OMG ! प्याज के भाव गिरे, तो किसानों ने जताई नाराजगी, लखमी गांव के परेशान अन्नदाता ने उठाया बड़ा कदम, अन्न के रूप में इन्हें खिला दी पूरी फसल, पढ़े खबर

प्याज के भाव गिरे

OMG ! प्याज के भाव गिरे, तो किसानों ने जताई नाराजगी, लखमी गांव के परेशान अन्नदाता ने उठाया बड़ा कदम, अन्न के रूप में इन्हें खिला दी पूरी फसल, पढ़े खबर

रिपोर्ट- राजेश प्रपन्न 

नीमच। मंडियों में प्याज का भाव सिर्फ 3 से 4 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। किसान लागत तो दूर खेत से प्याज निकालकर मंडियों तक ले जाने का किराया भी नहीं निकाल पा रहे हैं। इसके चलते किसानों के पास प्याज की फसल फेंकने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। ऐसे में जीरन तहसील के गांव लखमी के किसान गोपाल राठौर प्याज़ की फसल के ऐसे भाव से परेशान होकर अपनी 6 बीघा खेत के प्याज़ को पालतू जानवरों के सामने डालकर खिला दी। 

गोपाल राठौर ने बताया की मैंने 6 बीघा खेत में प्याज की फसल लगाई थी। खाद दवाई, बीज सहित कम से कम 40 हजार से 50 हजार रुपये प्रति बीघा की लागत आई थी। अगर प्याज पुरे सही निकलते है तो कम से कम 250 से 300 किवंटल निकलते है पर इस पूरे निकालने के बाद 50 से 60 क्विंटल के करीब ही प्याज सही निकलेंगे मार्केट में वक्त प्याज़ की 3 से 4 रूपये होने से 20 हजार से 25 हजार रूपये मिलेंगे। इस प्याज़ को 6 बीघा मेसे मजदूर का खर्चा 10 हजार रूपये होगा, तो मेने इस प्याज़ को गांव की भेड़ बकरियों को खिलाने का निर्णय किया कीमत होने से प्याज पर कम कीमत मिल रही है। 

प्याज उत्पादक किसानों को एकतरफ थोक मंडियों में प्याज को सिर्फ 3 से 4 रुपये प्रति किलो का ही भाव मिल रहा है। वहीं, रिटेल व्यापारी मार्केट में प्रति किलो प्याज पर 15 से 20 रुपये ले रहे हैं और मालामाल हो रहे हैं। किसानों के इस दर्द पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है गोपाल राठौर ने प्याज़ के निर्यात को लेकर बताया की अगर व्यापारी निर्यात को चालू कर दे तो हम किसानों को सही भाव मिलेगा। ये ज़ब होगा, तब  हम किसानों के पास प्याज़ बेचने के लिए ही नहीं होंगे।