OMG ! MP के इस जिले में पकड़ाया ''मोस्ट वांटेड'' बंदर, खौफ इतना... की लोग बंदूक के साथ देते पहरा, सिर पर जैसे ही रखा 21 हजार का इनाम, फिर...! पढ़े ये खबर
''मोस्ट वांटेड'' बंदर
डेस्क। एमपी के राजगढ़ में लगभग 15 दिनों तक आतंक मचाने के बाद आखिरकार 21 हजार रुपये का इनामी बंदर पकड़ा ही गया। इस बंदर ने पिछले करीब दो हफ्तों में 20 लोगों पर हमला किया था। जिसके बाद मंगलवार शाम उज्जैन से बुलाई गई एक टीम ने स्थानीय अधिकारियों और निवासियों की मदद से खतरनाक बंदर को पकड़ने का काम किया। टीम ने बंदर का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। इसके बाद डार्ट्स से निशाना साध कर उसे बेहोश किया गया, और फिर पिंजरे में डाला।
सामने आये वीडियो में दिखाई देता है कि, जब वन विभाग के कर्मचारी पकड़े गए बंदर को पशु बचाव वाहन में ले जा रहे थे, तो भीड़ जय श्री राम और जय बजरंग बली के नारे लगा रही थी। बंदरों के हमलों के कारण इलाके में दहशत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, एक आदमी बंदूक के साथ अपने घर की छत पर पहरा देता नजर आया। पिछले पखवाड़े में बंदर ने जिन 20 लोगों पर हमला किया उनमें आठ बच्चे भी शामिल थे।
अधिकारियों ने कहा कि, बंदर छतों और खिड़कियों पर बैठ जाता था और अचानक लोगों पर झपट पड़ता। घायलों में से कई को गहरी चोटें लगीं, जिसके कारण उन्हें टांके लगाने पड़े। इलाके में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में बंदर की एक हरकत भी कैद हुई है। फुटेज में दिख रहा है कि, बंदर एक बुजुर्ग व्यक्ति पर झपट रहा है और उसे जमीन पर खींच रहा है। कुछ सेकेंड तक चले इस हमले से शख्स की जांघ पर गहरी चोट लग गई। इस बंदर को पकड़ने के बार-बार प्रयास विफल होने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने 21 हजार रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की और एक विशेष बचाव दल को भी बुलाया गया।
नगर निगम अध्यक्ष विनोद साहू ने बताया कि, बंदर को पकड़ने में चार घंटे लगे। नगर पालिका के पास उस बंदर को पकड़ने के साधन नहीं थे। हम जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और उनकी मदद से उज्जैन से वन विभाग की एक बचाव टीम को बुलाया। नगर पालिका के कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों ने उनकी मदद की। हमने बंदर को पकड़ने के लिए 21 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की पेशकश की थी। अब हम इसे पशु बचाव दल को देंगे।
वन अधिकारी गौरव गुप्ता ने कहा कि, राजगढ़ में स्थानीय टीम ने पिछले दो सप्ताह से बंदर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। 'हमने कई जिलों में विशेष टीमों से संपर्क साधा। जैसे ही उज्जैन की टीम उपलब्ध हुई, वे राजगढ़ पहुंचे और चार घंटे के ऑपरेशन के बाद हमने बंदर को पकड़ लिया।' पकड़े गए बंदर को संभवत: घने वन क्षेत्र में छोड़ा जाएगा, ताकि यह लोगों को नुकसान न पहुंचा सके।