BIG REPORT: नीमच जिले में SDPI ने निकाली सीट, तीनों प्रत्याशियों की जीत, तो एक हिंदू महिला भी AIMIM से यहां जीती चुनाव, कहीं ये बड़ी बात, अब RSS के गढ़ में चिंतन का दौर, चर्चाओं का बाजार भी गर्म...! पढ़े ये खास खबर
नीमच जिले में SDPI ने निकाली सीट, तीनों प्रत्याशियों की जीत, तो एक हिंदू महिला भी AIMIM से यहां जीती चुनाव, कहीं ये बड़ी बात, अब RSS के गढ़ में चिंतन का दौर, चर्चाओं का बाजार भी गर्म...! पढ़े ये खास खबर
(रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा)
डेस्क। इस बार हुए चुनाव के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ आता दिखाई दिया है। यहां नगरीय निकाय चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन यानी एआईएआईएम के साथ ही सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया भी इस चुनावीरण में उतरी, और फिर परिणाम घोषित होने के बाद इन दोनों ही दलों से पार्षद पद के उम्मीदवार कुछ सीटों पर जीतकर भी सामने आए। प्रदेश भर में एआईएमआईएम पार्टी से जीते हुए पार्षदों की संख्या अब सात हो गई है। जिसमे तीन सीट खरगोन की भी शामिल है। वहीँ इसी चुनाव के बाद नीमच जिले की मनासा और रामपुरा तहसील भी चर्चाओं में आ गई है, क्योंकि यहां से भी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के अब पार्षद पद की कुर्सी संभाल रहे है।
खरगोन जिले में एआईएमआईएम की प्रत्याशी अरूणा बाई उपाध्याय ने भाजपा की प्रत्याशी सुनीता देवी को कुल 31 वोटों से हराया। वहीं वार्ड क्रमांक- 15 से एआईएमआईएम प्रत्याशी शकील खान ने निर्दलीय प्रत्याशी आसिफ खान को 662 मतों से मात देकर अपनी जीत दर्ज कराई। अब वार्ड क्रमांक- 27 की बात की जाए, तो यहां से भी एआईएमआईएम प्रत्याशी शबनम अदीब ने निर्दलीय प्रत्याशी शकीला खान को 774 मतों से हराकर अपनी जीत दर्ज कराई।
बता दें कि, नर्वनिर्वाचित पार्षद अरूणा उपाध्याय सनातन धर्म से जुड़ी है, और उन्होंने एसडीपीआई पार्टी से बतौर प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े। ऐसे में जब उनसे चर्चा की गई, तो उन्होंने कहां कि, ये भाईचारे और वार्ड के मतदाताओं की जीत है। वार्ड के विकास की जीत है। पार्टी प्रमुख ओवैसी संविधान, देश में कानून और समानता की बात करते है, और मैं उनकी इन्हीं बातों से प्रभावित होकर मैंने इसी पार्टी को चुना। साथ ही चुनाव लड़ना भी ठीक समझा।
RSS के गढ़ में भी SDP की दस्तक-
आपकों बता दें कि, नीमच के साथ मंदसौर जिला भी भाजपा का गढ़ माना जाता है। वहीं नीमच जिला भी बीजेपी के संघ की नर्सरी माना जाता है। अब यहां सालों से चुनाव हो रहे है, और यह दौर लगातार चला आ रहा है। इसके बावजूद भी कांग्रेस... भाजपा से पीछे ही नजर आई है। लेकिन इस बार के नगरीय निकाय चुनाव निपटने के बाद देखने में आया कि, यहां बीजेपी-कांग्रेस को ऑवरटैक कर एसडीपीआई पार्टी आगे निकल गई, और नगर परिषद की सीटों पर अपना कब्जा जमाया।
अब सबसे पहले बात की जाएं, रामपुरा नगर परिषद की, तो यहां के वार्ड- 10 से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी से ही बतौर प्रत्याशी अरबीन पति मुख्तियार और वार्ड- 11 से जाफर शाह मैदान में उतरे थे, और चुनावी परिणामों के बाद इन दोनों ही प्रत्याशियों ने आपकी जीत दर्ज कराई, वहीँ अब नगर परिषद मनासा की बात की जाएं, तो यहां के वार्ड-14 से बीच भी SDP की प्रत्याशी आमना बी ने बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों को टक्कर दी, और पार्षद पद की सीट पर अपना कब्ज़ा जमाया।
आपको बता दें की पटना के एक थाना क्षेत्र में SDPI के एक कार्यलय में ATS ने दबिश भी दी थी, और मौके से कोई लोगो को हिरासत में भी लिया था। अब रामपुरा और मनासा नगर परिषद में तीन सीट हो SDPI की आ गई है, लेकिन इसके बाद बीजेपी में चिंतन का दौर शुरू हो गया है। वही आने वाले दिनों में इसी बात को लेकर कोई बड़ी बैठक भी होने की खबरे आ रही है। हालांकि अभी कोई अधिकृत जानकारी नहीं है,
ATS की दस्तक के बाद बड़ा खुलासा-
बता दें कि, बीते दिनों ATS ने पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र में स्थित नाज मंजिल में छापेमारी की थी। इसी चार मंजिला ईमारत में एसडीपीआई का कार्यालय था, और एटीएस को यहां सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ज्वाइन करने से संबंधित एक इश्तेहार चस्पा मिला। फिर एटीएस ने बिल्डिंग के मालिक और SDPI के कार्यालय के लोगों को हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ की गई।
जांच में पता चला था कि, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की आड़ में मार्शल आर्ट सिखाने के बहाने हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पिछले दो महीने से आरोपियों के पास दूसरे राज्यों के लोग आ रहे थे।