NEWS : नीमच में बालाजी का जलवा महोत्सव, यहां सजेगा दिव्य दरबार, फिर विराट भजन संध्या भी, मशहूर भजन गायक बांधेंगे समां, पूजन यात्रा से शुरुआत, महिलाएं भी निभाएगी अहम भूमिका, पढ़े ये खबर

नीमच में बालाजी का जलवा महोत्सव, यहां सजेगा दिव्य दरबार, फिर विराट भजन संध्या भी, मशहूर भजन गायक बांधेंगे समां, पूजन यात्रा से शुरुआत, महिलाएं भी निभाएगी अहम भूमिका,

NEWS : नीमच में बालाजी का जलवा महोत्सव, यहां सजेगा दिव्य दरबार, फिर विराट भजन संध्या भी, मशहूर भजन गायक बांधेंगे समां, पूजन यात्रा से शुरुआत, महिलाएं भी निभाएगी अहम भूमिका, पढ़े ये खबर


नीमच, आज सजेगा अंजनीलाल का दिव्य दरबार, होगी विराट भजन संध्या, देश के ख्यातनाम भजन गायक शीतल पांडेय देंगे भजनों की प्रस्तुति, कल निकलेगी बैंडबाजो के साथ जलवा पूजन यात्रा, महिलाएं करेंगी पूजन, रात 10बजे से शुरू होगा जलवा जागरण, नीमच जलवा उत्सव सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में से एक संस्कार है,

परंपरा अनुसार बघाना बालाजी धाम मंदिर पर हनुमान जन्मोत्सव के सवा महीने बाद जलवा उत्सव मनाया जाता है, यह दो दिवसीय जलवा महोत्सव का शुभारंभ आज प्रात: पूजा-अर्चना और आरती के साथ होगा। शाम को विराट भजना संध्या आयोजित होगी, इसके लिए बालाजी का दिव्य दरबार विशाल मंच पर सजाया जाएगा, जिसमें देश के ख्यातनाम भजन गायक शीतल पांडेय दिल्ली साथियाें के साथ भजनों की प्रस्तुति देंगे,

मंगलवार महिलाएं जलवा पूजन यात्रा निकालेगी और मंदिर परिसर स्थित प्राचीन कुंए पर पूजा करेंगी, बघाना बालाजी धाम में जलवा महोत्सव को लेकर पिछले एक महीने से तैयारी चल रही थी, मंदिर को रंग-बिरंगे बल्बों, फूलों और गुब्बारों से सजाया जाएगा और संपूर्ण परिसर रौशनी से जगमगाएंगा, बालाजीधाम मंदिर समिति के अध्यक्ष अमित गाेयल ने बताया कि उत्सव सोमवार को प्रारंभ होगा, दिनभर धार्मिक अनुष्ठान होंगे,

बालाजी मंदिर प्रागंण में रात 8 बजे से विराट भजन संध्या होगी, जिसमें भजन गायक शीतल पांडेय अपनी टीम के साथ भजनों की प्रस्तुति देगी, भजन संध्या स्थल पर विशाल मंच मनाया गया है, जहां बालाजी का दिव्य दरबार सजाया जाएगा, जिसमें माता अंजनी की गोद में बालाजी दर्शन देंगे, भजन संध्या में महिला-पुरुषों के लिए बैठक की अलग-अलग व्यवस्था की गई है, वही आवागमन और वाहन पार्किंग के लिए विशेष व्यवस्था की गई, परिसर के बाहर टंकी एरिया और आस-पास वाहन की पार्किंग रहेगी, ताकि आवागमन में दिक्कत न हो, भजन संध्या देररात तक चलेगी,

मंगलवार को जलवा पूजन और जलवा जागरण का आयोजन किया जाएगा, सुबह अभिषेक-पूजन के साथ बाबा का दिव्य श्रृंगार किया जाएगा, सुबह से ही पूजा-अर्चना और दर्शन का दौर चलेगा, दोपहर 3 बजे से महिला मंडल द्वारा संकीर्तन किया जाएगा, शाम 5 बजे जलवा पूजन होगा, इसके लिए बैंडबाजों के साथ महिलाएं बालाजी धाम क्षेत्र व उससे लगी बालाजी धाम काॅलोनी के प्रमुख मार्गों से जलवा पूजन यात्रा निकालेगी और मंदिर पहुंचकर जलवा पूजन होगा,

यहां महिलाएं मंदिर परिसर स्थित प्राचीन कुंए में सूरज व कुंए पूजन करेंगी, रात 8  बजे बालाजी की महाआरती होगी, ततपश्चात रात 10 बजे से जलवा जागरण शुरू होगा, रातभर स्थानीय व अंचल के भक्त व कलाकार भजन प्रस्तुत करेंगे, जो अगले दिन बुधवार को ब्रह्ममुहूर्त तक चलेगा और महाआरती व प्रसादी वितरण के साथ संपन्न होगा, जलवा पूजन हिंदू समाज में 16 संस्कारों में से एक है,

बच्चे के जन्म के सवा महीने बाद जलवा पूजन कर यह संस्कार निभाया जाता है, इस दिन जलाशय और सूर्य की पूजा-अर्चना की जाती है, बालाजी मंदिर में इस दिन बालाजी की माताजी मां अंजनी को याद किया जाता है, और उनका पूजन किया जाता है, जागरण में जुटते हैं भक्त बघाना बालाजी मंदिर व्यवस्था समिति के युगलकिशोर शर्मा, लालचंद सिंहल ने बताया जलवा जागरण में हनुमान बाबा के भक्त बड़ी संख्या में शामिल होते हैं,

कई भक्त ऐसे हैं, जिनकी उम्र 80-90 से पार है, बावजूद पूरी रात जागरण करते हैं, और भजन में शामिल होते हैं, अब अनुष्ठान में युवा भी बढ़-चढ़ कर शामिल होने लगे हैं, समिति ने भक्तों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में धर्मलाम लेने की अपील की है, 1946 में शुरू हुई थी परंपरा बघाना वाले बालाजी का मंदिर अति प्राचीन है, बालाजी की प्रतिमा कब और किसने स्थापित की, यह किसी को नहीं पता, जलवा पूजन की परंपरा 1946 में शुरू हुई, महंत पं. परमानंद जोशी ने इस परंपरा की शुरुआत की जो आज भी श्रद्धा-भाव से मनाई जा रही है, उनके साथ पोस्ट मास्टर बापूसिंह परिहार और प्रभाती लाल शर्मा ने इस परंपरा को सालों तक निभाया, वर्तमान में श्री बालाजी धाम मंदिर समिति, बघाना निभा रही है,