BIG BREAKING: एक मकान में ठिकाना, और दूसरे में फर्जी ऑफिस, विज्ञापन से युवतियों की भर्ती, फिर शुरू हुआ ऑनलाइन ठगी का बड़ा कारोबार, आज पड़ी मनासा पुलिस की रेड, मौके से 7 गिरफ्तार, लाखों के फर्जी खेल का पर्दाफाश, कैसे किया भोले-भाले लोगों से फ्रॉड !... पढ़े अभिषेक शर्मा की ये खबर
एक मकान में ठिकाना, और दूसरे में फर्जी ऑफिस, विज्ञापन से युवतियों की भर्ती, फिर शुरू हुआ ऑनलाइन ठगी का बड़ा कारोबार, आज पड़ी मनासा पुलिस की रेड, मौके से 7 गिरफ्तार, लाखों के फर्जी खेल का पर्दाफाश, कैसे किया भोले-भाले लोगों से फ्रॉड !... पढ़े अभिषेक शर्मा की ये खबर
नीमच। आपने अक्सर ऑनलाइन ठगी की वारदातों के बारे में तो सूना ही होगा। बदमाश भोलेभाले लोगों को अपने झांसे में लेकर उसने हजारों और लाखों रूपयों की ठगी कर लेते है। ऐसी ही ऑनलाइन ठगी से जुड़ा एक मामला नीमच जिले में उजागर हुआ है, और इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश मनासा थाना पुलिस ने किया। मामले में पुलिस ने कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया।
दरअसल, मनासा नगर में ही मौजूद मकान में भोले-भाले लोगों से ऑनलाइन ठगी करने का कारोबार लंबे समय से संचालित हो रहा था। जिसकी सूचना मनासा पुलिस को मिली। सूचना मिलते ही मनासा थाना प्रभारी के.एल दांगी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अलग-अलग मकानों में दबिश दी, और बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। जहां से टीम ने मनासा और मंदसौर जिले के कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
थाना प्रभारी के.एल दांगी ने हिन्दी खबरवाला को जानकारी देते हुए बताया कि, पिछले करीब 2 माह से ऑनलाइन ठगी का ये कारोबार मनासा में संचालित हो रहा था। ऑनलाइन ठगी के लिए पहले बदमाशों ने एक मकान में ऑफिस और दूसरे मकान में अपना रहने का ठिकाना बनाया हुआ था। इनमे से एक मकान सत्यनारायण पंचौली और दूसरा गौरव नामक व्यक्ति का है। फिर पेम्पलेट के माध्यम से विज्ञापन निकाला, और क्षेत्र के साथ आसपास में रहने वाली दर्जनों युवतियों की भर्ती की।
जिसके बाद आरोपी युवतियों के माध्यम से राजस्थान के जयपुर और उदयपुर में मौजूद कंपनियों के नाम से भोले-भाले लोगों से फोन पर संपर्क करते थे, और उन्हें 5 से 10 हजार इन्वेस्ट करने पर रोजाना ब्याज और रिटर्न के तौर पर 500 से 700 रूपयें की कमाई होने का लालच देते थे। जब भोले-भाले लोग इनके लालच में आ जाते थे, तो इन्हीं के गिरोह का एक व्यक्ति राजस्थान के निम्बाहेड़ा में लोगों के अंकाउंट खुलवाता था, और फिर ऑनलाइन ठगी का कारोबार शुरू हो जाता था। अब तक कुल 50 लाख रूपये के ट्रांजेक्शन की बात भी सामने आई है।
मुख्य सरगना सहित 7 गिरफ्तार-
टीआई दांगी ने यह भी बताया कि, ऑनलाइन ठगी के इस पूरे मामले में मुख्य सरगना मंदसौर जिले की भानपुरा तहसील निवासी शांतिलाल बंजारा (20) होने की संभावना है। साथ ही बंटी पिता रावतमल बंजारा (19) नि. भानपुरा जिला मंदसौर, पप्पू पिता गंगाराम दायमा (24) नि. खेडी दायमा मनासा, प्रभात पिता पारस मल बंजारा (19) नि. भानपुरा जिला मंदसौर, लोकेश पिता मुरली बंजारा (20) नि. कवला थाना भानपुरा, विक्रम पिता मोहन सिंह बंजारा (19) नि. भीलखेडी थाना भानपुरा और भरत पिता हरिसिंह बंजारा (20) नि. कवला थाना भानपुरा जिला मंदसौर को गिरफ्तार किया है।
मकान मालिकों ने किया जिला कलेक्टर के आदेशों का उल्लंघन-
पुलिस ने जिन मकानों में दबिश दी, और ठगी के कारोबार का पर्दाफाश किया। उन मकानों में से एक में बदमाशों ने अपना फर्जी ऑफिस तैयार किया हुआ था, तो दूसरे मकान को अपना ठिकाना बनाया हुआ था। जिनके मालिक गौरव हरसोलिया और सत्यनारायण पंचौली है। ऑफिस के संचालन और किराए पर मकान देने के दौरान दोनों ही मकान मालिकों ने बदमाशों से किसी भी तरह से दस्तावेज नहीं लिए, और ना हीं थाने पर कोई सूचना दी। इस मान से जिला प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन मकान मालिकों ने किया, तो उनके विरूध्द भी पुलिस की और से वैद्यानिक कार्यवाही की जाएगी।
मौके से मोबाइल सहित कई उपकरण जब्त-
बताया जा रहा है कि, कार्यवाही के दौरान पुलिस टीम ने मौके से कई उपकरण जप्त किए है। जिसमे राजस्थान की सिम वाले 19 छोटे कीपेड मोबाइल, 9 एंड्रायड मोबाइल, स्क्रीप्ट, एक हाजिरी रजिस्टर, मोबाइल नंबर की सूचियां, एक्सीस बैंक के चैक बुक, एटीएम कार्ड और चार बैक अकाउंट के दस्तावेज मिले।
अब तक इनके साथ ठगी-
उक्त गैंग ने मनासा के 1 फिरदोस पिता फिरोज (30), अंबालाल पिता शंकर लाल रावत (36), गोविंद पिता परमानंद जाति पुर्विया (30), राजेश पिता मदन लाल ग्वाला (45), जगदीस पिता प्रभुलाल नायक (42) नि. अल्हेड को ठगी का शिकार बनाया।
विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज-
आपकों बता दें कि, मनासा पुलिस ने कार्यवाही के दौरान आरोपियों के खिलाफ धारा- 420, 467 और 468 सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। अब जांच के दौरान भी आरोपियों के विरूध्द धारा बढ़ने की भी संभावना है।
सराहनीय योगदान-
उक्त महत्वपुर्ण कार्यवाही में उनि. फतेहसिंह आंजना, अभिषेक पाल, सायबर सेल सउनि. दिवान सिंह चौहान, प्रआर मंगलेश, विनोद शर्मा, प्रदीप तिवारी, आर. सायबर कुलदीप सिंह, लोकेश मालवीय, देवेन्द्र गुर्जर, पंकज राठौर, विरम गायरी, जितेन्द्र जाटव, धर्मेन्द्र सोनगरा, महिला आर. शैफाली, कुमकुम और सैनिक घनश्याम का महत्वपुर्ण योगदान रहा।