NEWS : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, नीमच में यहां अलंकरण समारोह संपन्न, 50 महिलाओं का किया सम्मान, नपाध्यक्ष चौपड़ा ने कहां- समान अवसर से होगा नारी शक्ति का सुनहरा भविष्य, पढ़े खबर
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, नीमच में यहां अलंकरण समारोह संपन्न

नीमच। महिला दिवस के लिए कोई एक दिन नहीं पूरा वर्ष होना चाहिए। महिलाओं को यदि वास्तव में सशक्त करना है तो हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी। महिलाओं को अब आगे बढ़ाने के लिए हर कदम पर उनका साथ देना होगा। साथ ही समाज की अशक्त महिलाओं के उत्थान के बारे में सकारात्मक सोच के साथ सार्थक कदम उठाने होंगे तभी महिला दिवस मनाना सार्थक होगा। यह बात नगर पालिका अध्यक्ष स्वाती गौरव चोपड़ा ने कही। वे शुभ प्रभात योग मित्र महिला मंडल के तत्वावधान में विश्व महिला दिवस के पावन उपलक्ष्य में 8 मार्च को सुबह 7:30 बजे गांधी वाटिका शुभ प्रभात योग मैदान पर भारतीय सनातन संस्कृति में यत्र नारी पूज्यंते तत्र देवता रमंते.. अर्थात जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवता रहते हैं की देव संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से समाज में शिक्षा साहित्य संस्कृति, जीव दया एवं पीड़ित मानवता की सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए महिलाओं को मातृशक्ति राष्ट्रीय गौरव पिंक मीरा अवार्ड समारोह में बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए महिलाओं का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। आत्मनिर्भर महिला ना केवल अपने जीवन को बेहतर बनाती है बल्कि वह अपने परिवार और समाज को भी नई दिशा देती है इसलिए हर महिला को अपनी शिक्षा कौशल और आत्मविश्वास जगा कर अपने पर काम करना चाहिए ताकि वह आत्मनिर्भर बन सके और अपने सपनों को साकार कर सके और वह अपने हौसलों को नई उड़ान दे सके। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक जैन ने कहा कि नारी जीवन जीने की कला सिखाती है नारी द्वारा कठिनाइयों में भी अपने परिवार को संभालने की शक्ति समर्पण सहनशीलता का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है इसलिए नारी सम्मान की शुरुआत सभी को सबसे पहले अपने घर से ही करनी होगी इसके बाद ही समाज सही दिशा में आगे बढ़ेगा।
ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी की चेयरपर्सन डॉक्टर माधुरी चौरसिया ने कहा कि नारी जाति का अपना अलग-अलग इतिहास रहा है मुगल काल में पर्दा प्रथा के कारण वह घूंघट की ओट में पीछे चली गई थी उसकी शिक्षा रुक गई थी लेकिन आजादी के बाद शिक्षा का निरंतर विकास होता गया और आज नारी पुरुषों के समान अपने मार्ग पर निरंतर आगे प्रगति कर रही है। सुशिला अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं को शंकर भगवान, श्रीराम और कृष्ण के युग में भी प्रथम स्थान का सम्मान दिया गया था, आज नारी शक्तिशाली है उसके हौसले बुलंद है अत्याचार बढ़ने पर नारी कालिका और दुर्गा और झांसी की रानी भी बन कर सामने आ सकती है। पुरुष हीरा है तो नारी उसका आईना होती है।वरिष्ठ अधिवक्ता तेजपाल जैन ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर शुभ प्रभात योग मित्र मंडल के पदाधिकारीयों एवं महिलाओं द्वारा 50 से अधिक महिलाओं को फुलों गुलदस्ते प्रदान कर माल्यार्पण कर मातृशक्ति राष्ट्रीय गौरव पिंक अवार्ड सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौरसिया, जमनालाल जैन, शुभ प्रभात योग मित्र मंडल के अध्यक्ष अनिल सिंहल, योग गुरु शिव माहेश्वरी, दिलिप चौधरी, डॉ. राजेन्द्र जायसवाल, रमेश जायसवाल, अखिल भारतीय जायसवाल सर्व वर्गीय महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन सिंह जायसवाल, नवल मित्तल, गुणवंत एरन, राजेंद्र एरन, भरत जाजू, राजेश बाहेती, चंद्र प्रकाश मोमू लालवानी, सुरेंद्र वधवा, संजय बिंदल, आदि ने 50 महिलाओं को फूलों के गुलदस्ते प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सभी महिलाएं पिंक (गुलाबी) साड़ी परिधानों में सहभागी बनी, कार्यक्रम का संचालन योग गुरु दिलीप चौधरी ने किया तथा आभार शिव माहेश्वरी ने व्यक्त किया।