POLITICAL NEWS : जावद का भ्रष्टाचारी ज.प. अध्यक्ष गोपाल चारण फिर सुर्खियों में, मंत्री सखलेचा के साथ किया मंच साझा, तो कांग्रेस ने साधा निशाना, शिकायतकर्ता जाट पर भी सवाल, क्या सब कुछ ठीक नहीं भाजपा में...? पढ़े अभिषेक शर्मा की ये खास खबर

जावद का भ्रष्टाचारी ज.प. अध्यक्ष गोपाल चारण फिर सुर्खियों में, मंत्री सखलेचा के साथ किया मंच साझा, तो कांग्रेस ने साधा निशाना, शिकायतकर्ता जाट पर भी सवाल, क्या सब कुछ ठीक नहीं भाजपा में...? पढ़े अभिषेक शर्मा की ये खास खबर

POLITICAL NEWS : जावद का भ्रष्टाचारी ज.प. अध्यक्ष गोपाल चारण फिर सुर्खियों में, मंत्री सखलेचा के साथ किया मंच साझा, तो कांग्रेस ने साधा निशाना, शिकायतकर्ता जाट पर भी सवाल, क्या सब कुछ ठीक नहीं भाजपा में...? पढ़े अभिषेक शर्मा की ये खास खबर

नीमच। जावद जनपद पंचायत के अध्यक्ष गोपाल चारण पिछले दिनों रिश्वत लेते लोकायुक्त उज्जैन की टीम द्वारा रंगे हाथो धरे गए थे। जिसके बाद क्षेत्र के विधायक ओर म.प्र. शासन में मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा को विपक्षी कांग्रेस ने अपने निशाने पर लेने के साथ ही भाजपा के जनप्रतिनिधियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने पर शिवराज सरकार को भी घेरा था। 

ऐसे में ये माना जा रहा था कि, भाजपा और जिम्मेदार लोग अब गोपाल चारण से दूरिया बना लेंगे। लेकिन आज उसके उलट अठाना नगर पंचायत के एक कार्यक्रम के दौरान गोपाल चारण मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा के साथ मंच साझा करता दिखाई दिया। ऐसे में एक बार फिर से कांग्रेस के निशाने पर भाजपा आ गई है। 

कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने इस मामले में सीधेतौर पर मंत्री सखलेचा को घेरते हुए कहां कि, गोपाल चारण के भ्रष्टाचार के सामने आने के बाद भी जिस तरह मंत्री जी ने उसे अपने साथ कार्यक्रम में शामिल किया। उससे ये सिद्ध हो गया है कि, कहीं ना कहीं उनका ही संरक्षण जनपद अध्यक्ष को प्राप्त है, और वे भी इसमें शामिल है। पूरा जावाद क्षेत्र जहां जनपद में खुलेआम हुए भ्रष्टाचार को लेकर शर्मसार हुआ है। वहीं ऐसे भ्रष्टाचारी को साथ लेकर घूमना भाजपा की कथनी करनी को साफतौर पर दर्शाता है। 

गौरतलब है कि, गोपाल चारण को भाजपा के ही सरपंच बलराम जाट ने 50 हजार की रिश्वत को लेते रंगे हाथों धराया था। जो बात सामने आई थी, वो पंचायत में एक ई-कक्ष के मामले में 5 लाख की राशि जारी करने को लेकर 10 प्रतिशत की राशि भ्रष्टाचार बतौर मांगी गई थी, लेकिन कई बाते अब छन-छन कर जो बाहर आ रही है। उसने भाजपा के अंदरूनी झगड़े के साथ ही खोर प्लांट से जुड़े कामकाज के मामले से जुड़ा भी ये कांड किया गया हो। ऐसा दबीछुपी जबान में सामने आया है...!

गोपाल चारण के रिश्वतकांड के बाद भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, ये तो साफ हो गया है, पर कई सवाल अब इस कांड के बाद खड़े हो रहे है, क्या गोपाल को मिलकर मारा गया है...? क्या बलराम के पीछे भाजपा के ही नेता है, या ये कोई बड़ी साजिश का एक हिस्सा है जिसमे गोपाल चारण को एक प्यादे की तरह पिट दिया गया, और नए सिरे से कोई नए समीकरण यहां बनाये जाने वाले है...?

खेर अब जो है वो सबके सामने है, गोपाल चारण रिश्वत लेते पकड़ाया है, और उस पर लोकायुक्त में प्रकरण भी दर्ज किया गया है। जिसमे आगामी कार्यवाही चल रही है, आगे जाकर चारण की जनपद अध्यक्षी भी जा सकती है, फिलहाल भाजपा इस मामले में बैकफुट पर जरूर दिखाई पड़ रही है।