BIG BREAKING: मोहन कैबिनेट गठन, अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा, किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा, और कब हो सकता है ऐलान, सबकी नजरे यहां...! पढ़े ये खबर

मोहन कैबिनेट गठन, अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा

BIG BREAKING: मोहन कैबिनेट गठन, अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा, किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा, और कब हो सकता है ऐलान, सबकी नजरे यहां...! पढ़े ये खबर

डेस्क। मध्य प्रदेश में मोहन मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब सबकी निगाहें नव निर्वाचित मंत्रियों के विभागों पर टिकी हुई है। खास करके छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के विभाग के बंटवारे के बाद अब हर कोई जानना चाहता है कि एमपी में किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा...? क्या केन्द्र से आए नेताओं को बड़े विभाग का जिम्मा दिया जाएगा या फिर छग मुख्यमंत्री विष्णुसाय की तरह सीएम मोहन यादव भी बड़े विभाग अपने पास रखेंगे। खैर इन सब का जवाब एक दो दिन में मिल जाएगा जब मंत्रियों को अपने अपने विभाग मिल जाएंगे।

दिल्ली में मुलाकात, भोपाल लौटे सीएम-

दरअसल, पिछले 2 दिन से सीएम डॉ. मोहन यादव दिल्ली दौरे पर थे, इस दौरान उन्होंने शुक्रवार को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान सीएम यादव की अपने मंत्रियों के विभागों के बंटवारे समेत कई बड़े मुद्दों को लेकर दोनों नेताओं से चर्चा हुई। 

सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किस मंत्री को कौन सा विभाग देना है, इस पर सहमति बन गई। सीएम यादव आज दोपहर में वापस भोपाल आ रहे है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि, अब बिना देरी किए एक दो दिन में मंत्रियों में विभागों का बंटवारा कर दिया जाएगा। इसके बाद कैबिनेट बैठक बुलाई जाएगी और फिर आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

गौरतलब है कि, डॉ. मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, उनके साथ बीजेपी विधायक जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। इसके बाद 25 दिसंबर मोहन मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था, इस दिन कुल 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी, इसमें 18 कैबिनेट मंत्री 6 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्यमंत्री बनाए गए थे, लेकिन मंत्रिमंडल गठन के 5 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक मंत्रियों में विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है, जबकी छत्तीसगढ़ में 29 दिसंबर शुक्रवार को सभी मंत्रियों को विभाग बांट दिए गए है, ऐसे में अब सबकी निगाहें एमपी के मंत्रियों के विभागों के बंटवारें पर टिक गई है।