OMG ! सोशल मीडिया पर दोस्ती, और कमरा नंबर- 302, शीतल की जघन्य हत्या, बैग में लाश लेकर निकला बॉयफ्रेंड, फिर यहां से आरोपी विनोद गिरफ्तार, मनाली की घटना, और भोपाल से कनेक्शन, रौंगटे खड़े कर देगी ये मर्डर मिस्ट्री, पढ़े खबर

सोशल मीडिया पर दोस्ती

OMG ! सोशल मीडिया पर दोस्ती, और कमरा नंबर- 302, शीतल की जघन्य हत्या, बैग में लाश लेकर निकला बॉयफ्रेंड, फिर यहां से आरोपी विनोद गिरफ्तार, मनाली की घटना, और भोपाल से कनेक्शन, रौंगटे खड़े कर देगी ये मर्डर मिस्ट्री, पढ़े खबर

डेस्क। दस दिन पहले घर से बिना बताए गई भोपाल की 24 वर्षीय युवती की हिमाचल प्रदेश के मनाली में हत्या कर दी गई। सोशल मीडिया पर शाहपुरा के अजय नगर की शीतल पिता कैलाश कौशल ने हरियाणा ''पलवल'' के जिस विनोद ठाकुर से दोस्ती की, हत्या भी उसी ने की। वह शव बैग में भरकर खाई में फेंकने जा रहा था, लेकिन मनाली में चेक प्वॉइंट पर कुल्लू पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसने आपसी विवाद में हत्या की बात कबूली। कुल्लू के एसपी कार्तिकेय गोकुलचंद्रन ने हत्या व आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की।

मनाली गए थे घूमने- 

पुलिस के अनुसार, मनाली के जिस होटल के कमरा नंबर- 302 में मनाली के आधार कार्ड पर दोनों रूके थे। वहां विनोद ठाकुर का कोई दस्तावेज भी होटल वालों ने जमा नहीं कराया। शीतल और विनोद 13 मई को मनाली पहुंचे। होटल में शीतल का आधार कार्ड रजिस्टर्ड किया गया। 14 मई को दोनों सिस्सू घूमने गए। शाम को वापस आने के बाद दोनों ने कमरे में ही होटल से खाना मंगवाकर खाया। फिर 15 मई की शाम को होटल के मैनेजर से विनोद ठाकुर ने वोल्वो बस स्टैंड जाने के लिए टैक्सी मंगवाई, टैक्सी पहुंचने के बाद विनोद अकेला ट्रॉली बैग लेकर टैक्सी में बैठने जा रहा था।

ट्राली बैग था भारी- 

होटल के बाहर निकलते ही बैग भारी होने के कारण विनोद ठाकुर उसे अकेला संभाल नहीं पा रहा था। विनोद के साथ जो युवती होटल में ठहरी थी, वह भी नहीं दिख रही थी। इसके बाद होटल के कर्मचारियों को विनोद ठाकुर पर शक हुआ तो उन लोगों ने पूछताछ की और पुलिस का सूचना दे दी। इसके बाद विनोद ठाकुर वहां से अपना बैग छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने बैग की तलाशी ली तो उसमें भोपाल निवासी शीतल कौशल की लाश मिली। फिर विनोद ठाकुर की तलाश शुरू कर दी। विनोद ठाकुर दूसरे वाहन से बस स्टैंड पहुंचा और हरियाणा के लिए भागने वाला था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। विनोद ने हत्या करना भी स्वीकार कर लिया। उसी ने बताया है कि हम दोनों घूमने आए थे, और सोशल मीडिया के जरिए ही हम दोनों की दोस्ती हुई थी।

परिवार ने लगाया आरोप- 

परिजनों का आरोप है कि, शाहपुरा पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने बेटी को तलाशने कोई कार्य नहीं किया। हालांकि शाहपुरा थाना प्रभारी ने कहा कि, युवती के परिजनों ने कोई गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई थी। जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय शीतल पिता कैलाश कौशल शाहपुरा थाना क्षेत्र में रहती है। वह भोपाल के सरोजिनी नायडू स्नातकोत्तर महाविद्यालय (नूतन कॉलेज) से स्नातक की पढ़ाई की है। उसकी दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हरियाणा के पलवल निवासी विनोद ठाकुर से हुई थी।