NEWS: आखिर फसल बीमा की सूची क्यों रखी जा रही छिपाकर !... कांग्रेस नेता तरुण बाहेती बोले- राशि वितरण के नाम किसानों का मजाक उड़ा रही शिवराज सरकार, आंदोलन की तैयारी, पढ़े खबर

आखिर फसल बीमा की सूची क्यों रखी जा रही छिपाकर !... कांग्रेस नेता तरुण बाहेती बोले- राशि वितरण के नाम किसानों का मजाक उड़ा रही शिवराज सरकार, आंदोलन की तैयारी, पढ़े खबर

NEWS: आखिर फसल बीमा की सूची क्यों रखी जा रही छिपाकर !... कांग्रेस नेता तरुण बाहेती बोले- राशि वितरण के नाम किसानों का मजाक उड़ा रही शिवराज सरकार, आंदोलन की तैयारी, पढ़े खबर

नीमच। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2020 और रबी 2020-21 की फसल बीमा राशि किसानों के खाते में प्रदेश सरकार ने जारी की है, लेकिन विडंबना यह है कि अब तक किसानों के खातों में राशि नहीं पहुंची है। जिले में कितने किसानों को फसल बीमा का लाभ मिला, इसकी भी जानकारी अधिकारियों के पास नहीं है। बीमा कंपनी एवं सरकार यह नहीं बता रही है की कौन कौन से पटवारी हल्के को कितनी नुकसानी की अनावरी के अंतर्गत फसल बीमा दिया गया है। किसानों को सरकार बेवकूफ बना दो साल की फसल का बीमा दे रही है, जबकि हर वर्ष का बीमा अलग अलग मिलता आया है। कुल मिलाकर शिवराज सरकार ने फसल बीमा राशि वितरण के नाम बड़े बड़े दावे कर किसानों का मजाक उड़ा रही है। 

यह आरोप कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने लगाया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2020 और रबी 2020-2021 फसलों की बीमा राशि वन क्लिक में किसानों के बैंक खातों में पहुंचाने के लिए 12 फरवरी को बैतूल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम हुआ था। सरकार का दावा था कि वन क्लिक से नीमच जिले के 1 लाख 37 हजार किसानों के खाते में 156 करोड़ 18 लाख रुपए डाल दिए, लेकिन हकीकत यह है कि किसी को पता नहीं है कि जिले में कितने किसानों के खातों में राशि पहुंची। बाहेती ने कहा, यह विडंबना यह है कि जिले में कितने किसानों को अब तक बीमा दावा की राशि मिल चुकी है, और कितनों की बकाया है। यह जानकारी कृषि विभाग और जिला सहकारी बैंक के जिम्मेदारों तक को नहीं है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि कुछ किसानों को बीमा राशि मिलने की जानकारी हुई भी है, तो किसी किसान को सिर्फ एक हजार रु. प्रति बीघा दो फसलों का बीमा मिला है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। जिले का कोई भी विभाग बीमा सूची किसानों को नही बता रहा है। जिससे सरकार और बीमा कंपनी की नीयत के फ़र्क़ दिख रहा है। आखिर क्या ऐसा कारण है की बीमा कंपनी और सरकार फसल बीमा की अनावरी की सूची जारी नहीं कर रही इससे जिले के किसानों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। सरकारी विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि उन्हें तो सिर्फ जिले का एकमुश्त आंकड़ा बताया था। किसान बैंकों में चक्कर लगाकर खाते टटोल रहे और मायूस लौट रहे हैं, क्योंकि कार्यक्रम में दिखावे के लिए 4 किसानों को के खातों में राशि डाली थी। 

किसानों के साथ कुठाराघात-

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रदेश की शिवराज सरकार किसानों के साथ कुठराघात कर रही है। वन क्लिक के माध्यम से बीमा राशि जारी करने का दावा कर मुख्यमंत्री ने किसानों को मजाक उड़ाया है। बाहेती ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जब किसानों के खाते में बीमा राशि जारी की गई, तो अधिकारियों को सूची क्यों उपलब्ध नहीं कराई गई। आखिर सूची क्यों दबाया जा रहा है। क्या बीमा राहत देने में शिवराज सरकार ने अपनी पार्टी से जुड़े लोगों को ही लाभांवित करने का काम किया है या फिर बीमा राशि देने के नाम किसानों को सरकार और बीमा कंपनी ने खिलवाड़ किया है। 

बाहेती ने कहा कि सरकार दो फसल बीमा देने का दावा कर रही है, लेकिन कौनसी फसल में किस पटवारी हल्का में कितना नुकसान हुआ है, इसके बारे में नहीं बताया जा रहा है। बाहेती ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार दो फसल बीमा राशि किसानों को दिलवाने के नाम बीमा कंपनी को लाभ पहुंचाने की जुगत कर चुकी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन कुछ किसानों के खातों में फसल बीमा राशि आ भी गई है, उन्हें बैंक बीमा राशि का भुगतान न करते हुए ऋण वसूली कर रही है। 

किसान हित मे करेंगे आंदोलन- 

कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने कहा कि इस वर्ष फसल बीमा के मामले में सरकार ने किसानों पर कुठाराघात करने का प्रयास किया है। किसानों को राशि की सूची उपलब्ध नहीं कराया जाना और जानकारी नहीं देना पूर्णता गलत है । यह किसानों का अधिकार क्षेत्र में आता है कि उन्हें पता लगना चाहिए कि हमारी कितनी राशि बीमा कंपनी ने स्वीकृत करी है, और सरकार ने कितनी राशि दी है। इस मामले को लेकर यदि शीघ्र स्थिति स्पष्ट नहीं की गई तो जिले में किसानों के पक्ष में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

सबसे बड़ी बात की बीमा कंपनी द्वारा हर हल्के की अलग-अलग फसल बीमा दिया गया है। यह अंतर भी फसल बीमा कंपनियों एवं सरकार को नही रखना चाहिए क्योंकि नुकसान पूरे जिले में सभी किसानों का हुआ है। इस मामले को लेकर सरकार किसानों के साथ न्याय नही करती तो नीमच जिले में पूरे जिले में किसानों की ओर से इस मामले में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।