WOW ! नीमच की बेटी खुशी का भारतीय टीम में चयन, इस दिन पहुंचेगी दुबई, जूनियर बास्केट बॉल प्रतियोगिता में दिखाएगी दम, पढ़े खबर

नीमच की बेटी खुशी का भारतीय टीम में चयन

WOW ! नीमच की बेटी खुशी का भारतीय टीम में चयन, इस दिन पहुंचेगी दुबई, जूनियर बास्केट बॉल प्रतियोगिता में दिखाएगी दम, पढ़े खबर

नीमच। ज्ञानोदय इंटरनेशनल स्कूल के कोच किशनपाल सिंह एवं सतेन्द्रपाल सिंह ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि, विद्यालय की प्रतिभाशाली छात्रा खुशीपाल सिंह सुपुत्री स्वं जोगेन्द्रपांल सिंह का चयन भारतीय जुनियर बास्केट-बॉल टीम में हो गया है। भारतीय टीम दिनांक- 8 नवम्बर से 12 नवम्बर 2024 तक दुबई में टूर्नामेंट खेलेगी। जिसमे नीमच की खुशीपाल सिंह भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेगी।

खुशी ने नीमच जैसे छोटे से शहर से लेकर भारतीय टीम का लम्बा सफर तय करने के लिए कई वर्षो की कडी तपस्या की। खुशी के चाचा किशनपाल सिंह एवं सतेन्द्रपाल सिंह ही खुशी के कोच है। जिन्होने 4 साल की उम्र से ही खुशी को प्रशिक्षण देना प्रारभ कर दिया था, और यह मन बना लिया था कि, खुशी को एक दिन भारत के लिए खिलवाना है। इसी सोच के साथ खुशी को खिलोने की उम्र में खेलने वाले हाथो में बास्केट बॉल पकड़ा दी एवं खेल की बारिकिया सिखाने लगे। खुशी जब महज कक्षा 5 वी में थी तभी उसने म.प्र. जूनियर चैम्पीयन शीप में म.प्र. के सर्वश्रैष्ठ खिलाङी का खिताब जीत लिया। 

खुशी की इस प्रतिभा को पहचान ज्ञानोदय ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर अभिनव चौरसिया (राजा भय्या) ने खुशी पाल सिंह को न केवल 100 प्रतिभा स्कोलरशीप प्रदान की, बल्कि उसके खेल प्रशिक्षण में कोई रूकावट न आये इसके लिए खुशी को हर संभव मदद की इसलिए खुशी और उसके कोच खुशी की ऐतिहासिक सफलता का श्रेय अभिनव चौरसिया को देते है। उन्होंने हर ट्रुर्नामेंट से लेकर प्रशिक्षण में जो जरूरी सहायता चाहिए कोचो को उपलब्ध करवाई इसके लिए खुशी अभिनव चौरसिया जी का दिल से आभार मानती है। ऐसे और भी बहुत सारे लोग है। जिन्होने खुशी की इस स्वर्णीम सफलता में पर्दे के पिछे से अहम भूमिका निभाई। 

समय-समय पर नीमच की प्रशिक्षक मिनाक्षी तंवर ने भी खुशी को बास्केट-बॉल की बारिकिया सिखा से बताया की किस तरह इस खेल में सही समय पर प्रयोग करना है। इसी तरह कमल सिंह चुण्डावत ,जय पाल सिंह राणावत भी खुशी के रोज 5 घंटे के कडे प्रशिक्षण में खडे रहकर खुशी को हमेशा देश के लिए खेलने और मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते थे। खुशी को ज्ञानोदय स्कूल के सभी शिक्षक समय-समय पर अध्यपन साम्रागी उपलब्ध कराते रहते थे। ताकि उसके खेल में कभी रुकावट न आये खुशी ने युथ नेशनल में सिल्वर मेडल खेलो इंडिया में ब्रोन्ज मेडल, गत वर्ष जूनियर नेशनल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 2024 में बेस्ट शूटर अवार्ड जूनियर नेशनल में पंख खेल रतन से सम्मानित होने वाली एकमात्र महिला बास्केट-बॉल खिलाङी और कई नेशनल चैम्पीयन शीप, कई स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड,सिल्वर और ब्रोन्ज मेडल लगातार आर्जित करते के बाद उनका टेलेंट भारतीय टीम के चयन कर्ताओ को दिखने लगा और इस तरह खुशी ने नीमच के इस छोटे से शहर से भारतीय टीम तक का सफर तय किया।

खुशी बताती है कि उसे वो दिन भी याद है जिस दिन उनके पिता का स्वर्गवास हुआ था और अगले दिन ही वह नीमच के लिए ट्रुर्नामेंट खेलने गयी और उस ट्रुर्नामेंट में सर्वश्रेष्ट स्कोर कर अपने पिता को सच्ची श्रद्धांजलि दी। जीवन में बहुत संघर्ष किया बुरे से बुरे वक्त में भी अपने खेल को जारी रखा और जो सपना भारतीय टीम में खेलने का देखा था वो आज पुरा हुआ। खुशी उन सभी लोगो को दिल से धन्यवाद देती है जिन्होने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से खुशी को इस मुकाम पर पहुँचने में मदद की। ये नीमच शहर के लिए बहुत ही ऐतिहासिक सफलता का पल है। जब खुशी ने नीमच के नाम को अतंराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला दी। खुशी पाल सिंह की इस स्वर्णीम सफलता पर ज्ञानोदय गु्रप के मैनेजिंग डायरेक्टर अभिनव चौरसिया, चैयरमेन अनिल चौरसिया, निदेर्शिका डॉ. माधुरी चौरसिया, विद्यालय की डायरेक्टर डॉ. गरिमा चौरसिया, प्राचार्य प्रदिप कुमार पाण्डेय एवं समस्त ज्ञानोदय परिवार ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।