BIG NEWS : पार्षद प्रतिनिधि घूसकांड मामला, टीम ने सौंपी जांच रिपोर्ट, और नीमच जिला कांग्रेस का निर्णय, अब रिश्वतखोर साबिर मसूदी यहां से भी क्लीन बोल्ड...! हो गई ये बड़ी कार्यवाही, पढ़े खबर
पार्षद प्रतिनिधि घूसकांड मामला
नीमच। उपरोक्त विषय में लेख है कि, कांग्रेस के पूर्व पार्षद साबिर मसूदी ने एक निर्माणाधीन भवन के एमओएस उल्लंघन के मामले में नकुल पिता नंदलाल जैन से एक लाख पचास हजार रुपए की रकम भ्रष्टाचार के रूप में मांगे, तदस्वरूप नकुल जैन ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस उज्जैन को की।
लोकायुक्त पुलिस उज्जैन द्वारा नकुल जैन द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य को सही मानकर 23 नवंबर 2024 को साबिर मसूदी की घेराबंदी की और रंगे हाथ सवा लाख रुपए नकुल जैन से लेते हुए गिरफ्तार किया। इस प्रकरण को देश और प्रदेश के सभी समाचार पत्रों एवं न्यूज चैनलों में स्थान मिला, फलस्वरुप कांग्रेस पार्टी की भी बहुत किरकिरी हुई, और पार्टी की साख को नुकसान पहुंचा।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया ने तत्काल कांग्रेस पार्टी के नीमच जिला प्रभारी हर्ष विजय गेहलोत, पूर्व विधायक को प्रकरण की जानकारी दी। उन्होंने तत्काल फोन पर ही कांग्रेस के सीनियर नेताओं की कमेटी बनाकर प्रकरण की जांच करने को कहा, मैंने कांग्रेस कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बृजेश सक्सेना, उपाध्यक्ष डॉ. पृथ्वीसिंह वर्मा और व्यापार एवं उद्योग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कमल मित्तल की कमेटी बनाकर 3 दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा। कमेटी द्वारा इस प्रकरण की विधिवत जांच की। साबिर मसूदी और नकुल जैन के बयान पंजीबद्ध किए।
समिति ने सर्वानुमति से यह निर्णय लिया है कि, पूर्व पार्षद साबिर मसूदी को नकुल जैन से सवा लाख रूपए लेकर रंगे हाथों लोकायुक्त ने पकड़ा और प्रकरण बनाया। साबिर गिरफ्तार हुआ और मुचलके पर रिहा हुआ। अतः समिति ने यह निर्णय दिया कि, साबिर को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए, जब तक इस प्रकरण का फैसला न आ जाए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया ने नीमच जिला प्रभारी हर्ष विजय गेहलोत, पूर्व विधायक की सहमति और कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट के मद्देनजर पूर्व पार्षद साबिर मसूदी को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया है।