NEWS : कृति द्वारा मेरा जीवन-मेरे अनुभव कार्यक्रम का आयोजन संपन्न, खेल गुरुओं ने कहा- मोबाइल ने बच्चों को दूर कर दिया फील्ड से, संस्था ने इन खिलाड़ियों को किया सम्मानित, पढ़े खबर

कृति द्वारा मेरा जीवन-मेरे अनुभव कार्यक्रम का आयोजन संपन्न

NEWS : कृति द्वारा मेरा जीवन-मेरे अनुभव कार्यक्रम का आयोजन संपन्न, खेल गुरुओं ने कहा- मोबाइल ने बच्चों को दूर कर दिया फील्ड से, संस्था ने इन खिलाड़ियों को किया सम्मानित, पढ़े खबर

नीमच। शहर की अग्रणी साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था कृति द्वारा अपने नियमित कार्यक्रम मेरा जीवन, मेरे अनुभव में नीमच के खेल कोच, जिनके प्रशिक्षण में नीमच के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में खेलने योग्य बनाया, उनके अनुभव सुने। कृति के इस कार्यक्रम में हॉकी कोच इम्तियाज़ खान, जिम्नास्टिक कोच राजकुमार सिंह व तैराकी कोच प्रभु मूलचंदानी ने अपने अनुभव सुनाए। सभी कोच का मानना था कि मोबाइल ने बच्चों को फील्ड से दूर कर दिया है। किसी भी खिलाड़ी को कम से कम 2 घंटे तो रोज खेलने ही आवश्यक है।

अच्छा खिलाड़ी होने के लिए समय की पाबंदी और अनुशासन पहले शब्द है। आज खेलों का ट्रेंड बदल गया है, उसके अनुसार खिलाड़ियों का प्रशिक्षण आवश्यक है। हमारे शहर में वैसे खेल मैदान नहीं है। इनडोर और आउटडोर स्टेडियम की कमी है। टर्फ ग्राउंड नहीं है, जो मैदान है, उनकी स्थिति ऐसी नहीं है कि उन पर प्रैक्टिस कर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार कर सके। फिर भी हम हमारे सीमित संसाधनों से मेहनत कर नीमच के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा पाए हैं। अगर सुविधा मिले तो ओलंपिक तक जा सकते हैं। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर नीमच का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की कीर्तिराज सिंह चुंडावत (बास्केट बॉल), सिद्धांत सिंह जादौन (तैराकी), ख्याति अग्रवाल (तैराकी), नानक मूलचंदानी (तैराकी), प्रतीक सिंह भारद्वाज  (तैराकी), दिव्यानी गंगवाल (बास्केट बॉल), खुशी पाल सिंह (बास्केटबॉल) को कृति कृति संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में कृति अध्यक्ष डॉ. अक्षय पुरोहित ने कहा कि खेल गुरु वो दीपक होते हैं जो खुद जलकर अपने खिलाड़ियों के रूप में दूसरे को प्रकाश देते हैं। आज का यह कार्यक्रम नीमच के उन खेल कोच के परिश्रम  समर्पण व साधना को नमन करने का एक प्रयास है। 

कार्यक्रम को टॉक शो की तरह आयोजित किया गया, जिसका संचालन संयुक्त रूप से सत्येन्द्र सिंह राठौड़ एवं डॉ साधना सेवक ने किया। अभार कृति सचिव कमलेश जायसवाल ने व्यक्त किया। इस अवसर पर कृति के किशोर जेवरिया, प्रकाश भट्ट, डॉ. पृथ्वी सिंह वर्मा, डॉ. माधुरी चौरसिया, मंजुला धीर, डॉ. मीना हरित, राजेश जायसवाल,  इंजीनियर बाबूलाल गौर, दर्शन सिंह गांधी, रघुनंदन पाराशर, डॉ. राजेंद्र जायसवाल, गोपाल पोरवाल, शरद पाटीदार, कृति संस्था के सदस्यों के साथ ही बास्केट बॉल संघ, जिमनास्टिक संघ तथा तैराकी संघ के पदाधिकारी और अन्य लोग विशेष रूप से मौजूद रहे।