NEWS : परशुराम जयंती के साथ भव्य सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन, 21 जोड़े बंधेंगे परिणय सूत्र में, भगवान श्री कृष्ण बारात लेकर भी पधारेंगे, पढ़े खबर
परशुराम जयंती के साथ भव्य सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन

मंदसौर। राजराजेश्वर भगवान परशुराम की जयंती एवं अक्षय तृतीया को ओदीच्य ब्राह्मण समाज मंदसौर द्वारा तीन दशक बाद सामूहिक विवाह सम्मेलन का ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। उक्त आयोजन में ओदिच्य ब्राह्मण समाज छात्रावास एवं सामूहिक विवाह सम्मेलन अध्यक्ष दिनेश जोशी अमलावद, उपाध्यक्ष राम प्रसाद शर्मा ईशाकपूर, सचिव शिवनारायण उपाध्याय रणायरा, कोषाध्यक्ष राजेंद्र पांडे सिखेड़ी, सर्व रामचंद्र जोशी, महेश शर्मा, योगेंद्र जोशी, राधेश्याम शर्मा, दीनदयाल शर्मा, राजेंद्र शर्मा, बबलू शर्मा आदि के सराहनीय प्रयास से विगत 6 माह से भव्य तैयारी के साथ ऐतिहासिक रूप से आयोजन को सफल बनाए जाने हेतु प्रत्येक गांव पहुंचकर समाजजनों को आमंत्रित किया और समिति सहित पूरे समाज जन के सहयोग और मार्गदर्शन से 21 जोड़ों का यह सामूहिक विवाह सम्मेलन 30 अप्रैल को पूर्ण होने जा रहा है।
विगत 15 दिवस से समिति के अध्यक्ष दिनेश जोशी एवं पूरी समिति एवं समाजजन भव्य तैयारी के लिए तन मन धन से जुटे हुए है। ओदीच्य ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में तुलसी विवाह का आयोजन इस विवाह सम्मेलन आयोजन मे आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेगा। तुलसी विवाह में 51 फोर व्हीलर वाहनों सहित अन्य वाहनों से आ रही भालोट से भगवान की बारात की अगवानी वो विवाह सम्मेलन समिति एवं समाज जन भव्य रूप से बैंड बाजा एवं डीजे की धूम एवं पुष्प वर्षा से स्वागत सत्कार कर अगवानी करेंगे।
उक्त विवाह सम्मेलन में मंदसौर, नीमच, रतलाम, झाबुआ एवं राजस्थान से आ रहे 20 जोड़े वर वधु पानी ग्रहण संस्कार के साथ दांपत्य जीवन में प्रवेश करेंगे। परशुराम की जयंती एवं अक्षय तृतीया को प्रातः 6 बजे बारात आगमन होगा एवं 8 बजे तोरण किया जाएगा। एवं 9 बजे पानी ग्रहण संस्कार पंडित घनश्याम शर्मा पलसोड़ा एवं आपकी 21 यज्ञाचार्य के टीम करवाएगी। पाणिग्रहण संस्कार के साथ ही 9:30 बजे स्वरुचि सामूहिक भोज प्रारंभ होगा।
समिति अध्यक्ष दिनेश जोशी, रामप्रसाद शर्मा, शिवनारायण उपाध्याय, राजेंद्र पंड्या, रामचंद्र जोशी, राधेश्याम शर्मा, महेश शर्मा, दीनदयाल शर्मा, जगदीश पंडित, बबलू शर्मा आदि सदस्यों एवं वरिष्ठजनों ने ओदीच्य ब्राह्मण समाज के प्रत्येक महानुभाव से आग्रह किया है कि उक्त सामूहिक विवाह सम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर वर वधु को आशीर्वाद प्रदान करने के साथ ही ओदीच्य ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित इस विवाह सम्मेलन को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाएं।