NEWS: भाई के घर डाला डाका, लाखों रुपए व गहनों पर किया हाथ साफ, संदेह होने पर पुलिस ने पकड़ा तो कबुली वारदात, पढ़े खबर

भाई के घर डाला डाका,

NEWS: भाई के घर डाला डाका, लाखों रुपए व गहनों पर किया हाथ साफ, संदेह होने पर पुलिस ने पकड़ा तो कबुली वारदात, पढ़े खबर

निम्बाहेड़ा गत गुरुवार को शहर के नाकोड़ा नगर से रत्नेश सेन पुत्र मदन लाल सेन के मकान से अज्ञात बदमाशों द्वारा घर के दरवाजों के ताले तोड़कर अलमारी में रखे चार लाख से अधिक रुपये व सोने चांदी के जेवरात चोरी की घटना का खुलासा करते हुए कोतवाली निम्बाहेड़ा थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी ने अपने भाई के घर मे ही चोरी कर खुद भाई को चोरी की सूचना दी।

पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि निम्बाहेड़ा शहर में गत गुरुवार को नाकोड़ा नगर से रत्नेश सेन पुत्र मदन लाल सेन के मकान से अज्ञात बदमाशों द्वारा घर के दरवाजों के ताले तोड़कर अलमारी में रखे चार लाख एक हजार रूपये नकद, चार पाईजेब की चांदी की जोडी, चांदी की बिछुडी जो करीब 8-10 के आस पास थी तथा एक सोने की अगुंठी चुरा कर ले जाने की घटना की सूचना फरियादी को उसके भाई ने ही दी। जिसपर कोतवाली निम्बाहेड़ा पर नकबजनी का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान एएसआई सूरज कुमार द्वारा शुरू किया गया। 

उक्त नकबजनी का खुुलासा करने के लिए एएसपी चित्तौड़गढ़ परबत सिंह व डीएसपी निम्बाहेड़ा बद्री लाल राव के सुपरविजन व थानाधिकारी कोतवाली निम्बाहेडा रामसुमेर पु.नि. के निर्देश पर एएसआई सूरज कुमार, कानिटेबल देवेन्द्र, विरेन्द्र, ज्ञानप्रकाश ,अमित कुमार व रतन सिंह एवं साइबर सेल के हैड कानि. राजकुमार द्वारा घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया। प्रार्थी के भाई दीपक सेन ने टीम के साथ रहकर आस पड़ोस के सीसीटीवी फुटेज दिखाये तथा पुलिस के साथ हर गतिविधि पर नजर रखकर पुलिस को शुक सुबा नही होने दिया।

प्रार्थी व परिवारजनो से पुछताछ कर प्रार्थी रत्नेश सेन के भाई दीपक सेन के बारे मुखबिरों से पता किया तो पता चला कि प्रार्थी के भाई दीेपक सेन ने पहले भी कही पर हेराफेरी की है। जिस पर रत्नेश के भाई दीपक सेन को डिटेन कर मनोवैज्ञानिक तरीके से पुछताछ की गई तो दीपक सेन ने चोरी करना स्वीकार किया। आरोपी नाकोड़ा नगर थाना कोतवाली निम्बाहेडा निवासी 26 वर्षीय दीपक सेन पुत्र मदन लाल सेन को गिरफ्तार कर गहनता से अनुसंधान करने के लिए पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया जाकर अनुसंधान किया जा रहा है।