NEWS: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कार्यवाही, बस में काले सोने की तस्करी का भंडाफोड़, खल्लासी गिरफ्तार, अब न्यायालय ने सुनाई सजा, सलाखों के पीछे आरोपी, जुर्माना भी, पढ़े खबर

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कार्यवाही, बस में काले सोने की तस्करी का भंडाफोड़, खल्लासी गिरफ्तार, अब न्यायालय ने सुनाई सजा, सलाखों के पीछे आरोपी, जुर्माना भी, पढ़े खबर

NEWS: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कार्यवाही, बस में काले सोने की तस्करी का भंडाफोड़, खल्लासी गिरफ्तार, अब न्यायालय ने सुनाई सजा, सलाखों के पीछे आरोपी, जुर्माना भी, पढ़े खबर

नीमच। माननीय अरविंद दरिया, विशेष न्यायाधीश (एन.डी.पी.एस. एक्ट, 1985) द्वारा बस में 700 ग्राम अवैध मादक पदार्थ अफीम तस्करी करने वाले आरोपी फगलाराम उर्फ बबलू पिता घेवराम (40) निवासी- ग्राम रामडवास खुर्द, तहसील पिपाड़सिटी, जिला जोधपुरा को एन.डी.पी.एस. एक्ट, 1985 की धारा- 8/18 (सी) के अंतर्गत 3 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 30 हजार अर्थदण्ड से दण्डित किया।

प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी करने वाले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के विशेष लोक अभियोजक सुशील ऐरन द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि, घटना बीती दिनांक- 12.07.2018 की रात के लगभग 11 बजे डुंगलावदा चौराहा की हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आसूचना अधिकारी सुमित कुमार को गुप्ता को सूचना प्राप्त हुई थी कि, जोधपुर जाने वाली एम.आर ट्रेवल्स की बस का खल्लासी अफीम को तस्करी हेतु छुपाकर ले जा रहा हैं।

इस आधार पर आसूचना अधिकारी विजय सिंह शिंदे के नेतृत्व में दल का गठन कर डुंगलावदा चौराहा पर घेराबंदी की। इस दौरान बस को रोककर उसकी तलाशी लिये जाने पर आरोपी के एक बैग में 700 ग्राम अवैध मादक पदार्थ अफीम मिली। जिसे जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया, और अपराध पंजीबद्ध करके शेष आवश्यक अनुसंधान पूर्ण कर परिवाद विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया।

विशेष लोक अभियोजक द्वारा न्यायालय में विचारण के दौरान विवेचक व दल के सदस्यों सहित सभी आवश्यक गवाहों के बयान कराते हुवे आरोपी द्वारा अवैध मादक पदार्थ अफीम की तस्करी किये जाने के अपराध को प्रमाणित कराते हुए उसे कठोर दण्ड से दण्डित किये जाने का निवेदन किया गया। जिस पर से माननीय विशेष न्यायालय द्वारा आरोपी को उक्त दण्ड से दण्डित किया। प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक सुशील ऐरन द्वारा की गई एवं सुश्री प्रियंका गुर्जर एडवोकेट व भगत मालवीय का सराहनीय सहयोग रहा।