OMG: नीलामी के बाद उपज भरने की बारी, तो नीमच मंडी बनी जंग का मैदान, इन दो लोगों में तू-तू मैं-मैं, और फिर... क्यों थम गया व्यापार, पढ़े ये खबर
नीलामी के बाद उपज भरने की बारी, तो नीमच मंडी बनी जंग का मैदान, इन दो लोगों में तू-तू मैं-मैं, और फिर... क्यों थम गया व्यापार, पढ़े ये खबर
नीमच। वैसे तो नीमच की कृषि उपज मंडी प्रदेश भर में अव्वल मानी जाती है। बावजूद इसके इस मंडी का विवादों से गहरा नाता है। यहां कि प्रशासनिक व्यवस्था की अगर बात की जाये तो अधिकारियों के ढिलमुल रवैये के कारण आये दिन यहां आये दिन किसी ना किसी प्रकार के विवाद सामने आते रहते है। ऐसा की एक और वाक्या आज नीमच मंडी में देखने को मिला। जिसके चलते दस मिनिट के लिये मंडी का कार्य तक रूका।
जानकारी के अनुसार सोमवार को कृषि उपज मंडी के मूंगफली छपरे में टेम्पों में माल भरने की बात पर एक टेम्पो चालक व व्यापारी के बीच विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि व्यापारी ने माल भरने के लिये अपना टेम्पो लगा रखा था। लेकिन अचानक वहां पहुंचे दूसरे टेम्पो चालक ने इस माल को अपने टेम्पो में भरने को लेकर व्यापारी से विवाद किया।
जिसके चलते मंडी कार्य करीबन दस मिनिट के लिये रूक गया। बाद में सूचना पर मंडी इंस्पेक्टर वहां पहुंचे और टेम्पो चालक को उचित समझाईश देकर मामले को शांत कराया। तब कहीं जाकर फिर से मंडी का कार्य शुरू किया जा सका।
आये दिन किसानों के माल पर भी होता है हाथ साफ-
मंडी में विवाद की यह कोई पहली घटना नहीं है। यहां कहीं बार लाल गुलाब गैंग के द्वारा भी किसानों के माल पर हाथ साफ दिया जाता रहा है। बावजूद इसके कितने अधिकारी यहां आये और गये लेकिन किसानों के माल को चोरी होने से बचाने में नाकाम ही साबित हुए है। जिसे लेकर कई किसान तो यहां अपना माल लेकर आने से घबरा तक लगे है।
सुरक्षा गार्डो के भरोसे ही चलती है मंडी-
कहने को तो मंडी में पांच इंस्पेटरों के साथ ही सत्तर सुरक्षा गार्ड मंडी की व्यवस्था देखने को तैनात है। लेकिन बावजूद इसके वह विवादों और आये दिन होने वाली किसान उपज की चोरी पर पूरी तरह रोक नहीं लगा पा रहे है। जबकि मंडी की आवक पर नीमच की आर्थिक व्यवस्था पर भी बहुत असर पड़ता है।