BIG BREAKING: गोमाबाई नेत्रालय अस्पताल में बुजुर्ग की तबियत बिगड़ी, मची अफरा-तफरी, फिर लेकर पहुंचे जिला अस्पताल, क्या पहले ही हो गई मौत, या कारण कुछ और...! पढ़े ये बड़ी खबर

गोमाबाई नेत्रालय अस्पताल में बुजुर्ग की तबियत बिगड़ी, मची अफरा-तफरी, फिर लेकर पहुंचे जिला अस्पताल, क्या पहले ही हो गई मौत, या कारण कुछ और...! पढ़े ये बड़ी खबर

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रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा / चिराग फगवार

नीमच। देश के साथ प्रदेश और नीमच जिले में मशहूर अस्पताल गोमाबाई में शुक्रवार शाम एक ऐसी घटना हुई, जिसे पूरे अस्पताल में मानों भगदड़ मच गई। यहां आंख का उपचार कराने आए एक बुजुर्ग व्यक्ति की अचानक तबीयत बिगड़ी, और फिर उनकी मौत हो गई। 

दरअसल, गुरूवार को नीमच के गोमाबाई नैत्रालय में एक विशेष कैंप का आयोजन किया गया था। जिसमे नीमच और मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान के भी कई मरीज पहुंचे, और आंखों संबंधी जांच उन्होंने यहां कराई, इन्हीं मरीजों में भीलवाड़ा जिले की जाजपुरा तहसील के ग्राम रौपा निवासी मांगीलाल जाट भी शामिल हुए।  

मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बेटे देवकिशन जाट ने बताया कि, 18 अगस्त को नीमच के गोमाबाई नैत्रालय में एक कैंप का आयोजन किया गया था। जिसमें वह अपने पिता मांगीलाल जाट को भी लेकर पहुंचे थे। 

देवकिशन ने बताया कि, उनके पिता मांगीलाल को भी आंख से कम दिखाई देता था। इसी कारण वह भी अपने पिता को शुक्रवार को कैंप में लेकर पहुंचे। इसके बाद आयोजित कैंप में उनके पिता की सभी जांचे की गई, और शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे उनके ऑपरेशन का नंबर आया। जब डाॅक्टरों उन्हें ऑपरेशन थियेटर में लिया, तो कुछ देर बाद ही अस्पताल में भगदड़ जैसा माहौल हो गया। फिर बाद में उनके पिता को रैफर करने की बात कहते हुए जिला अस्पताल लेकर आए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

देवकिशन का कहना है कि, उनके पिता की मौत तो गोमाबाई में ही हो गई थी, लेकिन रैफर का बहाना करते हुए उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए

हालांकि फिलहाल मृतक मांगीलाल के शव को नीमच जिला अस्पताल के पीएम रूम में रखा गया है। जहां रविवार सुबह उनका पीएम होगा, और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। 

इनका कहना- 

जब मरीज को ओटी में ले जाया जाता है, तो संभवतः वह थोड़े घबराएं हुए रहते है। मांगीलाल जाट को जब ऑपरेशन के लिए ओटी में ले गए, तो वह घबरा गए होंगे। जिसके बाद उन्हें रैफर करने का निर्णय लिया गया। रैफर करते समय भी उनकी पल्स अच्छी चल रही थी। फिर रैफर के बाद उनका दुखद निधन हो गया।- श्रीपद दीक्षित, ओटी मैनेजर, गोमाबाई नैत्रालय