंबे समय से गेट के बाहर खड़े किसानों ने सोमवार दोपहर में मंडी परिसर में हंगामा खड़ा कर दिया। काफी देर तक हो हल्ला होने के बाद मंडी इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा की। 

किसानों का कहना- 

झालावाड़ से आए किसान लालसिंह ने बताया कि, टीन शेड में रखी उपज की नीलामी इनके द्वारा की जा रही है। जो गेट के बाहर है, वह पिछले चार दिनों से बाहर ही खड़े है। ना मौके पर अधिकारी मिल रहे है, और ना ही मंडी सचिव कोई सुनवाई कर रहे है। इन दिनों बैमोसम बारिश का दौर है। अगर उपज गिली होती है, तो जवाबदारी मंडी के अधिकारियों की होगी। उपज खराब हुई, तो किसान सड़कों उतरेंगे। हमारी परेशानी किसी को नजर नहीं आ रही है। 

वहीं किसान जीवन सिंह आंजना का कहना है कि, यहां शेट के नीचे दुसरों की उपज को धड़ल्ले से तौला जा रहा है। पिछले चार दिनों से गेट के बाहर खड़े किसान लगातार परेशान हो रहे है। आज को लहसुन की उपज आई, उसकी नीलामी हो गई, लेकिन कई दिनों से हमारी उपज की नीलामी नहीं हो रही। मंडी में बहुत अव्यवस्था है, कोई सुनने वाला नहीं है। चार दिनों से पानी और खाने तक की ठीक से व्यवस्था नहीं हो पा रही है। 

उपज की बंपर आवक बनी परेशानी- 

अप्रैल माह नीमच मंडी के लिए अवकाश का महिना माना जा रहा है। 1 से 10 अप्रैल के बीच मंडी कई दिनों तक बंद भी रही। ऐसे में सोमवार को जब मंडी खुली, तो यहां लहसुन की उपज की करीब 20 से 25 हजार बोरियों की आवक हुई। जिसके कारण मीलों दुर से आए किसानों को उपज तुलाई में काफी समय लगा। कई किसान तो मंडी के बाहर कई दिनों से वाहनों की कतार में खड़े है। 

क्या बोले अधिकारी- 

टीन शेड में जो उपज रखी है, वह किसानों की ही है। इनमे व्यापारियों का कोई माल नहीं है। ना ही व्यापारी यहां अपना माल रखते है। यह उपज किसानों की ही है, अगर उपज के दाम सही नहीं मिलते है, या कोई और कारण होता है, तो किसान शेड के नीचे ही उपज रखते है और अगले दिन की सुबह होने का इंतजार करते है। जिससे उपज शेड में ही रहती है।- समीर दास, मंडी इंस्पेक्टर, कृषि उपज मंडी नीमच।