BIG NEWS: नीमच में जान बचाओं अभियान...! तीन जून का दिन, और इन 51 जगहों पर टीमें तैनात, हजारों लोग पहुंचेंगे, फिर होगा ये सब, आप भी बने इस आयोजन का हिस्सा, गौरव दिवस पर है कुछ खास...! क्या बोले जिला कलेक्टर जैन, पढ़े खबर और देखें वीडियों

नीमच में जान बचाओं अभियान...! तीन जून का दिन, और इन 51 जगहों पर टीमें तैनात, हजारों लोग पहुंचेंगे, फिर होगा ये सब, आप भी बने इस आयोजन का हिस्सा, गौरव दिवस पर है कुछ खास...! क्या बोले जिला कलेक्टर जैन, पढ़े खबर और देखें वीडियों

नीमच। प्रदेश के साथ नीमच जिले में गौरव दिवस ऐतिहासिक रूप से मनाया जा रहा है। आम जनता को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए तरह-तरह की गतिविधियां जिला प्रशासन और नीमच नगर पालिका द्वारा की जा रही है। इसी क्रम में 3 जनवरी को आमजन के स्वास्थ्य के प्रति एक और आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। जिसे लेकर जिला कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रेसवार्ता का आयोजन भी किया गया। इस दौरान जिला कलेक्टर दिनेश जैन पत्रकारों से रूबरू हुए, और संर्पूण जानकारी दी। 

पत्रकार वार्ता के दौरान जिला कलेक्टर दिनेश जैन ने बताया कि, गौरव दिवस के अवसर पर नीमच में आगामी तीन जून को वृहद स्तर पर बीपी और शुगर की जांच के लिए कुल 51 शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग, आईएमए, निजी चिकित्सक, सीएचओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित अन्य कर्मचारी अपनी सेवाएं देते हुए शिविर में पहुंचने वाले लोगों की जांच करेंगे। 

कलेक्टर जैन ने बताया कि, शिविर के दौरान 50 हजार से ज्यादा लोगों की जांच का लक्ष्य तय किया गया है। शिविर में पहुंचने वाले लोगों की जांच कर उन्हें उचित परामर्श के साथ एक कार्ड बनाकर दिया जाएगा। जिसमे तारीख के अनुसार आगामी माह में जांच कराने समस्त जानकारी होगी। शहर के लायंस डेन और रोटरी क्लब सहित अन्य चयनित स्थानों पर जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। 

वार्ता में कलेक्टर जैन ने कहां कि, आज कल देखने में आता है कि, 25 से 30 साल के युवाओं में हार्ट अटैक आ जाता है, और उसका दुखद निधन हो जाता है, आज के समय में व्यक्ति स्वयं सोचता है कि, वह पुरी तरह से स्वस्थ है, लेकिन उनके शरीर में कई तरह की बीमारियां और परेशानी ऐसी होती है, जिसका पता नहीं चलता। जांच और शुगर भी इन्हीं बीमारियों में से एक है, और गौरव दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित शिविर का भी यहीं उद्देश्य है कि, अगर किसी को भी जांच और शुगर सम्बंधित बीमारी हो, और अगर उसे पता नहीं हो, तो शिविर के माध्यम से यह जानकारी उसे मिले। फिर वह अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान रख सके। एक तरह से यूं भी कहां जा सकता है कि, यह जान बचाओं अभियान है।